Thursday, 12 December 2024

क्यों भोजन धीरे-धीरे खाना चाहिए, जानें कुछ जरूरी नियम

Health Tips : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी ने हमारी जीवनशैली को काफी प्रभावित किया है। यदि हमें एक सही…

क्यों भोजन धीरे-धीरे खाना चाहिए, जानें कुछ जरूरी नियम

Health Tips : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी ने हमारी जीवनशैली को काफी प्रभावित किया है। यदि हमें एक सही जीवनशैली और दिनचर्या अपनानी है, तो हमें कभी-कभी समय निकालकर दादी-नानी के पास बैठना चाहिए। वे हमें जीवन जीने की नई दिशा देती हैं और हमें ऐसे ज्ञान से परिचित कराती हैं जो हमारे सेहत, घर की सुख-समृद्धि और धर्म से जुड़ा होता है।

दादी-नानी का ज्ञान

दादी-नानी की कहानियां और उनके घरेलू नुस्खे तो हम सभी जानते हैं, लेकिन उनका ज्ञान केवल इन चीजों तक सीमित नहीं होता। वे हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराती हैं, जिसमें सेहत और धर्म का गहरा संबंध होता है। वे हमें कुछ धार्मिक और पारंपरिक नियमों का पालन करने की सलाह देती हैं, जिनका प्रभाव हमारे जीवन पर सकारात्मक होता है।

भोजन से जुड़ी धार्मिक बातें

हमारे घरों में बुजुर्ग अक्सर भोजन करने से जुड़ी कुछ बातों का पालन करने के लिए टोकते हैं। इनमें से एक सामान्य आदत यह है कि वे कहते हैं “जल्दी-जल्दी भोजन नहीं करना चाहिए।” आपको यह टोकना कुछ अजीब लग सकता है, लेकिन इसके पीछे एक धार्मिक और स्वास्थ्य से जुड़ा कारण है।

जल्दी-जल्दी भोजन करने से क्या नुकसान हो सकते हैं?

हिंदू धर्म में आहार को बहुत महत्व दिया गया है। इसे ‘अन्न’ कहा गया है, और यह हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे मन से भी जुड़ा होता है। कहा गया है कि जैसा हमारा आहार होता है, वैसा ही हमारा विचार और मनोबल भी होता है। इसलिए भोजन को श्रद्धा और अच्छे भावनाओं के साथ करना चाहिए। आध्यात्मिक दृष्टिकोण से, अन्न को ब्रह्मा माना जाता है। इसे सम्मानित करना और सही तरीके से सेवन करना जरूरी है। जल्दी-जल्दी भोजन करना न केवल आहार के प्रति अनादर है, बल्कि यह हमारी सेहत पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी सलाह देते हैं कि भोजन को धीमे-धीमे और अच्छे से चबाकर खाना चाहिए, ताकि हमारे शरीर को सही पोषण मिले और भोजन का पूरा लाभ मिल सके।

दादी-नानी का टोकना क्यों जरूरी है?

बड़े बुजुर्ग हमें जो टोकते हैं, उसका कारण सिर्फ यह नहीं कि हमें अनुशासन सिखाना है, बल्कि इसके पीछे एक धार्मिक और मानसिक दृष्टिकोण भी है। जल्दी-जल्दी खाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, और इसका नकारात्मक असर हमारे शरीर और जीवन पर पड़ता है। इसलिए, दादी-नानी का कहना है कि हमें भोजन को ध्यानपूर्वक और धीरे-धीरे खाना चाहिए ताकि हमारे शरीर और मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। Health Tips

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