Sushant Singh Rajput- मर्डर का खुलासा करने वाले हॉस्पिटल स्टाफ की सुरक्षा के लिए SSR की बहन ने पीएम से की अपील

Picsart 22 12 27 08 53 47 589
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 05:49 PM
bookmark
Sushant Singh Rajput Death- बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु हुए ढाई साल हो चुके हैं। शुरुआत में यह दावा किया गया था कि अभिनेता ने खुदकुशी की है। अभिनेता की मौत को खुदकुशी मानकर ही इसकी जांच की गई। मृत्यु के ढाई साल बीत जाने के बाद भी अभी पूरी तरह से यह मामला सुलझ नहीं पाया था। अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। मुंबई के कूपर अस्पताल जहां पर जून 2020 में सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput Post-Mortem) का पोस्टमार्टम किया गया था, वहां के एक स्टाफ ने सनसनीखेज खुलासा किया है। कूपर अस्पताल की मोर्चरी स्टाफ मेंबर रूपकुमार शाह ने यह दावा किया है कि, अभिनेता सुशांत सिंह की मौत सुसाइड नहीं बल्कि एक मर्डर (Sushant Singh Rajput Murder) था। रूप कुमार शाह के इस खुलासे के बाद खलबली मच गई है। अब अभिनेता की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने इनकी सुरक्षा की मांग की है।

वायरल वीडियो में बताया अभिनेता के मौत का सच -

कूपर अस्पताल की मोर्चरी विभाग के स्टाफ मेंबर रूपकुमार शाह का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि- "जब सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुई थी, तब हमें कूपर अस्पताल में 5 शव पोस्टमार्टम के लिए मिले थे। इसमें से एक VIP शव था। जब हम पोस्टमार्टम करने के लिए गए तब हमें पता चला कि यह शव सुशांत का था। उनके शरीर पर कई निशान थे। गले पर भी दो-तीन निशान थे।" अपने वीडियो में रूप कुमार शाह ने यह भी दावा किया है कि जब उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की बॉडी देखी तो उन्हें लगा कि यह सुसाइड का मामला नहीं है और उन्होंने अपने सीनियर के सामने भी यह बात रखी। लेकिन उनके सीनियर ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया और कहा कि इस बारे में बाद में चर्चा की जाएगी।

सुशांत सिंह राजपूत की बहन ने पीएम से की सुरक्षा की मांग -

रूपकुमार शाह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने पीएम से इनकी सुरक्षा की मांग की है। इन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि- " हमें इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि रूप कुमार शाह सुरक्षित रहे"।
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का हुआ था मर्डर : अभिनेता ने नहीं की थी ख़ुदकुशी , ढाई साल बाद हुआ चौंकाने वाला खुलासा
अगली खबर पढ़ें

Cbi News :  बिना परीक्षा 73 विदेशी चिकित्सा स्नातकों को प्रैक्टिस की अनुमति देने की सीबीआई जांच शुरू

Capture12 3
Railway Job Scam
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 04:10 PM
bookmark
Cbi News : नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 14 राज्य चिकित्सा परिषदों के अलावा उन 73 विदेशी चिकित्सा स्नातकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है जिन्हें अनिवार्य परीक्षा उत्तीर्ण किये बिना भारत में चिकित्सा संबंधी प्रैक्टिस (चिकित्सा कार्य) करने की अनुमति दी गई थी। ये जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।

Cbi News

इस अनिवार्य परीक्षा को विदेशी चिकित्सा स्नातक परीक्षा (एफएमजीई) कहा जाता है। नियमों के मुताबिक देश में चिकित्सा प्रैक्टिस की अनुमति हासिल करने के वास्ते एक विदेशी चिकित्सा स्नातक के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग या किसी राज्य चिकित्सा परिषद में स्थायी या अस्थायी पंजीकरण के लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित स्क्रीनिंग परीक्षा/एफएमजीई में अर्हता हासिल करनी होती है। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने राज्य चिकित्सा परिषदों, पूर्ववर्ती भारतीय चिकित्सा परिषद के अज्ञात अधिकारियों और 73 विदेशी चिकित्सा स्नातकों के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार, आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और ठगी का मामला दर्ज किया है। राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड ने स्वास्थ्य मंत्रालय को अवगत कराया था कि 2011-22 के दौरान यूक्रेन, रूस, चीन और नाइजीरिया जैसे देशों से एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले 73 चिकित्सा स्नातकों ने उसकी ओर से आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की है, इसके बावजूद इनका विभिन्न राज्य चिकित्सा परिषदों में पंजीकरण हो गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सीबीआई से की गयी शिकायत में कहा गया, अयोग्य व्यक्तियों की ओर से इस तरह की धोखाधड़ी और फर्जी पंजीकरण नागरिकों की सेहत और आरोग्य के लिए नुकसानदायक होगा।

Corona Alert : भीड़ वाले स्थानों पर मास्क अनिवार्य:कर्नाटक सरकार

अगली खबर पढ़ें

Corona Alert : भीड़ वाले स्थानों पर मास्क अनिवार्य:कर्नाटक सरकार

Capture11 2
Corona Alert
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:01 AM
bookmark
Corona Alert: बेलगावी (कनार्टक)। वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने सोमवार को कई एहतियाती कदम उठाए जिनमें सिनेमाघरों और शिक्षण संस्थानों में मास्क को अनिवार्य बनाना और वृद्धों सहित अधिक खतरे वाली आबादी को भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने की सलाह शामिल है।

Corona Alert

सरकार ने निर्देश दिया है कि बार, रेस्तरां और पब में केवल उन लोगों को प्रवेश दिया जाए जिन्होंने कोविड-19 से बचाव के लिए टीके की दो खुराकें ली हैं। ऐसे स्थानों को नए साल पर बैठने की क्षमता के बराबर ही मेहमानों की मेजबानी करने को कहा गया है। एक जनवरी को नए साल का जश्न भी रात एक बजे तक खत्म करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ नए साल पर भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क को अनिवार्य किया गया है और बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को ऐसे स्थानों से बचने की सलाह दी गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर और राजस्व मंत्री एवं आपदा प्रबंधन प्रभारी आर अशोक की तकनीकी विशेषज्ञों के साथ हुई बैठक के बाद ये फैसले किए गए। मंत्रियों ने कहा कि भयभीत होने की जरूरत नहीं है और सरकार ने कोविड-19 के प्रसार और प्रभाव को रोकने के लिए केवल एहतियाती कदम उठाए हैं। अशोक ने कहा, चीन और कुछ अन्य देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और स्वास्थ्य संकट को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हमें अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी करने की सलाह दी है। उनकी (यात्रियों की) निगरानी दो समर्पित अस्पतालों बॉउरिंग और वेनलॉक में होगी जो क्रमश: बेंगलुरु और मंगलुरु में है और जहां पर राज्य के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी में संक्रमण के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें भर्ती कर निगरानी की जाएगी और जरूरत के तहत इलाज किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि इसके अलावा सिनेमाघर मालिकों को निर्देश दिया गया है कि वे सभी सिनेमाघरों में एन-95 मास्क को अनिवार्य करें। उन्होंने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में मास्क लगाना अनिवार्य होगा और कर्मचारी सुनिश्चित करेंगे कि विद्यार्थी कक्षा में प्रवेश करने से पहले अपने हाथों को रोगाणु मुक्त करें। नए साल के जश्न के संबंध में अशोक ने कहा कि बार, रेस्तरां और पब के कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए कोविड-19 से बचाव के लिए टीके की दो खुराकें लेना अनिवार्य होगा। बेंगलुरु के एम जी रोड पर नए साल का बड़े पैमाने पर आयोजन होता है और इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आयोजन स्थल पर मास्क को अनिवार्य किया गया है और पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया गया है कि आयोजन एक बजे समाप्त होना चाहिए। मंत्री ने कहा कि यह नियम राज्य में अन्य आयोजन स्थलों पर भी लागू होगा जबकि बच्चों और गर्भवती महिलाओं को वहां (भीड़ में) जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। सरकार ने सभी जिला उपायुक्तों के नेतृत्व में समिति गठित की है जिनमें जिला पंचायत के सीईओ, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, पुलिस अधीक्षक और जिला निगरानी अधिकारी को सदस्य बनाया गया है और इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग परिपत्र जारी करेगा। ये समितियां अपने-अपने जिलों में सभी अस्पतालों, ऑक्सीजन संयंत्रों, आईसीयू और बिस्तरों का निरीक्षण करेंगी। एक सवाल के जवाब में अशोक ने कहा कि फिलहाल नियम का उल्लंघन करने वालों के लिए जुर्माने का प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इस संबंध में हम मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे।’’ स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देश के अनुसार बेंगलुरु और मंगलुरु हवाई अड्डे पर आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से दो प्रतिशत की कोविड जांच की जा रही है और लक्षण वाले मरीजों को दो समर्पित अस्पतालों में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि संक्रमण की पुष्टि होने पर नमूने को आनुवंशिकी अनुक्रमण के लिए भेजा जाएगा ताकि पता लगाया जा सके कि संक्रमण करने वाला वायरस बीएफ.7 है या कोई अन्य उप स्वरूप। सुधाकर ने कहा कि टीकाकरण बढ़ाने के लिए ग्राम पंचायत से जिला स्तर तक टीकाकरण केंद्र खोले जाएंगे। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों से खासतौर पर मधुमेह और उच्च रक्तचाप से जूझ रहे लोगों को, गर्भवर्ती महिलाओं और बच्चों को समारोहों में जाने से बचने की सलाह दी और कहा कि इस संबंध में सरकार अलग से परामर्श जारी करेगी। उन्होंने कहा, भयभीत होने की जरूरत नहीं है क्योंकि बीएफ.7 ओमीक्रोन का उप स्वरूप है जिसके संक्रमण का सामना देश करीब एक साल पहले कर चुका है। स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि नए साल के जश्न सहित किसी भी कार्यक्रम या गतिविधि को प्रतिबंधित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल अपनी पूर्व निर्धारित योजना के तहत रैलियों, यात्राओं और कार्यक्रमों का आयोजन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें सरकार के दिशानिर्देशों का अनुपालन करना चाहिए।

National Politics : अल्पसंख्यक अधिक सुरक्षित भारत में:गृह राज्यमंत्री