हल्के बुखार, सिरदर्द और जुकाम में पैरासिटामोल लेना है जानलेवा? पढ़ें एक्सपर्ट्स की राय

जानकारों की अगर माने तो बात बात में पैरासिटामोल के इस्तेमाल करने से आपको कई तरह की समस्या हो सकती है और इससे शरीर पर बूरा असर पड़ सकता है।

Is taking paracetamol in case of mild fever headache and cold fatal Read why experts cautioning about this
Is taking paracetamol in case of mild fever headache and cold fatal Read why experts cautioning about this
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:45 PM
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Paracetamol Overdose Complications: आजकल पैरासिटामोल एक आम दवाई बन गई है और यह हर घर में मौजूद है। अकसर ऐसा देखा गया है कि लोग हल्के बुखार और जुकाम में पैरासिटामोल का इस्तेमाल करते हैं, वे बिना किसी डॉक्टर को दिखाई खुद से दवा ले लेते है और अपना इलाज करते हैं। ऐसे में जो लोग मामूली बात में पैरासिटामोल का इस्तेमाल करते हैं, इससे उन्हें काफी समस्या होती है। पैरासिटामोल के ज्यादा यूज से क्या नुकसान (Paracetamol Overdose Complications) होता है, आइए जान लेते हैं।

डॉक्टरों का क्या है कहना

बात बात में पैरासिटामोल के इस्तेमाल करने से आपको कई तरह की समस्या हो सकती है और इससे शरीर पर बूरा असर पड़ सकता है। वे कहते है कि इससे लोगों के लिवर और किडनी से जुड़ी समस्या हो सकती है। उनका मानना है कि पैरासिटामोल के ओवरडोज से कभी-कभी लोगों के लिवर भी फेल हो सकते हैं। मेडिकल रिपोर्ट्स में यह खुलासा हुआ है कि दुनिया भर में पैरासिटामोल एक ऐसी दवा है जो सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से ही साल 2021 में इंग्लैंड और वेल्स में 227 लोगों की मौत हो गई थी। यही कारण है कि जानकार लोगों को इसके इस्तेमाल से बचने की सलाह देते हैं।

पैरासिटामोल का न करें ज्यादा इस्तेमाल

हेल्थ से जुड़े जानकारों का कहना है कि जब कभी भी लोगों को सामान्य तौर पर बुखार या सिरदर्द होता है तो इस हालत में उन्हें 24 घंटे के अंदर 2000mg तक की डोज लेनी की इजाजत है और इसे सेफ माना गया है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि लोग बिना मापे दवा ले लेते है जिससे यह सेफ पैमाने से आगे निकल जाता है। जानकार कहते है कि पैरासिटामोल के ओवरडोज से लोगों को उल्टी या फिर मतली जैसे समस्या हो सकती है। यही नहीं इससे लोगों के दाहिनी ओर पसलियों के नीचे लीवर के पास भी दर्द हो सकते हैं। कुछ लोगों को मानसिक भ्रम और भटकाव यानी एन्सेफैलोपैथी जैसे समस्या भी हो सकती है। इन सब के अलावा लोगों को लो ब्लड शुगर की शिकायत और सांस में समस्या की भी परेशानी हो सकती है। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Chetnamanch इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)

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Winter Health Tips: सर्दियों में हर बीमारियों का रामबाण इलाज है गुनगुना पानी, डेली 2 गिलास पीने से शरीर को मिलते है कई फायदे

गुनगुना पानी सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है। इससे शरीर को बहुत सारे फायदे मिलते हैं।

Lukewarm water is a panacea for all diseases in winter drinking 2 glasses daily gives many benefits to the body
Lukewarm water is a panacea for all diseases in winter, drinking 2 glasses daily gives many benefits to the body.
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:17 PM
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Winter Health Tips: हमारे शरीर के लिए पानी बहुत ही जरूरी होता है। ऐसे में एक तरफ जहां सर्दी का सीजन आ रहा है वहीं इस सीजन में लोग बीमार भी बहुत ज्यादा पड़ते है। लेकिन क्या आप जानते है कि आप एक उपाय करके आप अपने आपको फिट रह सकते है। यही नहीं इस उपाय के कारण आप बीमारियों से भी बच सकते है। ऐसे में आज के इस लेख में यही जानने की कोशिश करेंगे कि कैसे आप गुनगुने पानी के इस्तेमाल से खुद को स्वस्थ रख सकते है साथ ही इसके यूज से आप खुद को बीमारियों से भी महफूज रख सकते है। तो आइए जान लेते हैं गुनगुने पाने के इस्तेमाल के क्या क्या फायदे हैं।

गुनगुने पाने के सेवन का लाभ

सर्दियों में गुनगुने पाने से दिन की शुरुआत करनी चाहिए। लोगों को हर रोज दो गिलास पानी पीना चाहिए। इससे आपका फेट फिट रहता है और वजन भी कंट्रोल होता है। यही नहीं सर्दी, खांसी और गले में खराश जैसी समस्याओं में भी गुनगुना पानी काफी लाभदायक साबित होता है। जानकारों की अगर माने तो हर रोज गुनगुने पानी में नींबू मिलाकर पीने से इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत रहता है। इन सब के अलावा जो लोग सुबह में चाय के बजाय गुनगुने पानी पीते है उन में गैस और एसिडिटी जैसी समस्या भी नहीं होती है। इस पानी के इस्तेमाल से मोटापा भी कंट्रोल होता है।

स्किन और पीरियड्स के दिनों में भी लाभ पहुंचाता है गुनगुना पानी

एक्सपर्ट्स की अगर माने तो गुनगुने पाने के इस्तेमाल से ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। यही नहीं इससे स्किन भी अच्छा रहता है और उसमें ग्लो आती है। पेट साफ रहने के वजह से आपके चेहरे पर पिंपल्स भी नहीं निकलते हैं। जिन लोगों को सर्दियों में जकड़न की शिकायत होती है, वे अगर गुनगुने पानी का इस्तेमाल करते हैं तो इससे उनकी यह समस्या दूर हो सकती है। अकसर ऐसा देखा गया है कि जो महिलाएं पीरियड्स से होती है, उनके पेट में दर्द और ऐंठन होते है। इस हालत में गुनगुना पानी उनको इस तकलीफ में राहत देता है। गुनगुने पानी के कई लाभ है जिससे पूरी शरीर को फायदा मिलता है। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Chetnamanch इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)

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दिल्ली एनसीआर की जहरीली हवाओं के कारण जा सकती है आपकी याददाश्त! हो सकती है अल्जाइमर-डिमेंशिया और पार्किंसंस जैसी खतरनाक बीमारियां: शोध

You may lose your memory due to poisonous Delhi NCR air Dangerous diseases like Alzheimers dementia Parkinson may occur research
You may lose your memory due to poisonous Delhi NCR air Dangerous diseases like Alzheimer's dementia Parkinson may occur research
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 06:26 AM
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Delhi NCR Air Pollution: जैसे-जैसे सर्दी आ रही है दिल्ली एनसीआर की हवा जहरीली होती जा रही है। इससे न केवल फेफड़े और दिल बल्कि पूरे शरीर पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। वहीं आंकडों की अगर बात करेंगे तो पिछले एक हफ्ते से राष्ट्रीय राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400-500 तक बना हुआ है। यह आंकड़े हैरान कर देने वाले हैं क्योंकि इससे लोग काफी प्रभावित हो रहे है। ऐसे में एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि इस तरह के वायु प्रदूषण (Air Pollution) न केवल हमारे दिमाग की क्षमता को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि इससे हमें कई गंभीर बीमारियां भी हो रही हैं। वायु प्रदूषण को लेकर इस शोध में क्या और खुलासे हुए है, आइए इस बारे में जान लेते हैं।

प्रदूषण से अल्जाइमर-डिमेंशिया और पार्किंसंस का खतरा

हार्वर्ड टीएच के एक मेटा विश्लेषण अध्ययन के मुताबिक, जो लोग वायु प्रदूषण पीएम 2.5 के संपर्क में रहते है उनमें अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसे बीमारियों के होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। यही नहीं इतने पीएम में लोगों को यूरोलॉजिकल का भी खतरा रहता है। एक दूसरे शोध में यह पाया गया है कि एयर पॉल्यूशन के कारण लोगों में पार्किंसंस की भी समस्या देखने को मिल रही है। बता दें कि पार्किंसंस दिमाग से जुड़ी बीमारी है जिससे न केवल मस्तिष्क बल्कि इससे लोगों को कई और समस्या भी होती है। जानकारों की अगर माने तो इससे लोगों को कंपकंपी, शरीर के बैलेंस बनाने में समस्या होती है।

20 से 25 सिगरेट पीने के बराबर है दिल्ली का प्रदूषण

दिल्ली और एनसीआर का वायु प्रदूषण दिन पर दिन खराब होता जा रहा है। इसका ज्यादा असर बच्चों और बुजर्गों पर पड़ रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली और एनसीआर में जो मौजूदा वायु प्रदूषण है वह काफी जहरीला है और वे इसकी तुलना 20 से 25 सिगरेट पीने से कर रहे है। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Chetnamanch इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)

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