Tariff : फिच की चेतावनी: व्यापार युद्ध से भारत की रफ्तार धीमी

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 04:26 PM
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Tariff : फिच रेटिंग्स ने वैश्विक व्यापार युद्ध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान घटा दिया है। यह कदम दुनियाभर में बढ़ते आर्थिक तनाव और नीतिगत अनिश्चितता के चलते उठाया गया है। आइए जानें इस फैसले के पीछे के मुख्य कारण और इसके भारत व वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव।

1. भारत की विकास दर में 10 आधार अंकों की कटौती

  • फिच रेटिंग्स ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की GDP वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.4% कर दिया है।

  • पहले यह अनुमान 6.5% था, जिसे अब 10 आधार अंकों से कम किया गया है।

2. वैश्विक व्यापार युद्ध की चिंता

  • अमेरिका और चीन जैसे प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के बीच टैरिफ और व्यापार प्रतिबंधों ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रणाली को अस्थिर कर दिया है।

  • यह भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं पर भी अप्रत्यक्ष रूप से असर डाल रहा है।

3. नीतिगत अनिश्चितता और निवेश में गिरावट

  • फिच के अनुसार, अमेरिकी व्यापार नीतियों में स्थिरता की कमी के कारण निवेशकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

  • इससे निजी निवेश और विदेशी निवेश दोनों में गिरावट देखने को मिल रही है।

4. वैश्विक वृद्धि दर में तेज गिरावट

  • फिच के ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक (GEO) के मुताबिक, 2025 में विश्व विकास दर 2% से भी कम रहने की संभावना है।

  • महामारी को छोड़कर यह 2009 के बाद की सबसे कमजोर वैश्विक वृद्धि दर हो सकती है।

5. अन्य देशों की विकास दर पर असर

  • अमेरिका की अर्थव्यवस्था में धीमापन, 2025 तक विकास दर 1.2% पर रहने की उम्मीद।

  • चीन: इस साल और अगले साल 4% से कम वृद्धि दर का पूर्वानुमान।

  • यूरो ज़ोन: वृद्धि दर 1% से भी नीचे बनी रह सकती है।

6. भारत की मध्यम अवधि विकास दर

  • 2024-25: अनुमानित वृद्धि दर 6.2%

  • 2025-26: संशोधित दर 6.4%

  • 2026-27: स्थिर दर 6.3%          Tariff :

 

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ब्राजील में दिखा खेती का भविष्य, भारत में लाएंगे नई तकनीक

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Agriculture Minister :
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 Apr 2025 07:16 PM
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Agriculture Minister : केंद्रीय कृषि मंत्री (Agriculture Minister) शिवराज सिंह चौहान इन दिनों ब्राजील दौरे पर हैं, जहां वे BRICS कृषि मंत्रियों की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। बैठक से इतर उन्होंने ब्राजील के टमाटर और मक्के के खेतों का दौरा किया और कम पानी में ज्यादा सिंचाई की तकनीक को बेहद प्रभावशाली बताया।

"कम पानी, ज्यादा उत्पादन – ब्राजील से सीखने को मिला":शिवराज (Agriculture Minister)

शिवराज सिंह चौहान (Agriculture Minister) ने अपने अनुभव साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने कहा,

“ब्राजील प्रवास के दौरान कई नई तकनीकों से परिचित होने का अवसर मिल रहा है। मैं यहां की खेती देख भी रहा हूं और उससे जुड़ी चीजें सीख भी रहा हूं।”

उन्होंने बताया कि ब्राजील में सिंचाई प्रणाली पूरी तरह से कंट्रोल्ड और मैकेनाइज्ड है। पौधों को उनकी ज़रूरत के अनुसार ही पानी दिया जाता है, जिससे पानी की बचत के साथ-साथ उत्पादन में भी इज़ाफा होता है।

भारत में अपनाएंगे ब्राजील का मॉडल: शिवराज (Agriculture Minister)

शिवराज (Agriculture Minister) ने कहा कि भारत में भी कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए इस तरह की आधुनिक तकनीकों को आवश्यक रूप से अपनाया जाएगा। उन्होंने विशेष रूप से टमाटर की खेती में सिंचाई व्यवस्था की सराहना की और कहा कि यह मॉडल भारत के कई राज्यों में खेती की तस्वीर बदल सकता है।

भारत-ब्राजील कृषि व्यापार को लेकर बड़े संकेत

अपने दौरे के दौरान शिवराज सिंह चौहान (Agriculture Minister) ने साओ पाउलो में ब्राजील के स्थानीय कृषि उद्यमियों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ब्राजील में सोयाबीन और कपास की कटाई में मशीनों के इस्तेमाल की तारीफ की और भारत में इस तरह की तकनीकी साझेदारी को आगे बढ़ाने की बात कही।

उन्होंने ब्राजील के कृषि समुदाय को भारत आने का निमंत्रण भी दिया, जिससे दोनों देशों के बीच अनुभव साझा करने और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को बढ़ावा मिल सके।

बढ़ सकता है भारत-ब्राजील कृषि व्यापार

ब्राजीलियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के अनुसार, भारत-ब्राजील के बीच वर्तमान में कृषि व्यापार लगभग 2 से 3 अरब डॉलर का है, लेकिन आने वाले वर्षों में यह आंकड़ा 15 से 20 अरब डॉलर तक जा सकता है।

ब्राजील फिलहाल भारत को उर्वरक, सोयाबीन, चीनी, मांस और सब्जियां निर्यात करता है। दोनों देशों के बीच यह सहयोग वैश्विक खाद्य सुरक्षा को भी मजबूती दे सकता है। Agriculture Minister :

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Tesla : भारत में टेस्ला की एंट्री, चार्जिंग और एक्सपीरियंस पर फोकस

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Tesla :
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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:21 PM
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Tesla : टेस्ला (Tesla), जो दुनियाभर में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए मशहूर है, अब भारत में अपनी एंट्री की पूरी तैयारी कर रही है। कंपनी ने हाल ही में भारत में कुछ नई नौकरियां निकाली हैं, जिससे यह साफ हो रहा है कि टेस्ला न सिर्फ गाड़ियां बेचने आ रही है, बल्कि यहां के लिए खास चार्जिंग सिस्टम और ग्राहक अनुभव पर भी ध्यान दे रही है।

भारत में चार्जिंग सिस्टम बनाने की तैयारी

टेस्ला (Tesla) ने भारत में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सेटअप के लिए नौकरी निकाली है। इसके तहत कंपनी को नए चार्जिंग पॉइंट्स की तलाश करनी है, जो मौजूदा और आने वाले टेस्ला मालिकों के लिए काम आएंगे। इन चार्जिंग साइट्स को सही समय पर चालू करना और इनके लिए प्रॉपर्टी मालिकों, सरकारी एजेंसियों और दूसरे जरूरी पार्टनर्स से एग्रीमेंट करना भी इसमें शामिल होगा। टेस्ला (Tesla) को ऐसा व्यक्ति चाहिए जो उनके चार्जिंग प्रोग्राम को खुद से मैनेज कर सके। जैसे कि नई जगहें ढूंढ़ना, वहां चार्जिंग स्टेशनों को लगवाना, बातचीत करके डील पक्की करना और लंबे समय तक पार्टनर्स के साथ रिलेशन बनाए रखना।

मार्केटिंग और ग्राहक अनुभव को भी बनाया जाएगा खास

टेस्ला (Tesla) ने एक और नौकरी निकाली है जिसमें उन्हें ऐसा व्यक्ति चाहिए जो मार्केटिंग और लीड जनरेशन का काम संभाले। इसके तहत टेस्ट ड्राइव इवेंट्स, ब्रांड पार्टनरशिप, ऑटो शो, और नए प्रोडक्ट लॉन्च जैसे इवेंट्स को आयोजित किया जाएगा ताकि लोगों तक टेस्ला की पहुंच बढ़ सके।

दिल्ली और मुंबई के लिए डिलीवरी स्पेशलिस्ट की जरूरत

टेस्ला (Tesla) का मानना है कि उनके वाहन की डिलीवरी हर ग्राहक के लिए एक खास पल होता है। इसलिए कंपनी दिल्ली और मुंबई में डिलीवरी एडवाइजर नियुक्त कर रही है जो ग्राहकों को उनकी नई गाड़ी सौंपने से लेकर हर फीचर समझाने तक मदद करेगा। यह व्यक्ति टेस्ला एप, चार्जिंग के तरीके, सॉफ्टवेयर अपडेट्स और पूरी ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में ग्राहकों का साथ देगा ताकि उनका अनुभव और भी बेहतर हो सके।

डिलीवरी ऑपरेशन्स को संभालने के लिए नया पद

टेस्ला एक डिलीवरी ऑपरेशंस प्रोग्राम मैनेजर भी ढूंढ रही है जो पूरे रीजन में डिलीवरी प्रोसेस को बेहतर बनाएगा। यह व्यक्ति इवेंट्स की प्लानिंग, टीमों के बीच तालमेल और डिलीवरी के समय की लॉजिस्टिक्स की जिम्मेदारी उठाएगा।

क्या टेस्ला(Tesla) की एंट्री भारत में गेम-चेंजर होगी?

टेस्ला (Tesla) की इन तैयारियों से साफ है कि कंपनी भारत को एक बड़ा मार्केट मान रही है। अब देखना यह है कि आने वाले महीनों में कंपनी कब तक भारत में अपनी पहली गाड़ी लॉन्च करती है। और क्या भारतीय ग्राहक इस ब्रांड को उतना ही पसंद करेंगे जितना बाकी दुनिया करती है। Tesla :

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