भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश स्थापना होने के बाद अनंत चतुर्दशी को गणपति बप्पा विदाई लेते हैं। गणपति विसर्जन इस साल 19 सितंबर को होगा। इस दिन गणेश जी मूर्ति को नदी, नहर अथवा अन्य जल स्रोत में विसर्जन किया जाता है। पंचांग के मुताबिक गणपति विसर्जन के 5 शुभ मुहूर्त हैं। वहीं इस दिन रविवार है और धृति योग बन रहा है। इसके अलावा दिशा शूल पश्चिम में रहेगा इसलिए इस दिन इलायची खाकर ही घर से बाहर निकलना सही है।
शुभ मुहूर्त
भगवान गणेश की प्रतिमा को विसर्जित करने का शुभ मुहूर्त सुबह 09:11 से दोपहर 12:21 बजे तक है। इसके बाद दोपहर 01:56 से 03:32 तक शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं गणपति विसर्जन के लिए अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:50 से 12:39 तक रहेगा। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:35 से 05:23 तक और अमृत काल रात 08:14 से 09:50 तक है। 19 सितंबर को राहुकाल शाम 04:30 से 6 बजे तक रहेगा. इस दौरान विसर्जन न करें।
विसर्जन की पूजा विधि
भगवान गणेश की प्रतिमा विसर्जित करने से पहले गणपति को नए वस्त्र पहनाएं। एक रेशमी कपड़े में मोदक, पैसा, दूर्वा घास और सुपारी बांधकर उस पोटली को गणपति के साथ रख दें। गणपति की आरती करें और उनसे अपनी गलतियों की क्षमा मांगे। इसके बाद उन्हें मान-सम्मान के साथ पानी में विसर्जित करें।