PM Modi friend: पीएम मोदी का ये दोस्त आज भी बहाता है उनके लिए आंसू

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PM Modi friend
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:32 AM
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PM Modi friend: आज देश के लोग हिन्दू मुस्लिम की बात करते हैं। कौमवाद को लेकर देश में नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है, लेकिन देश के PM  नरेंद्र मोदी का एक मुस्लिम दोस्त ऐसा भी है, जो आज भी उनके लिए आंखों से आंसू बहाता है। PM Modi की लंबी उम्र और तरक्की की कामना करते हुए यह दोस्त आज भी भावुक हो जाता है। जब पीएम के इस दोस्त से चेतना मंच की टीम ने बात की तो वह अपनी आंखों से आंसू को नहीं रोक पाया।

PM Modi friend

वडनगर है पीएम का गांव आपको बता दें कि प्रधानमंत्री के गुजरात प्रदेश में स्थित उनके पैतृक गांव वडनगर में आज भी एक ऐसा दोस्त है, जो पीएम के बचपन से ही उनका दोस्त है। एक ही स्कूल में वें दोनों साथ-साथ पढ़े हैं। वडनगर, गुजरात के मेहसाणा जनपद का गांव है। इस गांव में ही पीएम का जन्म हुआ था। इस गांव के रेलवे स्टेशन पर ही प्रधानमंत्री ने बचपन मेन चाय बेची थी।

एक साथ पढ़े है फिरोज और मोदी पिछले दिनों चेतना मंच की टीम ने गुजरात का भ्रमण किया और पीएम मोदी के बारे में वें सब रोचक जानकारियां जुटाई, जिनसे आज भी बहुत काम लोग वाकिफ हैं। इस गांव के रेलवे स्टेशन पर हमें एक शख्स मिले, जिनका नाम है फिरोज खान- हुसैन खान पठान। फिरोज खान पीएम मोदी के साथ पढ़े हैं, उनके साथ खेले हैं और कूदे हैं। यहां तक कि दोनों ने एक दूसरे के दुख सुख भी साझा किये हैं। आज नरेंद्र मोदी देश की सर्वोच्च कुर्सी पर विराजमान है और उनके दोस्त फिरोज खान गाँव में ही नजर आते हैं।

नरेंद्र ने गरीबी को नजदीक से देखा फिरोज खान बताते हैं कि नरेंद्र दामोदर दास मोदी और मैं साथ ही में एक ही स्कूल में पढ़ते थे। पांच साल साथ में पढ़े हुए हैं। उन दिनो गरीबी बहुत थी। मैंने उनकी मुफलिसी को करीब से देखा है। चाय बनाते थे, भजिया बनाते थे, हम खाने के लिए भी जाते थे।

[caption id="attachment_62303" align="alignnone" width="750"]PM Modi friend PM Modi friend[/caption]

बचपन में आक्रमक नहीं थे नरेंद्र फिरोज खान ने बताया कि नरेंद्र बचपन में सादे और सिंपल थे। जितने आक्रमक अब हैं, बचपन में ऐसे नहीं थे। उन्होंने बताया कि वो मेरे से चार महीने बड़े हैं। कक्षा में बहुत तौल माप के बोलते थे, कोई उलझन सुलझन नहीं। स्कूल में कान पर मास्टर जी पट्टी लगा देते थे, गलती करने पर।

मेरा दोस्त सलामत रहे, दोस्ती सलामत रहे एक सवाल के जवाब में फिरोज खान ने कहा कि मोदी को मेरी सलाह की जरूरत नहीं है। वह बहुत समझदार है। इसी दरम्यान एक याद को ताजा करते हुए फिरोज खान की आंखों से आंसू निकल आते हैं। वह कहते हैं कि ये खुशी के आंसू हैं, आज उसका दोस्त इतनी बड़ी कुर्सी पर बैठा है, इससे बड़ी बात मेरे लिए क्या हो सकती है। वह कहते हैं कि मेरा दोस्त सलामत रहे, हमारी दोस्ती सलामत रहे। यही दुआ परवदिगार से करता हूं।

ये बहुत आगे निकल गया है फिराज खान ने बताया कि वर्ष 2000 में नरेंद्र वडनगर स्टेशन पर आया था। उसके हाथ में एक ​ब्रीफकेस था। मेरे साथ टीनू भाई साथ थे। मैंने पूछा कहां जा रहा है तो बोला दिल्ली जा रहा हूं। यहां से अहमदाबाद जाउंगा और वहां से प्लेन में जाउंगा। मोदी की इस बात को सुनकर उस वक्त टीनू भाई ने कहा था कि ये बहुत आगे निकल गया है। इसके बाद 2002-03 में नरेंद्र से मुलाकात हुई थी।

हिन्दू मुस्लिम की बात नहीं करते मोदी बकौल फिरोज खान, मोदी हिन्दू मुस्लिम की बात नहीं करते। हिन्दुस्तान में कौमवाद नहीं है। आपस के झगडे होते हैं, जिन्हें बड़ा कर दिया जाता है। कुछ लोग हिन्दुस्तान को खराब कर रहे हैं। जितना पब्लिक मिलकर रहेगी , उतना नेता भी मजबूत और हिन्दुस्तान भी मजबूत रहेगा। अंत में फिरोज खान कहते हैं, सोच को बदल दो तो सितारे बदल जाएंगे, कश्ती बदल दो तो किनारे बदल जाएंगे। प्रधानमंत्री व उनके गांव तथा क्षेत्र के किस्से जानने के लिए आप चेतना मंच के साथ अवश्य जुड़े रहे, शीघ्र ही आपको और रोचक किस्सों से अवगत कराएंगे।

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Political News : हर गणतंत्र दिवस पर अपने वादों की प्रगति रिपोर्ट पेश करे सरकार : मायावती

Mayawati
Government should present the progress report of its promises on every Republic Day: Mayawati
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:29 AM
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लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने सरकारों से कहा है कि वे हर गणतंत्र दिवस पर पिछले एक वर्ष के दौरान किए गए अपने वादों और संकल्पों पर अपनी प्रगति रिपोर्ट जनता के सामने पेश करें, ताकि यह दिवस रस्म अदायगी बनकर नहीं रह जाये।

Political News : BSP Chief Mayawati

मायावती ने बृहस्पतिवार को गणतंत्र दिवस की बधाई दी। साथ ही कामकाज के मामलों में सरकारों पर तंज भी किया। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें भी सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की पवित्र भावना से काम करके देश को आगे बढ़ाकर विश्व गुरु बनाएं। मायवती ने कहा कि इसके लिए बहुत जरूरी है कि वे हर साल इस मौके पर पूरी ईमानदारी से स्वयं अपना आकलन करके लोगों को जरूर बतायें कि उन्होंने गत एक वर्ष के दौरान किये गये अपने वादों व संकल्पों को कितना निभाया है। यानी वे विकास रिपोर्ट जरूर दें, ताकि जनता में आत्मविश्वास व उत्साह का संचार हो और साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह केवल रस्म अदायगी बनकर न रह जाए।

Gujarat Riots: फिर बाहर आया गुजरात दंगों का भूत!

बसपा प्रमुख ने कहा कि वास्तव में जनहित व विकास के सरकारी दावों और जमीनी हकीकत में काफी अधिक अन्तर होने से ही जनता व सरकार के बीच अविश्वास बढ़ता जा रहा है। पहले यह हाल कांग्रेस की सरकार में था, जो अब भाजपा की सरकार में भी लगातार जारी है, यह अति-दुःखद है।

Political News : Republic Day

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लगभग 100 करोड़ लोगों को सम्मानजनक रोजी-रोजगार के अभाव में सरकारी अनाज पर ही निर्भर हो जाना यह साबित करता है कि देश के लोगों की आर्थिक हालत बेहतर होने के बजाय बिगड़ी है तथा विकास का सरकारी दावा ज्यादातर हवा-हवाई और छलावा है। उन्होंने सवाल किया कि भारत के विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का देश की आम जनता की जिंदगी पर क्या कोई बेहतर असर पड़ रहा है, क्या देश की पूंजी बढ़ रही है, क्या लोगों की क्रय शक्ति बढ़ रही है।

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मायावती ने कहा कि सरकार जनता से कदम-कदम पर अधिक वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) वसूल करने को ही सफलता मानकर चल रही है, जबकि मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर देश की बाकी जनता गरीबी, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि देश के लगभग 125 करोड़ अति-गरीबों की अमीर सरकार बनकर सरकार आखिर क्या साबित करना चाहती है, यह आज गणतंत्र दिवस पर जरूर सोचने वाली बात है। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida   #ChetnaManch  #चेतनामंच
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Gujarat Riots: फिर बाहर आया गुजरात दंगों का भूत!

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Gujarat Riots
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:33 AM
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Gujarat Riots: नई दिल्ली। वाम समर्थित ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (SFI) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि 2002 के गोधरा दंगों पर आधारित बीबीसी के विवादास्पद वृत्तचित्र की जामिया मिल्लिया इस्लामिया में बुधवार को स्क्रीनिंग आयोजित करने के लिए हिरासत में लिए गए 13 छात्रों को पुलिस ने अभी तक रिहा नहीं किया है। दिल्ली पुलिस ने SFI के इस दावे पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

Gujarat Riots

बीबीसी ने ‘इंडिया : द मोदी क्वेश्चन’ शीर्षक से दो भाग में एक नयी सीरीज तैयार की है। बीबीसी का दावा है कि यह सीरीज गुजरात में 2002 में हुए दंगों के विभिन्न पहलुओं की पड़ताल करती है। गुजरात दंगे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। भारतीय विदेश मंत्रालय ने दो भागों वाले इस वृत्तचित्र को दुष्प्रचार का एक हिस्सा करार देते हुए सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि इसमें पूर्वाग्रह, निष्पक्षता की कमी और औपनिवेशिक मानसिकता स्पष्ट रूप से झलकती है।

भारत ने बीबीसी के वृत्तचित्र ‘इंडिया : द मोदी क्वेश्चन’ का लिंक साझा करने वाले कई यूट्यूब वीडियो और ट्विटर पोस्ट को 21 जनवरी को ब्लॉक करने के निर्देश जारी किए हैं।

दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कई ऐसे छात्रों को हिरासत में लिया था जो बीबीसी के विवादित वृत्तचित्र को दिखाने की घोषणा के बाद चार छात्रों को हिरासत में लिए जाने का विरोध करने के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया परिसर में एकत्र हुए थे।

एसएफआई ने दावा किया कि पुलिस ने हिरासत में लिए गए अधिकतर छात्रों को रिहा कर दिया है, लेकिन 13 छात्र अब भी पुलिस की हिरासत में हैं।

वृत्तचित्र दिखाए जाने की घोषणा एसएफआई ने बुधवार को की थी। उसने कहा था कि एससीआरसी लॉन गेट संख्या आठ पर शाम छह बजे वृत्तचित्र दिखाया जाएगा।

एसएफआई ने आरोप लगाया कि हिरासत में लिए गए इन 13 में से चार छात्र- एसएफआई जामिया इकाई के सचिव अजरज, एसएफआई दक्षिण दिल्ली क्षेत्र उपाध्यक्ष निवेद्या और एसएफआई इकाइयों के सदस्य अभिराम एवं तेजस हैं। उसने कहा कि चारों छात्रों को बुधवार को सुबह हिरासत में लिया गया था और वे सभी जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र हैं।

एसएफआई दिल्ली समिति के सचिव प्रीतीश मेनन ने कहा कि चार छात्रों को बुधवार को सुबह हिरासत में लिया गया था। उन्हें हिरासत में लिए हुए 24 घंटे से अधिक हो गए हैं। बाकी को बाद में शाम को हिरासत में लिया गया था।

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