Vande bharat train रेलवे 2025-26 तक वंदे भारत रेलगाड़ियों का करेगा निर्यात

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Vande bharat train
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:01 AM
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Vande bharat train: भाारतीय रेलवे 2025-26 तक यूरोप, दक्षिण अमेरिका और पूर्वी एशिया के बाजारों में वंदे भारत रेलगाड़ियों का निर्यात करने की तैयारी कर रहा है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि शयनयान श्रेणी वाली स्वदेशी रेलगाड़ियों का नया संस्करण 2024 की पहली तिमाही तक आ जाएगा।

Vande bharat train

उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे अगले कुछ वर्षों में 75 वंदे भारत रेलगाड़ियों के जरिए 10-12 लाख किलोमीटर की दूरी तय करने की योजना बना रहा है।

अधिकारी ने कहा, 'रेलगाड़ियों के निर्यात के लिए परिवेश अगले दो से तीन वर्षों में तैयार किया जाएगा। हम अगले तीन वर्षों में 475 वंदे भारत रेलगाड़ियों का निर्माण करने की राह पर हैं और एक बार उनका सफलतापूर्वक संचालन होने के बाद... वैश्विक बाजारों में हमारे उत्पादों के लिए भरोसा होगा। वंदे भारत रेलगाड़ियां सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करती हैं।'

उन्होंने कहा कि इन रेलगाड़ियों में यात्रियों को कोई झटका नहीं लगता है और शोर का स्तर विमान के मुकाबले 100 गुना कम है।

अधिकारी ने कहा कि भारत को 2025-26 तक अपनी पहली झुकने में सक्षम (टिल्टिंग) रेलगाड़ी मिलेंगी।

‘टिल्टिंग ट्रेनों’ में ऐसी व्यवस्था होती है, जिससे ‘ब्रॉड-गेज ट्रैक’ पर उनकी गति तेज होती है। वहीं मोड़ आने पर वे झुकने में सक्षम होते हैं।

इस तकनीक का इस्तेमाल करके 100 वंदे भारत रेलगाड़ियों का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी मदद से रेलगाड़ियां घुमावदार मोड़ पर मोटरसाइकिल की तरह तेजी से घूम सकेंगी।

उन्होंने कहा कि 2025 तक बनने वाली 400 वंदे भारत रेलगाड़ियों में से 100 में यह तकनीक होगी।

अधिकारी ने कहा, 'हमारे पास देश में झुकने में सक्षम रेलगाड़ियां होंगी। हम इसके लिए एक प्रौद्योगिकी भागीदार के साथ गठजोड़ करेंगे। हमारे पास अगले दो से तीन वर्षों में 100 वंदे भारत रेलगाड़ियों में यह तकनीक होगी।'

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IPRD 2022: भारत ऐसी विश्व व्यवस्था में विश्वास नहीं करता जहां कुछ को दूसरों से श्रेष्ठ समझा जाता है : राजनाथ

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IPRD 2022
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 08:14 AM
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IPRD 2022: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत किसी ऐसी विश्व व्यवस्था में विश्वास नहीं करता जहां कुछ को दूसरों से श्रेष्ठ समझा जाता है। उन्होंने कहा कि देशों के कार्य मनुष्यों की समानता एवं सम्मान के सार तत्व से मार्गदर्शित हों जोकि प्राचीन मूल्यों का हिस्सा है।

IPRD 2022

हिन्द प्रशांत क्षेत्रीय वार्ता (IPRD 2022) कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने सुरक्षा और समृद्धि को हमेशा सम्पूर्ण मानवता के ‘सामूहिक उद्देश्य’ के रूप में देखा है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा दृढ़ विश्वास है कि अगर सुरक्षा सही अर्थों में सामूहिक उद्यम बन जाती है तब हम एक ऐसी विश्व व्यवस्था तैयार करने के बारे में सोच सकते हैं जो हम सभी के लिये लाभदायक हो । ’’

रक्षा मंत्री ने कहा कि अब हमें सामूहिक सुरक्षा के दायरे से ऊपर उठकर साझे हित और साझी सुरक्षा के स्तर पर जाने की जरूरत है।

सिंह ने कहा, ‘‘ भारत बहुस्तरीय गठबंधन की नीति में विश्वास करता है जिसे विभिन्न हितधारकों के माध्यम से विविध सम्पर्कों के जरिये हासिल किया जा रहा है ताकि सभी के विचारों एवं चिंताओं के बारे में चर्चा की जा सके और उनका निपटारा किया जा सके । ’’

सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को एक की कीमत पर दूसरे की जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि हमें सभी के लिये जीत की स्थिति सृजित करने का प्रयास करना चाहिए ।

रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि एक मजबूत एवं समृद्ध भारत का निर्माण दूसरों की कीमत पर नहीं हो सकता है बल्कि भारत दूसरों देशों को उनकी पूर्ण क्षमता को हासिल करने में मदद के लिये है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत किसी ऐसी विश्व व्यवस्था में विश्वास नहीं करता है जहां कुछ को दूसरों से श्रेष्ठ समझा जाता है । उन्होंने कहा कि देशों के कार्य मनुष्यों की समानता एवं सम्मान के सार तत्व से मार्गदर्शित हों जोकि प्राचीन मूल्यों का हिस्सा है।

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<span style="color: #4c83f5;">Fraud News</span> दुबई के कारोबारी से केरल निवासी दामाद ने ठगे 107 करोड़

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:37 PM
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Fraud News: कोच्चि। दुबई में रहने वाले प्रवासी भारतीय व कारोबारी अब्दुल लाहिर हसन ने भारत में रहने वाले अपने दामाद पर न सिर्फ 107 करोड़ रुपये ठगने का आरोप लगाया है बल्कि, कहा है कि दामाद ने कुछ संपत्तियों का मालिकाना हक भी हासिल कर लिया है। उनका दामाद केरल में रहता है।

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कारोबारी अब्दुल लाहिर हसन की बेटी और केरल के कासरगोड निवासी मोहम्मद हाफिज का 2017 में विवाह हुआ था। हसन ने अलुवा पुलिस के पास करीब तीन महीने पहले दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया कि हाफिज ने उसकी कुछ सम्पत्तियों का मालिकाना हक भी हासिल कर लिया है। इस मामले में 100 करोड़ रुपए से अधिक राशि की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। आरोपी अब भी फरार है और बताया जा रहा है कि वह गोवा में ही है। ऐसे में मामले की जांच 24 नवंबर को केरल पुलिस की अपराध शाखा को सौंपी गई। शिकायतकर्ता हसन ने एक टीवी चैनल को बताया कि अलुवा पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने या उसे पूछताछ के लिए बुलाने में भी कथित रूप से विफल रही। हसन ने कहा कि वह उसके दामाद को इस्तेमाल के लिए दी गई 1.5 करोड़ रुपये की कार भी हासिल करने में नाकाम रही। प्रवासी भारतीय ने कहा कि कथित धोखाधड़ी की शुरुआत उस समय हुई, जब उसके दामाद ने प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के बाद लगाए गए जुर्माने का भुगतान करने के लिए उससे लगभग चार करोड़ रुपये मांगे थे। हसन ने चैनल को बताया कि उसके बाद जमीन खरीदने या जूते-चप्पलों का शोरूम खोलने जैसे कई बहाने बनाकर हाफिज ने 92 करोड़ रुपये लिए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हसन के दामाद ने यह सब अकेले नहीं किया और इस काम में अक्षय थॉमस वैद्यन नाम के व्यक्ति ने उसका साथ दिया। अधिकारी ने बताया कि हसन ने पुलिस के पास दर्ज कराई गई शिकायत में दोनों लोगों के नाम लिखे हैं।

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