वेलिंगटन, 17 नवंबर (भाषा) अपनी गलतियों से सीख नहीं लेने के बाद भारत शुक्रवार से यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला मे ‘युवा और निडर’ खिलाड़ियों की मदद से अपनी पुरानी खेल शैली को बदलने के लक्ष्य के साथ उतरेगा।
पिछले साल यूएई में विश्व कप में लचर प्रदर्शन के बाद भारत ने बल्लेबाजी में आक्रामक शैली अपनाई थी लेकिन अगले विश्व कप के आने तक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज खराब फॉर्म से जूझने लगे और विरोधी गेंदबाजों के खिलाफ खुलकर नहीं खेल पाए।
भारत का इस तरह आईसीसी ट्रॉफी जीतने का नौ साल का इंतजार जारी रहा।
अगला टी20 विश्व कप अभी दो साल दूर है और ऐसे में भारत के पास खिलाड़ियों की पहचान करने और इंग्लैंड द्वारा अपनाए गए किसी भी कीमत पर आक्रमण करने के रवैये के साथ उन्हें निखारने के लिए पर्याप्त समय है।
अगले टी20 विश्व कप में टीम के संभावित कप्तान हार्दिक पंड्या रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में टीम की अगुआई कर रहे हैं।
कार्यवाहक मुख्य कोच वीवीएस लक्ष्मण ने संकेत दिया है कि आधुनिक खेल की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रबंधन सिर्फ टी20 विशेषज्ञों को शामिल करने का इच्छुक है।
अगले साल होने वाले 50 ओवर के विश्व कप को देखते हुए अब ध्यान एकदिवसीय प्रारूप पर अधिक रहेगा लेकिन भारत यहां होने वाले तीन और फिर अपनी मेजबानी में होने वाले विश्व कप तक नौ और टी20 मुकाबलों का पूरा फायदा उठाना चाहेगा।
विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया में शानदार फॉर्म में थे लेकिन पावरप्ले में रोहित और लोकेश राहुल की बल्लेबाजी में जज्बे की कमी के लिए काफी आलोचना हुई। इस तरह की संभावना है कि ये तीनों 2024 टूर्नामेंट तक सबसे छोटे प्रारूप में नहीं खेलेंगे और ऐसे में भारत को भविष्य की योजना बनानी होगी।
यहां होने वाले पहले मैच में इशान किशन और शुभमन गिल पारी का आगाज कर सकते हैं लेकिन प्रबंधन शीर्ष क्रम में ऋषभ पंत को भी एक और मौका देना चाहेगा।
भारत न्यूजीलैंड में दूसरे दर्जे की टीम उतार रहा है लेकिन इसके बावजूद टीम के सदस्यों के पास ठीक-ठाक अंतरराष्ट्रीय अनुभव है।
चार साल पहले न्यूजीलैंड में हुए अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरने वाले गिल को यहां टी20 प्रारूप में पदार्पण करने की उम्मीद है।
पिछले 12 महीने में किशन को नियमित तौर पर शीर्ष क्रम में मौका मिलता रहा है और इस श्रृंखला में उनके पास अच्छा मौका होगा कि वह खुद को सलामी बल्लेबाज के रूप में स्थापित करें।
संजू सैमसन को एक और मौका दिया गया है और वह इसका फायदा उठाने के लिए बेताब होंगे। वाशिंगटन सुंदर भी इस श्रृंखला के साथ टीम में वापसी करेंगे और उन्हें भी बल्ले तथा गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद होगी।
टी20 में भारत की समस्याओं का एक बड़ा कारण अंगुली के स्पिनरों के जरिए बीच के ओवरों में विकेट चटकाने में असमर्थता है। न्यूजीलैंड के होने वाली श्रृंखला के साथ कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को एक बार फिर एक साथ गेंदबाजी करने का मौका मिल सकता है।
भारत को जसप्रीत बुमराह के साथ एक ऐसे गेंदबाजी की तलाश है जो तूफानी गति से गेंदबाजी कर सके और ऐसे में टीम के पास दांव खेलने के लिए उमरान मलिक मौजूद हैं। आयरलैंड और इंग्लैंड के अपने पहले दौरे पर उमरान को काफी सफलता नहीं मिली और उनकी नजरें गति से समझौता किए बगैर सटीक गेंदबाजी करने पर टिकी होंगी।
ऑस्ट्रेलिया की तरह न्यूजीलैंड में भी भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह के नई गेंद साझा करने की उम्मीद है। विश्व कप के दौरान बेंच पर बैठे रहे हर्षल पटेल और मोहम्मद सिराज को भी श्रृंखला के दौरान अंतिम एकादश में मौका मिल सकता है।
दूसरी तरफ न्यूजीलैंड केन विलियमसन की अगुआई में अपननी मजबूत टीम उतारेगा। भारत की तरह न्यूजीलैंड की टीम भी विश्व कप के नॉकआउट मैच में एक और हार से उबर रही है और मजबूत वापसी करने के इरादे से उतरेगी।
न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट की गैरमौजूदगी में अन्य तेज गेंदबाजों को आजमाने की उम्मीद है। सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल भी श्रृंखला में नहीं खेलेंगे और ऐसे में पारी का आगाज करने की जिम्मेदारी डेवोन कॉनवे और फिन एलेन के कंधों पर होगी।
टी20 विश्व कप के दौरान विलियमसन के स्ट्राइक रेट को लेकर भी सवाल उठे थे और उनकी नजरें भी लय हासिल करने पर टिकी होंगी।
टीम इस प्रकार हैं:
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), फिन एलेन, माइकल ब्रेसवेल, डेवोन कॉनवे, लॉकी फर्ग्युसन, डेरिल मिशेल, एडम मिल्ने, जिमी नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सेंटनर, टिम साउथी, ईश सोढ़ी और ब्लेयर टिकनरं
भारत: हार्दिक पंड्या (कप्तान), ऋषभ पंत, इशान किशन, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, हर्षल पटेल, मोहम्मद सिराज, भुवनेश्वर कुमार, अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक।
समय: मैच दोपहर 12 बजे से शुरू होगा