Stock Market: शेयर बाजार में गिरावट के साथ हुई शुरुआत, सेंसेक्स 298 अंक हुआ कम

Share Market 2
Stock Market
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 01:09 PM
bookmark
Stock Market: शेयर बाजार की शुरुआत आज भी लाल निशान के साथ हुई है। आज बीएसई का 30 स्टॉक्स वाला प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 281 अंकों के नुकसान करने के बाद 60628 के स्तर पर खुल गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 18045 के स्तर से आज के दिन के कारोबार की शुरुआत हो गई थी। शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स 298 अंकों की गिरावट के बाद 60611 के स्तर पर था तो निफ्टी 82 अंकों के नुकसान के साथ 18040 के स्तर पर। निफ्टी टॉप गेनर में डॉक्टर रेड्डी, भारती एयरटेल, दिविस लैब, सिप्ला और सनफार्मा जैसे स्टॉक्स थे तो टॉप लूजर में हिन्डाल्को, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फिनसर्व, पावरग्रिड, हिन्दुस्तान यूनीलीवर शामिल हो गया है। इस दौरान बीएसई में कुल 3629 कंपनियों के शेयरों में कारोबार जारी रहा था। जिनमें से 2075 में लिवाली जबकि 1407 में बिकवाली हुई वहीं 147 में कोई बदलाव नहीं किया गया था। इसी तरह एनएसई की 19 कंपनियां रहे जबकि शेष 31 लाल निशान पर पहुंच गया था। बीएसई में कमोडिटीज 0.20, सीडी 0.68, ऊर्जा 1.22, एफएमसीजी 0.16, इंडस्ट्रियल्स 0.05, यूटिलिटीज 1.18, ऑटो 0.70, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.57, तेल एवं गैस 1.26, पावर 1.15 और रियल्टी समूह में 0.59 प्रतिशत की तेजी रही जबकि वित्तीय सेवाएं 0.04, हेल्थकेयर 0.39, आईटी 0.16, दूरसंचार 0.34, बैंकिंग 0.13, कैपिटल गुड्स 0.27, धातु 0.47, टेक 0.31 और सर्विसेज समूह के शेयर 0.32 प्रतिशत गिर चुके थे।  
अगली खबर पढ़ें

Bussiness News : अगले आदेश तक बिना लाइसेंस के रिफाइंड पाम तेल का आयात कर सकते हैं व्यापारी

Import of refined palm oil 1578556341
Dadri News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Dec 2022 03:15 AM
bookmark
Bussiness News : नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को रिफाइंड पाम तेल के अंकुश-मुक्त आयात की सुविधा को 31 दिसंबर से अगले आदेश तक आगे बढ़ा दिया है। इसका उद्देश्य खाद्य तेल की घरेलू आपूर्ति बढ़ाना और इस तेल की कीमत को कम करना है।

Bussiness News

पिछले साल जून में सरकार ने 31 दिसंबर, 2021 तक रिफाइंड पाम तेल पर आयात प्रतिबंध हटा दिया था, जब खाद्य तेलों की कीमतें तेजी से बढ़ी थीं। बाद में इसे 31 दिसंबर, 2022 तक बढ़ा दिया गया था। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा, जिंसों (खाद्यतेल) की मुक्त आयात नीति (रिफाइंड ब्लीच्ड डिओडोराइज्ड पाम ऑयल या आरबीडी पामतेल, रिफाइंड ब्लीच्ड डिओडोराइज्ड पामोलिन या आरबीडी-पामोलीन) को अगले आदेश तक 31 दिसंबर, 2022 से आगे बढ़ाया जाता है। हालांकि, इसने कहा कि केरल में किसी भी बंदरगाह के माध्यम से आयात की अनुमति नहीं है। इससे पहले, ये आयात प्रतिबंधित श्रेणी के तहत थे, जिसमें एक आयातक को आयात की खेप के लिए डीजीएफटी से लाइसेंस या अनुमति की आवश्यकता होती थी। उद्योग निकाय सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार, इंडोनेशिया में कम कीमतों के कारण पिछले 11 महीनों में भारत में रिफाइंड पाम तेल का आयात ढाई गुना से अधिक बढ़कर 17.12 लाख टन हो गया। भारत दुनिया का प्रमुख वनस्पति तेल खरीदार देश है। भारत ने चालू 2021-22 तेल वर्ष की नवंबर-सितंबर अवधि के दौरान 130.1 लाख टन वनस्पति तेलों का आयात किया, जो कि एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में चार प्रतिशत अधिक है। पाम तेल के आयात की हिस्सेदारी कुल वनस्पति तेल के आयात में 50 प्रतिशत की है। भारत मुख्य रूप से इंडोनेशिया और मलेशिया से पामतेल का आयात करता है, और अर्जेंटीना से सोयाबीन तेल सहित कच्चे नरम तेल की एक छोटी मात्रा का आयात करता है। सूरजमुखी का तेल यूक्रेन और रूस से आयात किया जाता है। एक अलग अधिसूचना में डीजीएफटी ने कहा कि उड़द और तुअर की मुफ्त आयात नीति को 31 मार्च, 2024 तक बढ़ा दिया गया है। पहले यह सुविधा 31 मार्च, 2023 को खत्म होने वाली थी।

Maharastra News : महाराष्ट्र से मुंबई को कोई नहीं ले सकता: आदित्य

अगली खबर पढ़ें

Mukesh Ambani : मुकेश अंबानी के 20 साल पूरे, दो दशक में कंपनी की पूंजी 42 गुना बढ़ी

19 20
Mukesh Ambani
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:10 PM
bookmark

Mukesh Ambani: नयी दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पद पर अब मुकेश अंबानी को 20 साल पूरे हो गए हैं। उनकी अगुवाई में रिलायंस ने पिछले दो दशक में राजस्व, लाभ के साथ ही बाजार पूंजीकरण में लगातार दो अंकीय वृद्धि दर हासिल की है। इस दौरान कंपनी का बाजार पूंजीकरण 42 गुना बढ़ा है, तो लाभ में करीब 20 गुना की वृद्धि हुई है।

Mukesh Ambani

कंपनी द्वारा बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि अंबानी के नेतृत्व वाले 20 वर्षों में 87 हजार करोड़ प्रति वर्ष की दर से निवेशकों की झोली में 17.4 लाख करोड़ रुपये आए।

इस बीच, दुनियाभर की बड़ी से बड़ी कंपनियों का निवेश रिलायंस को मिला। फेसबुक, गूगल और बीपी जैसी बड़ी कंपनियों ने रिलायंस में निवेश किया।

देश की सबसे बड़ी कंपनी की सफलता की कहानी के कई महत्वपूर्ण अध्याय मुकेश अंबानी ने अपने हाथ से लिखे हैं। तेल से शुरू कर कंपनी ने दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र में कई मुकाम हासिल किए हैं। मुकेश अंबानी ने ही सबसे पहले डेटा को ‘न्यू-ऑयल’ कहा था। जाहिर है कि डेटा ने आज देश के आमजन की रोजमर्रा की जिंदगी को बदल डाला है।

अंबानी ने दुनिया की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनियों में से एक रिलायंस जियो को खड़ा किया। जियो के आने के बाद देश ने डिजिटल दुनिया में जो दौड़ लगाई, उसे देख दुनिया ने दांतों तले अंगुली दबा ली। आज सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन का रिकॉर्ड भारत के नाम है। इसमें रिलायंस जियो का भी योगदान है।

आरआईएल ने बताया कि जो डेटा करीब 250 रुपये प्रति जीबी की दर से मिलता था, वह जियो के आने के बाद घटकर 10 रुपये के आसपास पहुंच गया। डेटा खपत में भी देश ने लंबी छलांग लगाई और 2016 में 150वें स्थान से बढ़कर दुनिया में भारत ने पहला स्थान हासिल कर लिया है।

खुदरा क्षेत्र में भी रिलायंस दुनिया की दिग्गज कंपनियों को टक्कर दे रही है। ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, खुदरा हो या थोक कारोबार, मुकेश अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस ने अपनी पकड़ मजबूत की है।

रिलायंस रिटेल ने पिछले साल एक दिन में करीब सात स्टोर खोले का रिकॉर्ड बनाया है। राजस्व के मामले में भी वह देश की शीर्ष खुदरा कंपनी बन गई है।

मुकेश अंबानी ने भविष्य की रिलायंस के लिए सपने अभी से बुनने शुरू कर दिए हैं। जामनगर में 75 हजार करोड़ रुपये के निवेश से नवीकरणीय ऊर्जा के लिए पांच गीगा फैक्टरी लगाई जा रही हैं। सौर ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन जैसे नए ऊर्जा साधनों पर भी रिलायंस तेजी से काम कर रही है।

UP News : यूपी में महिलाएं करा रही थीं जबरन धर्मांतरण, सात पर मुकदमा, तीन गिरफ्तार