GHAZIABAD SAMACHAR: निजी भवन छोड़ किराये की बिल्डिंग में जाएगा एलआईसी

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GHAZIABAD SAMACHAR
locationभारत
userचेतना मंच
calendar31 Jan 2023 09:29 PM
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GHAZIABAD SAMACHAR:  गाजियाबाद। पहले से ही एलआईसी पर बिकने के संकट मंडरा रहे हैं। वहीं शेयर धड़ाम होने के बाद से शेयर बाजार में हड़कंप मचा हुआ है। अब तो हालात यह उत्पन्न हो गए हैं कि एलआईसी गाजियाबाद में अपनी निजी बिल्डिंग को छोड़कर आरडीसी में किराये के भवन में शिफ्ट होगी।

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बता दें, जिस जीटी रोड की बिल्डिंग में मौजूदा में एलआईसी का कार्यालय है, उसमें प्रॉपर पार्किंग की व्यवस्था है, जबकि आरडीसी में जिस बिल्डिंग में कार्यालय शिफ्ट किया जा रहा है, उसमें नहीं है। उसमें एक तल व्यवसायिक एवं शेष तल आवासीय है। सवाल ये उठ रहा है कि इमारत के चौथे तल तक कैसे बुजुर्ग पहुंच पाएंगे। इसमें लिफ्ट की दूर तक भी व्यवस्था नहीं है। जानकार ये भी कहते हैं कि एलआईसी की अपनी बिल्डिंग किराए पर दिए जाने से वह लाभ मिलने वाला नहीं है, उससे ज्यादा रकम किराए पर चली जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार आरडीसी स्थित डी 45 में एलआईसी के जीटी रोड स्थित कार्यालय को शिफ्ट करने की तैयारी की गई है। सूत्र ये भी बताते है कि एलआईसी के अधिकारियों के द्वारा किस तरीके से धन की बर्बादी की जा रही है। उसका दूसरा बड़ा उदाहरण हिंडनपार के वसुंधरा कालोनी स्थित 12 मंजिला इमारत है। हर माह 4 लाख रूपए बिजली बिल के भुगतान किए जा रहे हैं जबकि जिस वक्त बिल्डिंग खड़ी की जा रही थीं, उस दौरान तय किया गया था कि एलआईसी की इंदिरापुरम, आदि कालोनी में किराए की बिल्डिंग में जो दफ्तर संचालित किए जा रहे हैं, उन्हें एक इमारत में ही शिफ्ट किया जाएगा, जबकि एक लंबा समय बीतने के बाद भी एलआईसी की दूसरी शाखाओं को वसुंधरा कालोनी की बिल्डिंग में शिफ्ट नहीं किया गया है।

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WGC : सोने की वैश्विक मांग 2022 में 4,741 टन के एक दशक के उच्चस्तर पर

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WGC: Global gold demand to hit a decade high of 4,741 tonnes in 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar31 Jan 2023 09:07 PM
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WGC : सोने की वैश्विक मांग 2022 में सालाना आधार पर 18 प्रतिशत बढ़कर 4,741 टन पर पहुंच गई है, जो 2011 के बाद से सबसे ऊंचा स्तर है। इसकी वजह अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में मांग का मजबूत रहना और केंद्रीय बैंकों द्वारा पीली धातु की जबर्दस्त तरीके से खरीद करना है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की तरफ से मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

WGC :

  वर्ष 2021 में सोने की वैश्विक मांग 4,012.8 टन थी। डब्ल्यूजीसी की वार्षिक रिपोर्ट ‘स्वर्ण मांग रुझान’ में बताया गया कि केंद्रीय बैंकों से मिलने वाली मांग 2022 में दोगुनी से भी अधिक होकर 1,136 टन पर पहुंच गई और यह इसके पहले के वर्ष से 450 टन से अधिक होने के साथ-साथ 55 साल का नया उच्चस्तर भी है। रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले वर्ष चौथी तिमाही में मांग 417 टन पर पहुंच गई जिसके साथ 2022 की दूसरी छमाही में कुल मांग 800 टन से अधिक रही। डब्ल्यूजीसी के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक लुइस स्ट्रीट ने कहा, ‘‘पिछले वर्ष सोने की वार्षिक मांग का स्तर एक दशक में सर्वाधिक है। बड़े केंद्रीय बैंकों की ओर से सुरक्षित परिसंपत्तियों के लिए आने वाली मांग कुछ हद तक इसकी वजह है।’’ आभूषणों की मांग 2022 में तीन प्रतिशत कम होकर 2,086 टन रही। मोटे तौर पर इसकी वजह चीन की आभूषण की वार्षिक मांग में कमी आना है जो 15 फीसदी घट गई। रिपोर्ट में कहा गया कि कुल वार्षिक आपूर्ति 2022 में दो प्रतिशत बढ़कर 4,755 टन रही है जो महामारी से पहले के स्तर से अधिक है।

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Business News : अडाणी समूह के हाइफा बंदरगाह से शहर भूमध्यसागर का अहम केंद्र बन जाएगा : मेयर

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Adani Group's Haifa port will make the city an important center of the Mediterranean: Mayor
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:27 PM
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हाइफा (इजराइल)। हाइफा बंदरगाह के रणनीतिक अधिग्रहण के जरिए अडाणी समूह के इजराइल में प्रवेश करने से इजराइल का यह उत्तरी तटीय शहर भूमध्यसागर का मजबूत और रोमांचक केंद्र बन जाएगा। यह बात मंगलवार को शहर की मेयर डॉ. ईनेत कालिश रोतेम ने कही।

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Delhi High Court : दिल्ली उच्च न्यायालय ने शादी की समान उम्र करने संबंधी याचिका उच्चतम न्यायालय को भेजी

अडाणी पोट्रर्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) और इजराइल के गादोत समूह के संघ ने इजराइल में हाइफा बंदरगाह के 1.18 अरब डॉलर में निजीकरण के लिए पिछले वर्ष जुलाई में बोली जीती थी। खरीद की प्रक्रिया इस वर्ष 11 जनवरी को पूरी की गई, जिसके बाद से बंदरगाह के अद्यतन का कार्य पूरे जोरशोर से चल रहा है। इस साझेदारी में भारतीय भागीदार अडाणी की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत और स्थानीय साझेदार का हिस्सा 30 फीसदी है। हाइफा बदंरगाह शिपिंग कंटेनर के मामले में इजराइल का दूसरा सबसे बड़ा पोत और पर्यटक क्रूज शिप के मामले में सबसे बड़ा बंदरगाह है। रोतेम ने कहा कि मैं अडाणी समूह और इसकी इजराइली साझेदार गादोत को बधाई देती हूं। हाइफा शहर में उनका स्वागत है। उन्होंने बताया कि अडाणी-गादोत संघ ने निवेशकों को जो योजना दी है, उसमें राष्ट्रीय मास्टर प्लान के अनुरूप कारोबार और पर्यटन के लिए रियल एस्टेट अवसंरचना का निर्माण करना शामिल है।

Economic Review : रुपये पर कायम रह सकता है दबाव

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उन्होंने कहा कि हाइफा और बंदरगाह के बीच संबंध नए दौर में प्रवेश कर रहा है। यह भूमध्यसागर में हाइफा की स्थिति का फैसला करने वाला होगा और पर्यटन, अर्थव्यवस्था, सांस्कृतिक तथा पर्यावरण के लिहाज से इसे क्षेत्र का एक अग्रणी शहर बनाएगा। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।