Ghaziabad: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी की कार्रवाई कर 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग संयुक्त राष्ट्र अमेरिका निवासी लोगों के कम्प्यूटर-लैपटॉप में पहले एक वायरस भेजता था, फिर मदद करने के नाम पर उनके बैंक खाते खाली कर देता था।
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जानकारी के अनुसार कॉल सेंटर लिंक रोड थाना क्षेत्र स्थित पेसिफिक बिजनेस पार्क की एक बिल्डिंग में चल रहा था। देर रात पुलिस ने यहां पर छापामार कार्रवाई की। मौके से 15 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। 22 कम्प्यूटर, 15 मोबाइल, 6 फर्जी आधार कार्ड, भारत और यूएसए के नागरिकों से ठगे गए 9 चेक और 4 गाड़ियां रिकवर हुई है।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया, वे एप के जरिये यूएसए बेस्ड लोगों के कम्प्यूटर में एक बग भेजते थे। इससे वे कम्प्यूटर हैंग हो जाते थे। इसके बाद ये गिरोह उस कम्प्यूटर पर अपना हेल्पलाइन नंबर भेजता था। सामने वाला व्यक्ति जब मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करता था तो वे उससे रिमोट एक्सेस एप्लीकेशन डाउनलोड कराकर उसका पूरा कम्प्यूटर हैक कर लेते थे। इसके बाद डेटा हैक करके उसे रिकवर करने के नाम पर रकम वसूलते थे। तमाम लोगों से ये गैंग डॉलर में रकम वसूल चुका है। आरोपियों ने अब तक हजारों लोगों को ठगने की बात कुबूली है।
पुलिस ने इस मामले में नदीम खान, अभिषेक राणावत, ओम शर्मा, आकाश शर्मा, राजा चौहान, रणजीत कुमार, ताबिश, रोहित कुमार, ऋषि दुबे, नवदीप मलिक, ऋषभ वशिष्ठ, मेहरून्निशां, अरुण कुमार, सत्यनारायण और लोपामुद्रा की गिरफ्तारी हुई है। सभी आरोपी गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली के रहने वाले हैं।
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