UP Election 2022: यूपी में 17 विधायकों के टिकट काटेगी भाजपा, 14 जनवरी को आएगी पहली सूची

Bjp 2
up election
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Jan 2022 11:58 PM
bookmark
UP Election: नोएडा। उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव (UP Chunav) को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। पता चला है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश (West Uttar Pradesh) की जिन 58 विधानसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान होना है, वहां के 17 विधायकों के टिकट भाजपा (BJP Candidate List) काटने वाली है। इन 58 विधानसभा क्षेत्रों में पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के 53 विधायक जीते थे। जिन विधायकों के खिलाफ जनता में आक्रोश है अथवा जिन पर विभिन्न प्रकार के आरोप लगे हैं, उनके नाम भाजपा नेतृत्व ने तय कर लिए हैं। ऐसे 17 विधायकों के नाम तय किए गए बताए जाते हैं, जिनको इस बार के चुनाव में टिकट नहीं दिया जाएगा। जिन विधायकों के टिकट (UP Election) काटे जाएंगे वे नाराज होकर पार्टी को हराने के काम में ना जुट जाए इसलिए एक-एक विधायक को बुलाकर समझाया जा रहा है। UP Election 2022: कोरोना पहले जनता पर पड़ा भारी, अब नेताओं की बारी, पढ़ें किसका खेल बिगाड़ने वाली है महामारी यह भी बताया जा रहा है कि उन्हें दूसरे महत्वपूर्ण पदों पर एडजस्ट किया जाएगा। भाजपा के अंतरण सूत्रों का दावा है कि 14 जनवरी को पार्टी के प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी जाएगी। इस सूची में प्रथम चरण से लेकर दूसरे चरण तक के प्रत्याशियों के नाम शामिल रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि इस बार के चुनाव में खासतौर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इस कारण से ऐसे कार्यकर्ताओं को टिकट देने की योजना है जिनकी जीत की संभावना सबसे अधिक रहे। पार्टी के पास अंदरूनी सर्वे रिपोर्ट भी मौजूद है। इस सर्वे रिपोर्ट में 17 विधायकों के चुनाव हारने की पक्की गारंटी बताई गई है।
अगली खबर पढ़ें

Noida News: नोएडा में पोलियो की दवा पिलाने के बहाने फ्लैट में घुसे बदमाश

Burglary
noida news
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Jan 2022 09:37 PM
bookmark
Noida News: नोएडा। नोएडा (Noida) के थाना बिसरख क्षेत्र के 12 एवेन्यू सोसायटी के एक फ्लैट में घुसकर बदमाशों ने एक माँ व बेटी को लूट लिया। बदमाश पोलियो की दवा पिलाने के बहाने महिला व उसकी बेटी को चाकू की नोक पर बंधक बनाकर लाखों के गहने लूटकर फरार हो गए। इसकी सूचना किसी ने पुलिस को दी मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Noida Crime News: नोएडा में बुजुर्गों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 8 गिरफ्तार

एडिशनल डीसीपी क्राइम इला मारन (Additional DCP Crime Ila Maran) ने जानकारी देते हुए बताया कि नोएडा (Noida News) की 12th एवेन्यू सोसायटी(12th Avenue Society) के फ्लैट नंबर 801 में कुछ बदमाश पोलियो की दवा पिलाने के बहाने घर में घुस गए, तभी वहां मौजूद मां-बेटी को चाकू की नोक पर बंधक बनाकर बदमाश वहां से सोने की अंगूठी, चैन आदि आभूषण लूट कर फरार हो गए। मौके पर पहुंचे एडिशनल डीसीपी क्राइम एवं एसीपी योगेंद्र सिंह मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं। साथ ही पुलिस ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज कर दिए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।पीड़ित महिला का नाम संगीता मसद पत्नी अभिनव और उनकी बेटी माही मसद |
अगली खबर पढ़ें

UP Election 2022: कोरोना पहले जनता पर पड़ा भारी, अब नेताओं की बारी, पढ़ें किसका खेल बिगाड़ने वाली है महामारी

Bjp
up election 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Jan 2022 08:46 PM
bookmark
नोएडा। कोरोना महामारी (Coronavirus) ने पूरी मानवता को त्रस्त कर रखा है। अब चुनावी मौसम में यह महामारी राजनेताओं को भी सता रही है। आशंका जताई जा रही है कि उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में कोरोना भाजपा का खेल बिगाड़ सकता है। खासतौर से शहरी क्षेत्रों में कोरोना वायरस से मतदाताओं के बूथ तक ना पहुंचने का बड़ा खतरा पैदा हो गया है। सब जानते हैं कि इस बार का चुनाव बेहद विकट परिस्थितियों में हो रहा है। फिजिकल चुनाव प्रचार पर पाबंदी है। मतदाताओं तक पहुंचने के लिए नेताओं के पास केवल वर्चुअल माध्यम बचा है। यहां तक तो फिर भी गनीमत थी सबसे बड़ा खतरा तो यह है कि क्या इस महामारी के बीच अपनी जान को जोखिम में डालकर मतदाता बूथ (UP Election 2022) तक पहुंचेंगे। यह खतरा शहरी क्षेत्रों में सर्वाधिक है। UP Elections: सपा ने यूपी सरकार के 4 शीर्ष अफसरों को बताया भाजपा कार्यकर्ता, हटाने की मांग यह भी परम सत्य है कि शहरी मतदाता भाजपा का कोर वोटर है। भाजपा का हार जीत का सारा दारोमदार शहरी मतदाताओं के ऊपर है। ऐसे में यदि कोरोना के डर से मतदाता घरों से ही ना निकले तो भाजपा प्रत्याशियों का सारा खेल बिगड़ जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी आशंका कम है कि लोग बूथ तक ना जाए। ग्रामीण इलाकों व छोटी छोटी कॉलोनियों में मतदाता लोकतंत्र के पर्व को बड़ी गंभीरता से लेते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों ने दावा किया था कि फिजिकल प्रचार पर पाबंदी का सबसे बड़ा लाभ भाजपा को मिलेगा। कारण साफ है कि उसके पास बड़ा भारी वर्चुअल नेटवर्क है। अब विश्लेषक नए खतरे की ओर इंगित कर रहे हैं और वह खतरा यह है कि यदि शहरी मतदाता मतदान स्थलों तक नहीं जाएगा तो भाजपा का सारा खेल बिगड़ जाएगा।