बिहार में एनडीए को मिली बड़ी हार, सीमा सिंह का नामांकन रद्द

बिहार में एनडीए को मिली बड़ी हार, सीमा सिंह का नामांकन रद्द
locationभारत
userचेतना मंच
calendar18 OCT 2025 11:47 AM
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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को एक बड़ा झटका लगा है। छपरा जिले के मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्रत्याशी और भोजपुरी फिल्म जगत की जानी-मानी अभिनेत्री सीमा सिंह का नामांकन रद्द कर दिया गया है। सीमा सिंह हाल ही में चिराग पासवान की पार्टी से जुड़ी थीं और राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनावी मैदान में उतरी थीं। —Bihar Assembly Elections 2025

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नामांकन में खामी, चुनाव अधिकारी ने किया रद्द

सूत्रों के मुताबिक, सीमा सिंह के नामांकन पत्र की जांच के दौरान कुछ तकनीकी खामियां पाई गईं, जिसके चलते निर्वाचन अधिकारी ने उनका नामांकन अमान्य घोषित कर दिया। इससे मढ़ौरा सीट पर एनडीए की स्थिति कमजोर हो गई है, क्योंकि यह सीट पहले चरण में मतदान के लिए निर्धारित है। अब, इस सीट पर मुकाबला आरजेडी (राजद) और जनसुराज पार्टी के बीच होने की संभावना जताई जा रही है। मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी के प्रत्याशी जितेंद्र कुमार राय हैं, जो वर्तमान में विधायक हैं और बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।

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सीमा सिंह का राजनीति में कदम

सीमा सिंह, भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की एक प्रमुख अभिनेत्री, ने चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने के लिए राजनीति में कदम रखा था। चिराग पासवान ने उन्हें टिकट देकर मढ़ौरा सीट पर मुकाबला रोचक बना दिया था, लेकिन अब उनका नामांकन रद्द होने के बाद यह सीट एनडीए के लिए चुनौतीपूर्ण हो गई है। सीमा सिंह के चुनावी शपथपत्र में यह बात सामने आई थी कि उनकी शैक्षिक योग्यता नौवीं कक्षा तक है। उन्होंने 1999 में ठाणे (महाराष्ट्र) स्थित द रेम हेगर हिंडे हाई स्कूल से नौवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।

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पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा,और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। चुनाव की मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। एनडीए गठबंधन ने सभी सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जेडीयू और बीजेपी ने 101-101 सीटों पर, जबकि एलजेपी (रामविलास) ने 29 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। जीतनराम मांझी की हम पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलकेजे ने 6-6 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।
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बिहार में एनडीए को मिली बड़ी हार, सीमा सिंह का नामांकन रद्द

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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को एक बड़ा झटका लगा है। छपरा जिले के मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्रत्याशी और भोजपुरी फिल्म जगत की जानी-मानी अभिनेत्री सीमा सिंह का नामांकन रद्द कर दिया गया है। सीमा सिंह हाल ही में चिराग पासवान की पार्टी से जुड़ी थीं और राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनावी मैदान में उतरी थीं। —Bihar Assembly Elections 2025

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नामांकन में खामी, चुनाव अधिकारी ने किया रद्द

सूत्रों के मुताबिक, सीमा सिंह के नामांकन पत्र की जांच के दौरान कुछ तकनीकी खामियां पाई गईं, जिसके चलते निर्वाचन अधिकारी ने उनका नामांकन अमान्य घोषित कर दिया। इससे मढ़ौरा सीट पर एनडीए की स्थिति कमजोर हो गई है, क्योंकि यह सीट पहले चरण में मतदान के लिए निर्धारित है। अब, इस सीट पर मुकाबला आरजेडी (राजद) और जनसुराज पार्टी के बीच होने की संभावना जताई जा रही है। मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी के प्रत्याशी जितेंद्र कुमार राय हैं, जो वर्तमान में विधायक हैं और बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।

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सीमा सिंह का राजनीति में कदम

सीमा सिंह, भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की एक प्रमुख अभिनेत्री, ने चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने के लिए राजनीति में कदम रखा था। चिराग पासवान ने उन्हें टिकट देकर मढ़ौरा सीट पर मुकाबला रोचक बना दिया था, लेकिन अब उनका नामांकन रद्द होने के बाद यह सीट एनडीए के लिए चुनौतीपूर्ण हो गई है। सीमा सिंह के चुनावी शपथपत्र में यह बात सामने आई थी कि उनकी शैक्षिक योग्यता नौवीं कक्षा तक है। उन्होंने 1999 में ठाणे (महाराष्ट्र) स्थित द रेम हेगर हिंडे हाई स्कूल से नौवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।

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पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा,और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। चुनाव की मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। एनडीए गठबंधन ने सभी सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जेडीयू और बीजेपी ने 101-101 सीटों पर, जबकि एलजेपी (रामविलास) ने 29 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। जीतनराम मांझी की हम पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलकेजे ने 6-6 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।
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पूर्व कद्दावर नेता शांतनु यादव ने राजद के खिलाफ लगाया गंभीर आरोप

पूर्व कद्दावर नेता शांतनु यादव ने राजद के खिलाफ लगाया गंभीर आरोप
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userचेतना मंच
calendar18 OCT 2025 09:36 AM
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बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) के पहले चरण की वोटिंग के लिए नामांकन का समय समाप्त हो चुका है, लेकिन महागठबंधन के बीच सीटों को लेकर विवाद अब भी थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बीच, शरद यादव के बेटे और जननायक जनता दल (जदयू) के पूर्व कद्दावर नेता शांतनु यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। -Bihar Election 2025

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शांतनु यादव ने राजद पर वादाखिलाफी का लगाया आरोप

शांतनु यादव (Shantanu Yadav) ने राजद पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पिता, शरद यादव ने अपनी पार्टी का विलय राजद में इस उम्मीद में किया था कि उन्हें मधेपुरा लोकसभा सीट से टिकट मिलेगा, लेकिन वादे के बावजूद उन्हें टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया, "हम राजनीति में झाल बजाने नहीं आए हैं, पिताजी की विरासत को हम आगे बढ़ाएंगे।"

शांतनु यादव (Shantanu Yadav) ने राजद गठबंधन पर कहा

शांतनु ने अपनी बातों में कहा कि शरद यादव ने राजद से गठबंधन करते हुए यह विश्वास जताया था कि उन्हें मधेपुरा से चुनाव लड़ने का अवसर मिलेगा। "लेकिन अब जब टिकट की बात आई, तो यह टिकट किसी और को दे दिया गया। मैंने राजद के बड़े नेताओं को अभिभावक मानते हुए विधानसभा चुनाव लड़ने की सहमति दी, लेकिन अंत में स्थिति बदल गई," शांतनु ने नाराजगी जताई। इसके बाद, उन्होंने इशारों-इशारों में यह संकेत भी दिया कि वह अब निर्दलीय चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। उनका यह बयान महागठबंधन और खासकर आरजेडी के लिए राजनीतिक तौर पर बड़ा झटका साबित हो सकता है।

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उठापटक से यादव परिवार के समर्थकों में नाराजगी

मधेपुरा सीट पर राजद के अंदर टिकट वितरण को लेकर चल रही उठापटक से यादव परिवार के समर्थकों में नाराजगी पाई जा रही है। इस सीट पर शरद यादव का मजबूत जनाधार था और अब उनके बेटे का विरोधी रुख इस इलाके के वोट बैंक पर असर डाल सकता है। हालांकि, इस मामले पर राजद की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शांतनु यादव अपने समर्थकों के साथ आगे की रणनीति क्या अपनाते हैं और इस मामले का राजनीतिक परिणाम क्या होता है।