Drishyam 2 Review- सस्पेंस और थ्रिल से भरपूर फिल्म दृश्यम 2 के क्लाइमेक्स भी मजेदार, टर्न और ट्विस्ट से भरी है फिल्म

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calendar02 Dec 2025 03:48 AM
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Drishyam 2 Review- 2 अक्टूबर की तारीख जितनी महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन के लिए जानी जाती है, उतनी ही पॉपुलर यह तारीख पिछले 7 सालों से फिल्म दृश्यम के लिए भी हो चुकी है। 7 साल पहले जब साल 2015 में अजय देवगन और तब्बू की फिल्म दृश्यम का पहला पार्ट रिलीज हुआ, उसके बाद से ही हर साल 2 अक्टूबर को लाल बहादुर शास्त्री और गांधी जी के साथ साथ ही फिल्म दृश्यम की यादें भी लोगों के दिल में ताजा हो जाती थी। फिल्म के पहले पार्ट में विजय सालगांवकर यानी अजय देवगन ने अपने परिवार को पुलिस से बचाने के लिए 2 अक्टूबर के दिन की कहानी बनाकर ही एक जाल बिछाया था। फिल्म में इस दिन का जिक्र इतनी बार हुआ कि ये दिन दर्शकों की जहन में फिल्म दृश्यम के नाम से भी बस गया। फिल्म दृश्यम का पहला पार्ट दर्शकों को बेहद पसंद आया था। ऐसे में जब इसके दूसरे पार्ट का अनाउंसमेंट हुआ उसके बाद से ही दर्शकों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार था। आखिरकार दर्शकों का इंतजार अब खत्म हो गया है आज ये फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। आइए जानते हैं यह फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर कितनी खरी उतरी है?

क्या है दृश्यम 2 की कहानी -

विजय सालगांवकर का यह डायलॉग कि- "मैं अपनी फैमिली के बिना जी नहीं सकता उनके लिए कुछ भी कर सकता हूं फिर दुनिया मुझे मतलबी कहे या खुदगर्ज", दृश्यम 1 से लेकर दृश्यम 2 तक फिल्म की कहानी का मूल आधार है। फिल्म के पहले पार्ट में आप सब ने देखा था कि अपने परिवार को बचाने के लिए किस तरह से विजय सालगांवकर (Ajay Devgan) ने एक जाल बिछाया था। और उसने अपने परिवार को बचा भी लिया था। अब अगले पार्ट में यह दिखाया गया है कि "सच पेड़ के बीच की तरह होता है जितना भी दफना लो एक ना एक दिन बाहर आ ही जाता है।" 7 साल बाद दृश्यम टू (Drishyam 2) में अतीत का काला सच एक बार फिर उभर कर सामने आ जाता है। ऐसे में अब यह देखने वाली बात होगी कि परिवार को बचाने के लिए किसी भी हद तक गुजर जाने वाला विजय सालगांवकर इस बार अपने परिवार को बचाने के लिए क्या करेगा। फिल्म के दूसरे पार्ट में अभिनेता अक्षय खन्ना की एंट्री फिल्म को और भी मजेदार बना दिया है। फिल्म सस्पेंस और थ्रिल से भरपूर है। जिस में जगह-जगह पर मजेदार टर्न और ट्विस्ट देखने को मिलेगा। कहानी की शुरुआत वहां से होती है जहां से 7 साल पहले विजय एक फावड़ा लेकर पुलिस स्टेशन से बाहर निकलता है। उसे लगता है कि उसके अपराध का कोई भी गवाह नहीं हो सकता। इसके बाद कहानी की शुरुआत होती है आज के समय में जब विजय अपने सपनों को पूरा करके 1 सिनेमा हॉल का मालिक बन चुका है। और खुद की लिखी कहानी पर फिल्म बनाने की तैयारी कर रहा है उसकी बेटी अंजू अभी भी अतीत की घटनाओं से सदमे में है जिसकी वजह से उसे मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। छोटी बेटी अनु टीनएज में आ चुकी है, और पत्नी नंदिनी पड़ोस में आई जेनी से अपना सुख दुख बांटती रहती है। आर्थिक रूप से मजबूत हो चुके विजय सालगांवकर के लिए समाज में तरह-तरह की भ्रांतिया फैली हुई है। उसके बारे में लोगों में यही बातचीत होती है कि क्या विजय ने सच में वह अपराध किया था या नहीं? कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब गोवा में नए आईजी तरुण अहलावत यानी अक्षय खन्ना की एंट्री होती है। तरुण यानी अक्षय खन्ना मीरा देशमुख यानी तब्बू के दोस्त हैं। पहले पार्ट में पति के साथ लंदन में जा बसी मीरा देशमुख अपने बेटे की पुण्यतिथि पर गोवा आई हुई है। अपने दोस्त के साथ मिलकर एक बार फिर मेरा विजय से सच उगलवा कर उसे और उसके परिवार को जेल के सलाखों के पीछे डालना चाहती है। इसी बीच तरुण अहलावत के साथ एक मजबूत सुराग लगता है। और फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है। साल 2015 में फिल्म की कहानी जहां से छोटी थी उसी के आगे की कहानी दृश्यम 2 (Drishyam 2) देखने को मिलेगी।
Drishyam 2- ‘दृश्यम 2’ टीजर हुआ रिलीज, इस दिन रिलीज होगी फिल्म
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Aditya Roy Kapur Birthday Special- एक्टर नहीं बल्कि क्रिकेटर बनना चाहते थे आदित्य

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calendar16 Nov 2022 11:56 AM
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Aditya Roy Kapur Birthday Special- बॉलीवुड के बेहतरीन अभिनेताओं में शुमार आदित्य रॉय कपूर का आज जन्मदिन है। आदित्य का जन्म 16 नवंबर 1985 में मुंबई शहर में हुआ था। एक्टिंग का आदित्य को ऐसा कोई खास शौक तो नहीं था और न ही आदित्य ने इसकी कोई खास ट्रेनिंग ली है। एक्टिंग का हुनर तो आदित्य को खानदान से मिला हुआ है। दरअसल आदित्य के दादाजी रघुपति रॉय कपूर एक फ़िल्म प्रोड्यूसर थे और 1940 के दशक में वो फिल्में प्रोड्यूस किया करते थे। आदित्य की मां सैलोम रॉय कपूर भी ग्लेमर वर्ल्ड से जुड़ी हुई थीं। वहीं अगर बात करें इनके दोनों भाइयों की तो इनके बड़े भाई सिद्धार्थ रॉय कपूर यूटीवी मोशन पिक्चर्स के सीईओ हैं और इनके दूसरे भाई क्रुणाल रॉय कपूर भी एक्टर हैं। ऐसे में आदित्य को एक्टिंग का हुनर घर से ही प्राप्त हुआ है। बचपन में आदित्य (Aditya Roy Kapur want to become a cricketer) का सपना था कि वो एक क्रिकेटर बनें। मगर फिर बाद में उन्होंने अपना करियर बदल लिया और एक्टिंग की दुनिया में आ गए। आदित्य ने मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से डिग्री हासिल की और इसके बाद उन्होंने वी चैनल पर VJ के तौर पर नौकरी की। फिर जब आदित्य का मन यहां से भर गया तो उन्होंने बॉलीवुड में एंट्री लेने का मन बना लिया।

● 2009 में किया था बॉलीवुड में डेब्यू:-

आदित्य (Aditya Roy Kapur debut Movie) ने वर्ष 2009 में आई फ़िल्म 'लंदन ड्रीम्स' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इस फ़िल्म में उनके साथ बड़े- बड़े सुपरस्टार थे, जिसके चलते उन्हें ज्यादा पॉपुलैरिटी नहीं मिली। इसके बाद 2010 में आदित्य 'एक्शन रीप्ले' में नज़र आए। फिर 'गुजारिश' में भी आदित्य ने काम किया, लेकिन जिस सफलता की वो तलाश कर रहे थे, उन्हें मिली नहीं। फिर साल 2013 में फ़िल्म आई 'आशिक़ी 2'। इसके बाद से तो आदित्य छा गए। इस फ़िल्म के गाने के तो क्या ही कहने। हर तरफ बस इसी फिल्म के चर्चे हुआ करते थे। इसके बाद आदित्य को बेहतरीन एक्टर के रूप में जाने लगा। आशिक़ी 2 के बाद आदित्य ने कई फिल्मों में दमदार अभिनय करके लोगों को अपना दीवाना बनाया जैसे 'दावत-ए-इश्क', 'फितूर', 'डियर ज़िंदगी', 'कलंक', 'सड़क 2', 'मलंग' आदि।
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Meenakshi Seshadri Birthday Special- 59 साल की हुई दामिनी, बॉलीवुड की चकाचौंध से दूर, ऐसे बिता रही जिंदगी

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calendar16 Nov 2022 11:54 AM
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Meenakshi Seshadri Birthday Special- साल 1983 में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्रि को, 1993 में आई फिल्म 'दामिनी' से इंडस्ट्री में पहचान मिली। यह फिल्म सुपर डुपर हिट रही। इस फिल्म के एक एक डायलॉग ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया। इस फिल्म के सुपर डुपर हिट होने के बाद फिल्म की अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्री भी मशहूर हो गई। मीनाक्षी शेषाद्री का नाम 80 और 90 के दशक की मशहूर अभिनेत्रियों के रूप में जाना जाता है। यह बॉलीवुड की बेहद खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक थी। जिन्होंने मात्र 17 साल की अवस्था में ब्यूटी कॉन्टेस्ट का खिताब जीता था। मीनाक्षी शेषाद्री का असली नाम शशि कला है। इनका जन्म 16 नवंबर 1963 को झारखंड के सिंदरी में हुआ था। मीनाक्षी को डांसिंग का बहुत शौक था। भारत के चार प्रमुख क्लासिकल डांस स्टाइल भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, कत्थक और ओडीसी में यह पारंगत है। साल 1981 में जब मीनाक्षी (Meenakshi Seshadri) मात्र 17 साल की थी तब इन्होंने मिस इंडिया का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद टोक्यो में होने वाले ब्यूटी कॉन्टेस्ट में इन्होंने भारत को रिप्रेजेंट भी किया था। साल 1983 में इन्होंने फिल्म 'पेंटर बाबू' से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया। हालांकि यह फिल्म ज्यादा हिट नहीं हुई परंतु इसके बाद ही इन्हें जैकी श्रॉफ की फिल्म 'हीरो' में काम करने का ऑफर मिला। इस फिल्म के सुपर डुपर हिट हो जाने के बाद मीनाक्षी शेषाद्री का कैरियर ऊंचाइयों पर चढ़ने लगा। इसके बाद मीनाक्षी कई सुपरहिट फिल्मों में बतौर अभिनेत्री नजर आई। मीनाक्षी ने 80-90 दशक के बॉलीवुड के लगभग सभी सुपरस्टार के साथ फिल्में की। हालांकि मीनाक्षी ने कई सुपरहिट फिल्मों में किरदार निभाए हैं, परंतु साल 1993 में आई फिल्म 'दामिनी' की सफलता ने आसमान की ऊंचाइयों को छुआ और इस फिल्म के हिट होने के बाद से इन्हें बॉलीवुड की दामिनी के नाम से जाना जाने लगा।

मीनाक्षी अपनी निजी जिंदगी को लेकर रही काफी सुर्खियों में -

अपनी बेहतरीन अदाकारी से पॉपुलर होने वाली मीनाक्षी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी अक्सर चर्चा का विषय बनी रहती थी। बॉलीवुड के कई बड़े अभिनेताओं के साथ इनका नाम जुड़ा। इन सब में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा कुमार सानू के साथ इनका नाम जुड़ना। कुमार सानू ने मीनाक्षी शेषाद्री की कई फिल्मों में अपनी आवाज दी है। इन्हीं में से एक बेहद पॉपुलर गाना है 'जब कोई बात बिगड़ जाए' जिसको कुमार सानू ने गाया था। बताया जाता है कि फिल्म के प्रीमियर के दौरान कुमार सानू की मीनाक्षी शेषाद्री से पहली मुलाकात हुई थी और पहली मुलाकात में ही यह कुमार सानू की नजरों में बस गई थी। यह भी कहा जाता है कि मीनाक्षी की वजह से ही कुमार सानू का अपनी पत्नी से रिश्ता टूट गया था। कुमार सानू के अलावा मीनाक्षी का नाम फिल्म डायरेक्टर राजकुमार संतोषी के साथ भी जुड़ा था। खुद राजकुमार संतोषी ने एक इंटरव्यू के दौरान यह बात स्वीकार की है कि -वह मीनाक्षी को पसंद करते हैं। और उन्होंने मीनाक्षी के सामने शादी का प्रपोजल भी रखा था परंतु मीनाक्षी ने रिश्ते को ठुकरा दिया।

बॉलीवुड की चकाचौंध से दूर ऐसे बिता रही जिंदगी -

अब सवाल यह उठता है कि बॉलीवुड की इतनी पॉपुलर अभिनेत्री रह चुकी मीनाक्षी शेषाद्री (Meenakshi Seshadri) अब कहां है और उन्होंने फिल्मों से दूरी क्यों बना ली। साल 1995 में जब मीनाक्षी का कैरियर आसमान की ऊंचाइयों को छू रहा था उसी साल उन्होंने इन्वेस्टमेंट बैंकर हरीश मैसूर के साथ शादी कर ली और शादी के बाद उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों से दूरी बना ली। शादी के बाद से ही मीनाक्षी अमेरिका में बस गई। इन दिनों वह अमेरिका के टेक्सास शहर में अपना एक डांस स्कूल चलाती है। मीनाक्षी ने यह स्कूल साल 2008 में शुरू किया था बहुत ही कम समय में यह एक पॉपुलर स्कूल बन चुका है। हालांकि मीनाक्षी ने फिल्मों से दूरी बना ली है, परंतु वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती है और समय-समय पर अपनी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से अपने फैंस के साथ शेयर करती रहती है।
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