Iran News Ebrahim Raisi : शोक में डूबा पूरा ईरान, हुआ बड़ा हादसा

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Iran News Ebrahim Raisi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:20 AM
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Iran News Ebrahim Raisi :  ईरान से एक दुखद खबर सामने आई है जहां एक हेलीकॉप्टर क्रैश की दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रहीसी की मौत हो गई है। हेलीकॉप्टर क्रैश में उनके साथ विदेश मंत्री और गवर्नर भी इस हादसे में अपनी जान गवां बैठे हैं।

ईरान में शोक की लहर Iran News Ebrahim Raisi 

रिपोर्ट्स के अनुसार, पायलट ने हेलीकॉप्टर से नियंत्रण खो दिया, जिसके चलते हादसा हुआ। बचाव कार्य में 16 टीमों को लगाया गया है। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (63 वर्षीय) पूर्वी अजरबैजान जा रहे थे। इसी दौरान अजरबैजान के सीमावर्ती शहर जोल्फा के करीब दुर्घटना घटी, जो ईरान की राजधानी तेहरान से 600 किलोमीटर दूर है। वह रविवार तड़के अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने वाले थे। यह तीसरा बांध है, जिसे दोनों देशों ने अरास नदी पर बनाया है। पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर भी राष्ट्रपति के काफिले में शामिल थे।

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान जा रहे थे

आपको बता दें कि इस दुर्घटना के बाद से ईरान में शोक की लहर है । ईरान  हेलीकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रहीसी जिनकी उम्र 63 वर्ष थी उनकी मौत हो गई है। समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि बचाव दल ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के मलबे का पता लगा लिया है। इस हादसे में राष्ट्रपति इब्राहिम रहीसी के अलावा ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम की भी मौत हो गई है। सभी लोग एक ही हेलीकॉप्टर में सवार थे।Iran News Ebrahim Raisi

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श्रीलंका से लेकर चीन तक बज रहा है भारत का डंका, सुनाई दे रहा है साफ

Srlnaka
Sri Lanka News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 May 2024 09:34 PM
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Sri Lanka News : श्रीलंका से लेकर चीन तक भारत देश का डंका बज रहा है। श्रीलंका में भारत की नई पहल के कारण पूरा श्रीलंका तो खुश है। दूसरी तरफ भारत की श्रीलंका में बढ़ रही गतिविधियों के कारण चीन परेशान है। चीन से लेकर श्रीलंका तक बज रहे भारत के डंके की इस गूंज के विषय में हम आपको विस्तार से बता रहे हैं। इससे पहले हम आपको श्रीलंका, अमेरिका तथा लंदन में भारत की जय-जयकार को विस्तार से बता चुके हैं।

श्रीलंका में भारतर की बड़ी पहल

भारत श्रीलंका में बड़ी पहल की तरफ कदम आगे बढ़ा चुका है। दरअसल भारत की अगली सरकार पड़ोसी देश श्रीलंका को तीन बड़ी परियोजनाओं का तोहफा देगी। पहला होगा भारत और श्रीलंका के बीच समुद्र में एक पुल का निर्माण का करना। दूसरा, श्रीलंका के बिजली वितरण सेक्टर को भारत के पावर ग्रिड से जोडऩा और तीसरी परियोजना होगी। भारत तथा श्रीलंका के बीच गैस व तेल आपूर्ति के लिए पाइपलाइन बनाना। यह तीनों परियोजनाओं के लिए बातचीत पिछले साल जब श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे नई दिल्ली आये थे तब पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ हुई थी। भारत में चल रहे चुनाव के बावजूद भारत तथा श्रीलंका की सरकारों के बीच उक्त तीनों परियोजनाओं के लिए बातचीत जारी है। इसकी जानकारी स्वयं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी है।

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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उद्योग जगत सीआईआई के एक सेमिनार में अभिभाषण देने के बाद यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि श्रीलंका में तीनों परियोजनाओं के लिए पूरी आर्थिक मदद भारत सरकार ही मुहैया कराएगी। पड़ोसी देश को उक्त तीनों परियोजनाओं से मदद पहुंचाने की योजना भारत ने पड़ोसी देश श्रीलंका पर चीन के बढ़ते असर को खत्म करने के लिए किया है। श्रीलंका पेट्रोलियम उत्पादों के लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर है। अभी तक भारतीय कंपनी इंडियन ऑयल (आईओसी) काफी हद तक इस आपूर्ति को पूरा करती है। आईओसी ने इसके लिए श्रीलंका में एक सब्सिडियरी भी बना ली है। लेकिन चीन की कोशिश है कि वह श्रीलंका में एक तेल रिफाइनरी लगाये। हाल ही में चीन की एक कंपनी ने वहां 4.5 अरब डॉलर के निवेश से एक रिफाइनरी लगाने का प्रस्ताव किया है।

हिंद महासागर में तैयारी

सूत्रों का कहना है कि चीन के इस प्रस्ताव के बाद से ही भारत ने बांग्लादेश के लिए बिछाई गई फ्रेंडशिप पाइपलाइन के तर्ज पर श्रीलंका को पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति के लिए एक रिफाइनरी बनाने के काम पर विमर्श तेज कर दिया है। भारत का आकलन है कि श्रीलंका के पास हिंद महासागर में आने वाले दिनों में कच्चे तेल या प्राकृतिक गैस का भंडार भी हो सकता है। पाइपलाइन का निर्माण इन संभावनाओं को देखते हुए किया जाएगा। दोनों देशों के बीच समुद्री मार्ग पर सडक़ पुल का निर्माण भारत के लिए काफी भावनात्मक मुद्दा भी है। भारत में यह मत है कि दोनों देशों के बीच कभी एक सेतु था जिसका निर्माण भगवान राम ने करवाया था। बहरहाल, दोनों देशों को जोडऩे वाला पुल सडक़ मार्ग वाला होगा या रेल-सडक़ मार्ग वाला होगा, इसका फैसला किया जाना है।

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सूत्र बताते हैं कि भारत और श्रीलंका के अधिकारियों के बीच इस पुल के इंजीनियरिंग पहलू को लेकर विमर्श शुरू हो चुका है। नई सरकार के गठन के बाद यह काम ज्यादा तेज होगा। इसी तरह से श्रीलंका के बिजली सेक्टर को भारत के बिजली नेटवर्क से जोडऩे की तैयारी भारत की दक्षिण एशिया में एक बिजली नेटवर्क बनाने की सोच के मुताबिक की जा रही है। भारत बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका के बिजली सेक्टर को एक नेटवर्क में जोडऩे की तरफ धीरे-धीरे कदम बढ़ा रहा है। Sri Lanka News

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अब नेपाल ने इन भारतीय मसालों को किया बैन, जाने वजह?

Nepal
Nepal News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:46 AM
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Nepal News :  नेपाल ज्यादातर सामान को लेकर भारत पर निर्भर रहता है। फिर चाहें वो प्रेटोल-डीजल हो या कोई जरूरी सामान। लेकिन अब यही नेपाल अपने पड़ोसी देश के खिलाफ होता दिख रहा है। दरअसल हांगकांग और सिंगापुर ने भारत के कुछ मसाला ब्रांड को बैन कर दिया था, क्योंकि उनमें एथिलीन ऑक्साइड नाम के कीटनाशक जैसे पर्दाथ पाए गए थे। ये सब देखते हुए नेपाल ने भी भारत को चुनौती देते हुए कुछ मसालों को बैन कर दिया है।

भारत के मसाले बैन कर रहा नेपाल

मिली जानकारी के अनुसार नेपाल के फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने अपने बयान में कहा है कि इन चार प्रोडक्ट में निर्धारित सीमा से अधिक एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा मिली है। इसी वजह से फूड रेग्युलेशन-2027 बीएस के आर्टिकल-19 के तहत देश के भीतर इन प्रोडक्ट के इंपोर्ट और सेल को बैन किया जा रहा है। इतना ही नहीं नेपाल की फूड क्वालिटी कंट्रोल इकाइयों ने इंपोर्टर्स और ट्रेडर्स के इन प्रोडक्ट्स को वापस लेने की मांग भी की है।

भारत ने शुरू की हैं जांच

आपको बता दें कि हांगकांग और सिंगापुर के बैन लगाने के बाद भारत के फूड सेफ्टी रेग्युलेटर FSSAI ने इस पूरे प्रकरण की गहन जांच-पड़ताल शुरू की है। वहीं भारत में मसालों के कारोबार की निगरानी करने वाले ‘भारतीय मसाला बोर्ड’ ने कुछ कंपनियों के प्रोडक्ट को बिना जांच किये इंपोर्ट करने से मना कर दिया है। वैसे इस बारे  में बैन लगी कंपनियों के प्रोडक्ट पर बैन लगा है, उनका कहना है कि उनके प्रोडक्ट पूरी तरीके से मानकों के अनुरूप हैं। बता दें भारत में दुनिया भर सबसे ज्यादा मसाले एक्सपोर्ट किए जाते हैं।

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सिंगापुर और हांगकांग ने भी लगाया है प्रतिबंध

दरअसल पिछले महीने सिंगापुर और हांगकांग ने कैंसर से जुड़े कुछ ईटीओ के संदिग्ध केमिकल पाए जाने का हवाला देते हुए दो भारतीय बैंड्स के कुछ मसालों की बिक्री पर रोक लगा दी थी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने तब से देश में विभिन्न ब्रांडों के पीसे मसालों की गुणवत्ता जांच करने के लिए कदम उठाए हैं। वहीं, ब्रिटेन ने भारत से आयात किए गए सभी मसालों पर कड़ा पहरा लगाते हुए आयातों की जांच और बढ़ा दी है।

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