Monkey Pox : विदेश से केरल आए व्यक्ति में मिला मंकी पॉक्स के लक्षण

Download 4 2
locationभारत
userचेतना मंच
calendar14 Jul 2022 05:32 PM
bookmark
    Kerala : तिरूवनंतपुरम। कोरोना के साथ ही एक बार फिर मंकी पॉक्स का डर सताने लगा है। विदेश से केरल में आया एक शख्स मंकी पॉक्स से संदिग्ध रूप से संक्रमित पाया गया है। उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। पुष्टि होने के बाद ही उसे मंकी पॉक्स संक्रमित माना जाएगा। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने गुरुवार को बताया कि मंकी पॉक्स के संदिग्ध मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विदेश से लौटने के बाद इस व्यक्ति में मंकी पॉक्स के लक्षण दिखाई दिए थे। रक्त के सैंपल को परीक्षण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस बीमारी की पुष्टि हो सकेगी। मंत्री ने मरीज के बारे में ज्यादा जानकारी दिए बगैर कहा कि उस व्यक्ति में मंकी पॉक्स के लक्षण थे और वह विदेश में एक मंकी पॉक्स रोगी के निकट संपर्क में था। उन्होंने बताया कि हालांकि अभी जांच रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को सचेत रहने को कहा गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मंकी पॉक्स एक वायरल जूनोसिस (पशुओं से इंसान में फैलने वाला वायरस) है। इसमें पूर्व में चेचक के रोगियों के समान लक्षण होते हैं।
अगली खबर पढ़ें

Weather Alert: अब फोन पर मिलेगी श्रद्धालुओं को मौसम की जानकारी, त्रासदी में बच सकेगी जान

IIT Kanpur 1
Weather Alert: अब फोन पर मिलेगी श्रद्धालुओं को मौसम की जानकारी
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 06:40 AM
bookmark

Weather Alert: अमरनाथ हो या फिर केदारनाथ हो या पर्वतीय क्षेत्र में स्थित अन्य तीर्थ स्थल, सभी जगह के मौसम की पल-पल की जानकारी अब आपके फोन मे मिल सकेगी। इसका ये फायदा होगा कि मौसम की वजह से होने वाली घटनाओं से बचा जा सकेगा। असल में आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) ने ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम (AWS) है तैयार किया है, जो आपको, आपको पल-पल के मौसम के विषय में बताता रहेगा। इस उपकरण को उत्तराखंड समेत अन्य जगहों पर लगाया जा रहा है।

Weather Alert

उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिला स्थित मंदिर के पीछे मेरु-सुमेरु पर्वत श्रृंखला की तलहटी पर ऑटोमैटिक वेदर सिस्टम (एडब्लूएस) को स्थापित कर दिया गया है। ये सिस्टम जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के प्रयासों से स्थापित किया गया है। अब वहां के लोग मौसम की जानकारी ले पा रहे हैं।

आईआईटी कानपुर के प्रो. इंद्रसेन की मदद से इसे उत्तराखंड में लगाया जा सका है। जब से वेदर फोरकॉस्ट सिस्टम लगा है केदारनाथ में तापमान, बारिश की संभावना, आद्रता की जानकारी मिल रही है। अभी मौके पर जाकर मौसम से जुड़े सभी डेटा की रीडिंग ली जा रही है। एक सप्ताह के भीतर केदारपुरी क्षेत्र में मौजूद लोगों के पास केदारनाथ मौसम का पल-पल की जानकारी मोबाइल पर भी मिलने लगेगी। आईआईटी ने इसकी शुरुआत कानपुर से ही की थी।

जिलाधिकारी टिहरी के अनुसार केदारनाथ में ऑटोमैटिक वेदर सिस्टम स्थापित होने से वहां के मौसम के बारे में सटीक जानकारी मिल रही। अन्य स्थानों पर भी लगाने की तैयारी है। वहीं, बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान मिलने से जरूरी व्यवस्थाएं करने में भी मदद मिलेगी। पुनर्निर्माण कार्यों और हेलीकॉप्टर संचालन में भी मदद मिलेगी। बारिश के पहले अलर्ट जारी करने का साथ लोगों के संवेदनशील इलाकों में आने-जाने में रोक लगेगी।

Kanwar Yatra 2022 : कांवड़ यात्रा को लेकर अलर्ट जारी, मेरठ में होगी हेलीकॉप्टर से निगरानी

अगली खबर पढ़ें

Vice President Election : उपराष्ट्रपति चुनाव में गुलाम नबी आजाद हो सकते हैं विपक्ष के साझा उम्मीदवार

Download 3 2
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:03 AM
bookmark
New Delhi: नई दिल्ली। आगामी छह अगस्त को प्रस्तावित उपराष्ट्रपति के चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद विपक्ष के साझा उम्मीदवार हो सकते हैं। इस बात की चर्चा सियासी गलियारे में तैर रही है। फिलहाल 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। इसके बाद होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार को लेकर भी चर्चाओं का दौर जारी है। क्या सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति बनेगी या दोनों ओर से अलग-अलग उम्मीदवार उतारे जाएंगे। चर्चा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद विपक्ष के साझा उम्मीदवार हो सकते हैं। हालांकि यह बात भी सच है कि कुछ विपक्षी दल इसके खिलाफ है। कांग्रेस की ओर से अभी अपने उम्मीदवार के नाम के बाबत विचार साझा नहीं किए गए हैं। पार्टी की ओर से यह बयान भी सामने आ गया है कि वह इस चुनाव के लिए किसी नाम का सुझाव नहीं देने जा रही है। उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़गे से पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों की सर्वदलीय चर्चा के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा कि हमारा उम्मीदवार कौन होगा। हालांकि यह बात भी सच है कि पिछले दो दिनों से कांग्रेस आलाकमान जम्मू कश्मीर के नेताओं के साथ मैराथन बैठक कर रही है। इस बैठक में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी शामिल हुए थे। खबर यह भी है कि गुलाम नबी आजाद को जम्मू कश्मीर में बड़ी भूमिका सौंपी जा सकती है। लेकिन, सबसे ज्यादा अटकलें उनके उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर लगाई जा रही है। दूसरी ओर, आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार का नाम तय करने के लिए इसी सप्ताह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की संसदीय बोर्ड की बैठक होगी। उपराष्ट्रपति का निर्वाचन संसद के दोनों सदनों के सदस्यों से मिलकर बनने वाले निर्वाचकगण द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा होता है। ऐसे निर्वाचन में मतदान गुप्त होता है। आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो इसमें राजग उम्मीदवार का पलड़ा भारी है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि बैठक से पहले उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने के प्रयासों के तहत पार्टी की ओर से विपक्षी दलों से भी संपर्क साधा जाएगा।