Business News : भारत अधिक विदेशी गंतव्यों के लिए सीधी उड़ानों का हकदार : एयर इंडिया




Delhi News: यमुना को प्रदूषण से बचाने के लिए आम नागरिकों द्वारा शुरू की गई एक पहल के तहत रविवार सुबह बड़ी संख्या में लोग नदी के किनारे मानव श्रृंखला बनाने के लिए एकत्रित हुए।
‘यमुना संसद’ पहल के तहत लोगों ने आईटीओ, वजीराबाद, कालिंदीकुंज, गीता कॉलोनी और ओल्ड उस्मानपुर सहित कई जगहों पर मानव शृंखला बनाई तथा मलजल और औद्योगिक कचरे से दूषित नदी को बचाने की मांग की।
इस अभियान में बड़ी संख्या में सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व संगठन सचिव गोविंदाचार्य, दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय और दिल्ली भाजपा के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा सहित कई राजनेता भी इस अभियान में शामिल हुए।
अभियान के संयोजक रविशंकर तिवारी ने कहा कि यमुना को प्रदूषण से बचाने के संकल्प के तहत मानव शृंखला बनाई गई, क्योंकि “सरकारें वर्षों से नदी को साफ करने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन इस दिशा में कोई खास सफलता नहीं हासिल हुई है।”
Delhi News: यमुना को प्रदूषण से बचाने के लिए आम नागरिकों द्वारा शुरू की गई एक पहल के तहत रविवार सुबह बड़ी संख्या में लोग नदी के किनारे मानव श्रृंखला बनाने के लिए एकत्रित हुए।
‘यमुना संसद’ पहल के तहत लोगों ने आईटीओ, वजीराबाद, कालिंदीकुंज, गीता कॉलोनी और ओल्ड उस्मानपुर सहित कई जगहों पर मानव शृंखला बनाई तथा मलजल और औद्योगिक कचरे से दूषित नदी को बचाने की मांग की।
इस अभियान में बड़ी संख्या में सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व संगठन सचिव गोविंदाचार्य, दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय और दिल्ली भाजपा के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा सहित कई राजनेता भी इस अभियान में शामिल हुए।
अभियान के संयोजक रविशंकर तिवारी ने कहा कि यमुना को प्रदूषण से बचाने के संकल्प के तहत मानव शृंखला बनाई गई, क्योंकि “सरकारें वर्षों से नदी को साफ करने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन इस दिशा में कोई खास सफलता नहीं हासिल हुई है।”

Odisha Rail Accident : भुवनेश्वर/नई दिल्ली। कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के एक जवान शायद पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने शुरुआती बचाव प्रयासों में शामिल होने से पहले ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बारे में आपातकालीन सेवाओं को सतर्क किया था।
एनडीआरएफ के जवान वेंकटेश एन. के. छुट्टी पर थे और पश्चिम बंगाल के हावड़ा से तमिलनाडु की यात्रा कर रहे थे। अधिकारियों ने कहा कि वह बाल-बाल बच गए क्योंकि जिस डिब्बे ‘बी-7’ में वह सवार थे, वह पटरी से उतर गया था लेकिन आगे के डिब्बों से नहीं टकराया।
कोलकाता में एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन के साथ तैनात 39 वर्षीय जवान ने सबसे पहले बटालियन में अपने वरिष्ठ निरीक्षक को फोन करके दुर्घटना की जानकारी दी। उसके बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर घटनास्थल की ‘लाइव लोकेशन’ एनडीआरएफ नियंत्रण कक्ष को भेजी और इसका इस्तेमाल पहले बचाव दल ने मौके पर पहुंचने के लिए किया।
बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम लगभग सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से यह हादसा हुआ, जिसमें कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक यात्री घायल हो गए। Odisha Rail Accident
Odisha Rail Accident : भुवनेश्वर/नई दिल्ली। कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के एक जवान शायद पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने शुरुआती बचाव प्रयासों में शामिल होने से पहले ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बारे में आपातकालीन सेवाओं को सतर्क किया था।
एनडीआरएफ के जवान वेंकटेश एन. के. छुट्टी पर थे और पश्चिम बंगाल के हावड़ा से तमिलनाडु की यात्रा कर रहे थे। अधिकारियों ने कहा कि वह बाल-बाल बच गए क्योंकि जिस डिब्बे ‘बी-7’ में वह सवार थे, वह पटरी से उतर गया था लेकिन आगे के डिब्बों से नहीं टकराया।
कोलकाता में एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन के साथ तैनात 39 वर्षीय जवान ने सबसे पहले बटालियन में अपने वरिष्ठ निरीक्षक को फोन करके दुर्घटना की जानकारी दी। उसके बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर घटनास्थल की ‘लाइव लोकेशन’ एनडीआरएफ नियंत्रण कक्ष को भेजी और इसका इस्तेमाल पहले बचाव दल ने मौके पर पहुंचने के लिए किया।
बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम लगभग सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से यह हादसा हुआ, जिसमें कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक यात्री घायल हो गए। Odisha Rail Accident