भारत में आज डबल दीपावली, भारतीय खून से उत्पन्न ऋषि सुनक होगें ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री

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UK Elections 2024
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:43 PM
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ब्रिटेन- भारत में आज दीपावली का जश्न दोगुना हो गया है, क्योंकि आज भारत का सर गर्व से ऊंचा हो गया है। भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak Britain PM) ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने वाले हैं। ये 28 अक्टूबर को प्रधानमंत्री पद का शपथ ग्रहण करेंगे। इन्हें ब्रिटेन में 200 सांसदों का समर्थन मिला है। जबकि इन्हें चुनौती देने वाले पेनी मोरडॉन्ट को मात्र 26 सांसदों का समर्थन प्राप्त हुआ। गौरतलब है कि ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन में अपना नाम पहले ही प्रधानमंत्री पद से वापस ले लिया था, अब पेनी मोरडॉन्ट ने भी अपना नाम वापस ले लिया है। सोमवार 24 अक्टूबर को कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दलों ने ऋषि सुनक को नेता के रूप में चुना। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज किंग चार्ल्स के सेंद्रीगहम से लंदन लौटने के बाद लिज ट्रस उन्हें इस्तीफा सौंपेंगी इसके बाद प्रिंस चार्ल्स ऋषि सुनक (Rishi Sunak) प्रधानमंत्री पद का पेमेंट लेकर आएंगे। 28 अक्टूबर को यह प्रधानमंत्री पद का शपथ ग्रहण करेंगे इसके बाद 29 अक्टूबर को कैबिनेट का अनाउंसमेंट किया जाएगा।

कौन है ऋषि सुनक जो बन रहे हैं ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री -

ऋषि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं। इनके पेरेंट्स पंजाब के रहने वाले हैं, जो बाद में विदेश में जाकर बस गए। इनकी मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा में कार्यरत है। ऋषि का जन्म ब्रिटेन में ही हुआ था। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई करने के बाद इन्होंने अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। पोलिटिकल छेत्र में कदम रखने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया है।

सुनक की जीत का एक बड़ा कारण है यह -

सुनक (Rishi Sunak) की जीत का एक बड़ा कारण उनकी बैंकर की छवि है। बतौर पीएम ट्रस के विफल रहने का सबसे बड़ा कारण आर्थिक मोर्चे पर विफल रहना था। ब्रिटेन में महंगाई चुनाव का मुद्दा रहा। ब्रिटेन में आर्थिक अस्थिरता भी रही, जिसके बाद जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री रह चुके सुनक इकोनॉमिक बेल आउट प्लान लाए थे। इसे मिडिल क्लास में खासा सराहा था और लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ गई थी।
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International News : दीपावली के दिन ही भारतवंशी ऋषि सुनक बन सकते हैं ब्रिटेन के पीएम

Rishi sunak
Rishi Sunak of Indian descent can become the Prime Minister of Britain on the day of Diwali
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 03:47 AM
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London : लंदन। दीपावली के पावन पर्व पर एक और इतिहास बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आज यानि 24 अक्टूबर को दीपावली के दिन ही ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक देश के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं। अब तक 142 सांसदों का समर्थन हासिल करने का दावा कर चुके सुनक पीएम पद की रेस में सबसे आगे हैं। उनके सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की ओर से नाम वापस लिए जाने के बाद सुनक का रास्ता काफी हद तक साफ हो गया है। हालांकि, पीएम पद पर निर्णायक फैसले के लिए सुनक को आज दोपहर दो बजे तक का इंतजार करना होगा।

International News :

इसकी वजह है कंजर्वेटिव पार्टी की सांसद पेनी मॉर्डन्ट। सुनक को चुनौती देने वाली मॉर्डन्ट अगर आज दोपहर तक अपने लिए 100 सांसदों का समर्थन नहीं जुटा पाती हैं, तो सुनक का पीएम बनना तय हो जाएगा। मॉर्डन्ट के समर्थकों ने अब तक 29 सांसदों के साथ होने का दावा किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि उनके लिए दोपहर दो बजे तक 100 सांसदों का समर्थन जुटाना खासा मुश्किल होगा। वह भी ऐसे समय में जब मौजूदा सरकार में वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने भी इशारों में सुनक को पीएम पद का हकदार बताया है।

International News :

बीते हफ्ते लिज ट्रस के पीएम पद छोड़ने के बाद कंजर्वेटिव पार्टी ने जल्द से जल्द अगला प्रधानमंत्री चुनने के लिए नियमों का एलान किया था। इसके तहत किसी भी उम्मीदवार को पीएम पद की रेस में खड़े होने के लिए कम से कम 100 सांसदों का समर्थन पेश करने की शर्त रखी गई थी। 357 सांसदों वाली कंजर्वेटिव पार्टी में इस लिहाज से ज्यादा से ज्यादा तीन सांसद पीएम पद के लिए दावेदारी ठोंक सकते थे। नियमों के मुताबिक, आखिरी राउंड में बचे दो उम्मीदवारों के बीच जीत का फैसला ऑनलाइन वोटिंग के जरिए होता, जिसमें कंजर्वेटिव पार्टी के 1,70,000 कार्यकर्ता वोट करते। इसके जरिए शुक्रवार तक विजेता का फैसला करना अनिवार्य होता। हालांकि, सुनक के पीछे समर्थन को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि वे सोमवार को ही पीएम बन सकते हैं।
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World Osteoporosis Day 2022- आज मनाया जा रहा है वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे, जानें क्यों खास है दिन

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calendar01 Dec 2025 11:14 AM
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World Osteoporosis Day 2022- हर साल 20 अक्टूबर को वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे मनाया जाता है। ये आमतौर पर हड्डियों से जुड़ा शब्द है। इस दिन लोगों को हड्डियों के फ्रेक्चर एवं उनके इलाज के लिए जागरूक किया जाता है। वैश्विक दृष्टि से भी इस दिन का विशेष महत्व है। आइये फिर जानते हैं कि इसकी शुरुआत कैसे हुई और इसका महत्व क्या है।

विश्व ऑस्टियोपोरोसिस डे की शुरुआत कैसे हुई?

इस खास दिन की शुरुआत 1996 में हुई थी। 20 अक्टूबर 1996 में यूनाइटेड किंगडम की नेशनल ऑस्टियोपोरोसिस सोसाइटी के द्वारा इस दिन को पहली बार मनाया गया था। उसके बाद 1997 में इसको इंटरनेशनल ऑस्टियोपोरोसिस (World Osteoporosis Day) फाउंडेशन द्वारा समर्थन प्राप्त हुआ। बस इसके बाद से हर साल विश्व ऑस्टियोपोरोसिस डे (World Osteoporosis Day को वैश्विक स्तर पर मनाया जाने लगा।

विश्व ऑस्टियोपोरोसिस डे का महत्व क्या है?

ऑस्टियोपोरोसिस एक बहुत ही गम्भीर बीमारी है। ये हड्डियों से जुड़ी एक बीमारी है। इसमें हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। हड्डियों की ताकत कम हो जाती है। इस गंभीर बीमारी से दुनियाभर के लगभग 200 मिलियन से भी ज्यादा लोग ग्रसित रहते हैं, ये तथ्य इंटरनेशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन के द्वारा कहा गया है। यही कारण है कि ये बहुत ही भयानक बीमारी के रूप में हम सभी के सामने है। ऐसे में लोगों में जागरूकता फैलाने की दृष्टि से इस दिन को मनाया जाता है और ये विशेष महत्व रखता है। हड्डियों का जब एक बार फ्रेक्चर हो जाता है तो उसके बाद उसे ठीक कर पाना असंभव से है। यही कारण है कि इस दिन लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाता है।
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