Maharashtra महाराष्ट्र सरकार राज्य में यहूदी स्थानों पर पर्यटन को बढ़ावा देगी




Delhi Liquor Scam: नयी दिल्ली। कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े एक मामले में सात लोगों के खिलाफ सीबीआई द्वारा दायर आरोप पत्र का यहां की एक अदालत ने बृहस्पतिवार को संज्ञान लिया और कहा कि आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए पर्याप्त आधार हैं।
आरोपी व्यक्तियों में आम आदमी पार्टी (आप) के संचार प्रभारी विजय नायर, हैदराबाद के व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली, शराब व्यवसायी समीर महेंद्रू, आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी कुलदीप सिंह व नरेंद्र सिंह और मूथा गौतम तथा अरुण रामचंद्र पिल्लई शामिल हैं।
सभी सात आरोपियों में से नायर और बोइनपल्ली को जांच के दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तार किया गया था और बाद में 14 नवंबर को उन्हें जमानत दे दी गई थी। हालांकि, वे कथित घोटाले से संबंधित धनशोधन मामले में जेल में हैं।
विशेष न्यायाधीश एम. के. नागपाल ने नायर और बोइनपल्ली के खिलाफ तीन जनवरी को पेशी वारंट जारी किया और अन्य पांच को उसी दिन अदालत में पेश होने के लिए समन जारी किया।
न्यायाधीश ने कहा कि आरोपपत्र की सामग्री, दर्ज किए गए गवाहों के बयान और जांच के दौरान एकत्र किए गए मौखिक और दस्तावेजी सबूतों को देखने के बाद इसके द्वारा प्रकट किए गए अपराधों का संज्ञान लिया जाता है और इस मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त आधार पाए गए हैं।
न्यायाधीश ने कहा कि इस आरोपपत्र के माध्यम से उन सभी सात अभियुक्तों पर मुकदमा चलाने की मांग की जा रही है, ऐसे में उन सभी को उपरोक्त अपराधों के लिए मुकदमे का सामना करने के लिए समन जारी करने का निर्देश दिया जाता है।
Delhi Liquor Scam: नयी दिल्ली। कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े एक मामले में सात लोगों के खिलाफ सीबीआई द्वारा दायर आरोप पत्र का यहां की एक अदालत ने बृहस्पतिवार को संज्ञान लिया और कहा कि आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए पर्याप्त आधार हैं।
आरोपी व्यक्तियों में आम आदमी पार्टी (आप) के संचार प्रभारी विजय नायर, हैदराबाद के व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली, शराब व्यवसायी समीर महेंद्रू, आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी कुलदीप सिंह व नरेंद्र सिंह और मूथा गौतम तथा अरुण रामचंद्र पिल्लई शामिल हैं।
सभी सात आरोपियों में से नायर और बोइनपल्ली को जांच के दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तार किया गया था और बाद में 14 नवंबर को उन्हें जमानत दे दी गई थी। हालांकि, वे कथित घोटाले से संबंधित धनशोधन मामले में जेल में हैं।
विशेष न्यायाधीश एम. के. नागपाल ने नायर और बोइनपल्ली के खिलाफ तीन जनवरी को पेशी वारंट जारी किया और अन्य पांच को उसी दिन अदालत में पेश होने के लिए समन जारी किया।
न्यायाधीश ने कहा कि आरोपपत्र की सामग्री, दर्ज किए गए गवाहों के बयान और जांच के दौरान एकत्र किए गए मौखिक और दस्तावेजी सबूतों को देखने के बाद इसके द्वारा प्रकट किए गए अपराधों का संज्ञान लिया जाता है और इस मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त आधार पाए गए हैं।
न्यायाधीश ने कहा कि इस आरोपपत्र के माध्यम से उन सभी सात अभियुक्तों पर मुकदमा चलाने की मांग की जा रही है, ऐसे में उन सभी को उपरोक्त अपराधों के लिए मुकदमे का सामना करने के लिए समन जारी करने का निर्देश दिया जाता है।

UP News: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में कार में बार चलाने का मामला सामने आया है। सदर सर्किल की सीओ वंदना सिंह ने कार में बार चलाने वालों को रंगे हाथ पकड़ा है। इतना ही नहीं सीओ ने एक ऐसे ढाबे पर भी दबिश दी जो दिखावे के लिए तो रेस्टोरेंट चलाता था, लेकिन वास्तव में यहां शराब पिलाने के लिए गुप्त बार बनाया गया था।
सीओ ने इस दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने के साथ ही दो लोगों के खिलाफ धारा 34 की कार्रवाई की है। दरअसल पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी को जानकारी मिली थी कि हाइवे के ढाबों पर अवैध बार चलाये जा रहे हैं। यह भी जानकारी मिली थी कि रात ढलते ही यहां ढाबों के आसपास लक्ज़री कारें बार में तब्दील हो जाती हैं जिन्हें रसूखदार लोगों का संरंक्षण हासिल है।
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने वंदना सिंह को मिशन गुप्त रखने की हिदायत के साथ मध्य रात्रि में भदोखर थाना इलाके में विराट ढाबे की जांच को रवाना किया। यहां सीओ ने अपने विश्वस्त कर्मियों के साथ छापेमारी की तो इलाके में भगदड़ मच गई। कई लोग कार से भागने में सफल रहे। कारों पर प्रतिबंधित नीली व लाल बत्तियां लगी थीं। पुलिस कर्मियों ने कुछ लोगों को कार से भागते पकड़ लिया जो भीतर से बार में तब्दील थीं। इसके बाद में विराट ढाबे की तलाशी ली गई तो वहां गुप्त अवैध बार चलता हुआ मिला।
मिली जानकारी के अनुसार, सीओ वंदना सिंह ने रेस्टोरेंट संचालक को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने बार चलाने से संबंधित कई सवाल भी किए तो वह हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा। वंदना ने ढाबे पर चल रही अनैतिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिसकर्मियों को कड़ी कार्रवाई करने का भी आदेश दिया। रात में पुलिस के छापे से हड़कंक मच गया। फिलहाल आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है।
UP News: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में कार में बार चलाने का मामला सामने आया है। सदर सर्किल की सीओ वंदना सिंह ने कार में बार चलाने वालों को रंगे हाथ पकड़ा है। इतना ही नहीं सीओ ने एक ऐसे ढाबे पर भी दबिश दी जो दिखावे के लिए तो रेस्टोरेंट चलाता था, लेकिन वास्तव में यहां शराब पिलाने के लिए गुप्त बार बनाया गया था।
सीओ ने इस दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने के साथ ही दो लोगों के खिलाफ धारा 34 की कार्रवाई की है। दरअसल पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी को जानकारी मिली थी कि हाइवे के ढाबों पर अवैध बार चलाये जा रहे हैं। यह भी जानकारी मिली थी कि रात ढलते ही यहां ढाबों के आसपास लक्ज़री कारें बार में तब्दील हो जाती हैं जिन्हें रसूखदार लोगों का संरंक्षण हासिल है।
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने वंदना सिंह को मिशन गुप्त रखने की हिदायत के साथ मध्य रात्रि में भदोखर थाना इलाके में विराट ढाबे की जांच को रवाना किया। यहां सीओ ने अपने विश्वस्त कर्मियों के साथ छापेमारी की तो इलाके में भगदड़ मच गई। कई लोग कार से भागने में सफल रहे। कारों पर प्रतिबंधित नीली व लाल बत्तियां लगी थीं। पुलिस कर्मियों ने कुछ लोगों को कार से भागते पकड़ लिया जो भीतर से बार में तब्दील थीं। इसके बाद में विराट ढाबे की तलाशी ली गई तो वहां गुप्त अवैध बार चलता हुआ मिला।
मिली जानकारी के अनुसार, सीओ वंदना सिंह ने रेस्टोरेंट संचालक को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने बार चलाने से संबंधित कई सवाल भी किए तो वह हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा। वंदना ने ढाबे पर चल रही अनैतिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिसकर्मियों को कड़ी कार्रवाई करने का भी आदेश दिया। रात में पुलिस के छापे से हड़कंक मच गया। फिलहाल आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है।