यूपी के सीएम योगी के नाम पर मुंडवा लिया सिर : आखिर कौन है अनंत जोशी

Yogi sir mundan
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Jul 2025 08:39 PM
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UP News : किसी किरदार को निभाना और उसे जीना इन दोनों में फर्क होता है। और इस फर्क को मिटा देने वाले अभिनेता हैं अनंत विजय जोशी, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आगामी बायोपिक फिल्म 'अजय : द अनटोल्ड स्टोरी आफ अ योगी' के लिए खुद को पूरी तरह समर्पित कर दिया है। उन्होंने अपने सिर के बालों को मुंडवाकर योगी की तरह का लुक बना लिया है।

सिर मुंडवाकर निभाया किरदार का फर्ज

अनंत जोशी ने इस भूमिका में ढलने के लिए केवल स्क्रिप्ट नहीं पढ़ी, उन्होंने अपना सिर भी मुंडवा लिया। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, बाल कटवाना मेरे लिए केवल एक लुक बदलने जैसा नहीं था, यह मेरे भीतर के एक हिस्से को त्यागने जैसा था। मुझे योगी जी को केवल निभाना नहीं था, मुझे उन्हें भीतर से महसूस करना था। यह एक ऐसा बलिदान है, जो कम ही कलाकार करने का साहस करते हैं और वो भी तब, जब किरदार कोई जीवित और प्रभावशाली राजनेता हो, जिसकी पहचान करोड़ों लोगों के दिलों में रची-बसी है।

कौन हैं अनंत जोशी?

उत्तर प्रदेश के आगरा में 1989 में जन्मे अनंत विजय जोशी आज इंडस्ट्री में एक बहुपरिचित नाम हैं। साल 2011 में फिल्म वो पांच दिन से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अनंत, हाल ही में 12वीं फेल में अपने सशक्त अभिनय के कारण चर्चा में आए। उन्होंने फिल्म में विजय वर्मा के दोस्त का किरदार निभाया था। वही किरदार जो नायक को दिल्ली लाकर सिविल सर्विस की प्रेरणा देता है।

फिल्मों और वेब की दुनिया में गहरी छाप

अनंत ने कोबाल्ट ब्लू, कटहल, ब्लैकआउट जैसी फिल्मों के अलावा वेब सीरीज की दुनिया में भी अपना सिक्का जमाया है। गंदी बात, वर्जिन भास्कर, पौरशपुर, ये काली काली आंखें और मामला लीगल है जैसे प्रोजेक्ट्स में उन्होंने अपनी अभिनय क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया है। UP News

"नकलीपन की कोई गुंजाइश नहीं थी"

अनंत कहते हैं, मैं योगी जी की भूमिका में किसी भी तरह की बनावटीपन नहीं चाहता था। मैं चाहता था कि जब दर्शक मुझे पर्दे पर देखें, तो उन्हें लगे कि वही योगी आदित्यनाथ हैं। वही साहस, वही संकल्प और वही आत्म-नियंत्रण। अजय: द अनटोल्ड स्टोरी आॅफ अ योगी इसी साल 1 अगस्त को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म में योगी आदित्यनाथ के जीवन के अनदेखे और अनकहे पहलुओं को दिखाया जाएगा। उनका गोरखपुर से गद्दी तक का सफर, संन्यास की राह और राजनीतिक तपस्या की कहानी को परोसा गया है। अनंत जोशी का यह समर्पण सिर्फ एक फिल्मी तैयारी नहीं, बल्कि अभिनय के प्रति एक तपस्वी श्रद्धा का प्रतीक है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि किरदार में उतरने के लिए केवल अभिनय ही नहीं, आत्मा भी चाहिए। UP News

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उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

UP Cabinet Meeting
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Jul 2025 08:29 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की गुरूवार को हुई कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को आगरा से जोड़ने वाले आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का बड़ा फैसला लिया है। इसके लिए 49 किलोमीटर लम्बा लिंक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। जिस पर 4 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत आएगी।

उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में 30 प्रस्ताव मंजूर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में 30 अहम प्रस्तावों पर मुहर लग गई है। कई विभागों के महत्वपूर्ण प्रस्तावों को हरी झंडी मिल गई। बैठक के बाद उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी व कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने मीडिया को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण का प्रस्ताव और बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण नियमावली का प्रस्ताव भी पास हो गया है। इसके अलावा कैबिनेट में JPNIC (जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर) को चलाने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण को अधिकृत किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बताया कि, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे को जोड़ने के लिए 49 किमी का लिंक एक्सप्रेस बनेगा। यह पूर्वाचल एक्सप्रेस को जोड़ेगा। 4776 करोड़ लागत आएगी। बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल विकास प्राधिकरण (बीडा) के लिए नई नियमावली को मंजूरी कैबिनेट ने दे दी। मेगा परियोजनाओ को इन्सेंटिव देने को मंजूरी दी गई। श्रम विभाग के दो प्रस्ताव मंजूर किए गए। सेवा योजन रोजगार मिशन के गठन को मंजूरी। इसके तहत एक साल में 30 हजार को विदेश में व प्रदेश में एक लाख को रोजगार दिलाएंगे। श्रम मंत्री अनिल राजभर ने दी। 29 खतरनाक कारखानो में महिलाओं को काम करने की अनुमति मिली। विभागों द्वारा 11 प्रकार के सामान गांधी आश्रम व हस्तशिल्प निगम से खरीद की अनिवार्यता तीन साल और बढ़ेगी। राजकीय महाविद्यालयों में सहायक आचार्य व आचार्य के पदो पर भर्ती के लिए लिखित एग्जामिनेशन होगा। उसके इंटरव्यू होगा। इंटरव्यू के नंबर लगभग 20 अंक के आस पास होगा।

JPNIC को लखनऊ प्राधिकरण को सौंपा

लखनऊ के प्रोजेक्ट जेपीएनआईसी को लखनऊ विकास प्राधिकरण को सौंपने पर योगी कैबिनेट ने लगाई मुहर। पिछली समाजवादी पार्टी सरकार ने इसके संचालन के लिए जो सोसायटी बनाई गई थी। जिसको योगी कैबिनेट ने आज भंग कर दिया और अब लखनऊ विकास प्राधिकरण जेपीएनआईसी का मेंटिनेंस कराकर संचालित कराने का काम करेगा। UP News

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काशी की गोद में खड़ा है उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय

काशी की गोद में खड़ा है उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Jul 2025 07:56 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो न केवल राजनीति और संस्कृति का केंद्र रहा है, बल्कि शिक्षा और ज्ञान की धरती के रूप में भी इसकी पहचान सदियों पुरानी है। उत्तर प्रदेश में 75 जिले और 18 मंडल हैं। उत्तर प्रदेश को चार बड़े संभागों पूर्वांचल, पश्चिमांचल, मध्यांचल और बुंदेलखंड में बांटा गया है। उत्तर प्रदेश में 351 तहसील, 17 नगर निगम, और 58,000+ ग्राम पंचायतें हैं। उत्तर प्रदेश ऐतिहासिक विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों से समृद्ध रहा है, जिन्होंने भारत की बौद्धिक विरासत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी कौन-सी है? जवाब है बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU)। आइए जानते हैं इस विश्वविद्यालय की विशालता, इतिहास और विशेषताओं के बारे में।

BHU भारत ही नहीं एशिया का भी गौरव

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय सिर्फ उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि पूरे भारत का एक प्रमुख केंद्रीय विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना महान शिक्षाविद् और स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय ने 1916 में की थी। उनके साथ इस प्रयास में डॉ. एनी बेसेंट का भी योगदान रहा। इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य था भारतीय परंपरा, संस्कृति और आधुनिक विज्ञान का संगम तैयार करना।

कितना बड़ा है BHU?

BHU का मुख्य परिसर लगभग 1300 एकड़ में फैला है। यानी लगभग 5.3 वर्ग किलोमीटर। इसका दूसरा परिसर, जो मिर्जापुर जिले में स्थित है, वह 2700 एकड़ में फैला है। यह पूरे एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालयों में से एक है। BHU में वर्तमान में लगभग 30,000 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। छात्र भारत ही नहीं, दुनिया के 40 से अधिक देशों से यहां अध्ययन करने आते हैं। विश्वविद्यालय में 14 फैकल्टी, 6 संस्थान, और 140 से ज्यादा विभाग हैं, जो नर्सरी से लेकर पोस्ट-डॉक्टरल लेवल तक की शिक्षा देते हैं।

सिर्फ शिक्षा नहीं आस्था का भी केंद्र BHU

BHU के परिसर में ही काशी विश्वनाथ जी का भव्य मंदिर भी स्थित है, जो न केवल छात्रों के लिए आध्यात्मिक बल का स्रोत है बल्कि यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी पहुंचते हैं। यह मंदिर परिसर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना का भी केंद्र है। BHU का निर्माण जनता से जुटाए गए चंदे से हुआ था। पंडित मदन मोहन मालवीय ने इसके लिए देशभर की यात्रा की और लोगों से सहयोग मांगा। विश्वविद्यालय जिस भूमि पर बना है, वह काशी नरेश द्वारा दान में दी गई थी। भारत सरकार ने BHU को "राष्ट्रीय महत्त्व का संस्थान" घोषित किया है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय न केवल उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है, बल्कि यह एक ऐसा संस्थान है जो शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रीय चेतना का संगम बनकर खड़ा है। UP News

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