Political News : सत्ता की सियासत में ब्रेन गेम के बीच अब मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने की होड़

D2869b888eef1a981e0535b7d71bb467 original
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:36 AM
bookmark
Mumbai: मुंबई। सत्ता की सियासत में अब ब्रेन गेम के जरिये नेताओं के बीच मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने की होड़ लगी है। बुधवार को भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती के बयान के बाद अब शिवसेना नेता संजय राउत ने सियासी पासा चल दिया है। पहले मिथुन चक्रवर्ती ने टीएमसी के ढाई दर्जन से अधिक विधायकों के भाजपा के सपर्क में होने की बात कहकर पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मचा दी थी। अब गुरुवार को संजय राउत ने भी कुछ ऐसा ही बयान देकर मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने की कोशिश की है। उन्होंने दावा किया कि एकनाथ शिंदे गुट के कई विधायक उनके संपर्क में हैं और महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन तय है। गौरतलब है कि शिवसेना में एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद पार्टी के 40 विधायक अलग हो गए थे। इससे राज्य में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। उसके बाद शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनी। महाराष्ट्र में तेजी से बदलते इस सियासी घटनाक्रम के एक माह हो जाने के बाद भी कैबिनेट का विस्तार नहीं किया गया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्य में सत्ता का हस्तांतरण निश्चित है। कई विधायक भावुक होकर शिंदे गुट में चले गए हैं। उन्होंने दावा किया है कि 16 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। संजय राउत ने दावा किया कि कई विधायक मानसिक रूप से वर्तमान सरकार से खुश नहीं हैं, वे भ्रमित हैं। शिंदे के साथ चले गए कई विधायक हमारे संपर्क में हैं। अगर भविष्य में महाराष्ट्र में सत्ता का एक और परिवर्तन होता है तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होना चाहिए। राउत ने भविष्यवाणी की है कि राज्य में सत्ता का एक और बदलाव होगा। शिंदे समूह के कुछ विधायक हमारे संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री लगातार दिल्ली की ओर उड़ान भर रहे हैं। वह अब तक पांच बार दिल्ली आ चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्रियों के पास बार-बार दिल्ली जाने का समय नहीं था। शिवसेना नेता ने मुख्यमंत्री शिंदे पर तीखा हमला बोला और कहा कि यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या वर्तमान मुख्यमंत्री को अपना प्रवास दिल्ली स्थानांतरित करना है। फिलहाल ईडी कई लोगों की जांच कर रही है। कांग्रेस प्रभारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, राकांपा के नवाब मलिक भी ईडी जांच का सामना कर रहे हैं। हम सभी जांच में शामिल हुए, ईडी का सम्मान किया। राउत ने कहा कि अगर मुझे इस मामले में गिरफ्तार भी किया जाता है तो भी मुझे शिवसेना की ओर से गिरफ्तारी की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
अगली खबर पढ़ें

Political News : कांग्रेस नेता के ‘राष्ट्रपत्नी’ कहने पर भाजपा की महिला सांसदों में उबाल

WhatsApp Image 2022 07 28 at 12.42.50 PM
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 02:18 PM
bookmark
New Delhi: नई दिल्ली। कांग्रेस(Congress) के एक सांसद की जुबान फिसलने से संसद में बवाल मच गया। इतना ही नहीं, मौजूदा मानसून सत्र में गुरुवार को पहली बार सत्ताधारी भाजपा के कारण संसद के सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। दरअसल, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी (Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) को राष्ट्रपत्नी कह दिया। इसके बाद गुरुवार को इस पर लेकर भाजपा की महिला सांसदों ने सदन में हंगामा किया। हाथों में सोनिया माफी मांगें का पोस्टर लेकर नारेबाजी की। लोकसभा (Lok sabha)और राज्यसभा (Rajya sabha) में हुए हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। हंगामे के बीच अधीर रंजन ने गुरुवार को संसद के बाहर अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने माफी मांगने से साफ इनकार किया, लेकिन कहा कि गलती से मैंने मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कह दिया, अब आप मुझे फांसी पर चढ़ाना चाहते हैं तो चढ़ा दीजिए। सत्ताधारी दल ‘तिल का ताड़’ बनाने की कोशिश कर रहा है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने सदन में कहा कि कांग्रेस गरीब और आदिवासियों की विरोधी है। अपनी गलती पर माफी मांगने की जगह कांग्रेस सीनाजोरी कर रही है। सोनिया गांधी को कांग्रेस की तरफ से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने हर भारतीय नागरिक का अपमान किया है। इस पर मीडिया को जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) ने कहा कि अधीर पहले ही अपनी गलती मान चुके हैं। अधीर रंजन ने कहा था कि राष्ट्रपत्नी सबके लिए हैं। अधीर रंजन से बुधवार को जब मीडिया ने पूछा था कि आप राष्ट्रपति भवन जा रहे थे, जाने नहीं दिया गया। तब उन्होंने कहा था कि आज भी जाने की कोशिश करेंगे। हिंदुस्तान की ‘राष्ट्रपत्नी’ सबके लिए हैं। हमारे लिए क्यों नहीं। मौजूदा सत्र में विपक्ष लगातार महंगाई और जीएसटी के मुद्दे पर हंगामा कर रहा है। 18 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन महंगाई को लेकर राज्यसभा में हंगामा हुआ था। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 19 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। 20 जुलाई को लोकसभा पहले शाम 4 बजे तक, फिर पूरे दिन के लिए रोकी गई। इसके बाद जीएसटी को लेकर हंगामे के बाद राज्यसभा दोपहर से ही पूरे दिन के लिए स्थगित रही। इस सप्ताह संसद में हंगामा करने के कारण लोकसभा के चार और राज्यसभा के 20 सांसद सस्पेंड किए गए हैं।
अगली खबर पढ़ें

भगवान जब देता है तो छप्पर फाड़कर देता है

Money 1 e1716533807571
Unclaimed Bank Diposits 
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:27 PM
bookmark
कासरगोड : कासरगोड। कहते हैं, जब भगवान देता है तो छप्पर फाड़कर देता है। ऐसा ही एक मामला केरल के उत्तरी जिले मंजेश्वर में देखने को मिला। वहां कर्ज से मुक्ति के लिए एक व्यक्ति अपने मकान का सौदा कर रहा था, लेकिन सौदा पूरा होने के दो घंटे पहले ही उसकी लॉटरी निकल पड़ी। वह भी पांच या 10 लाख की नहीं, बल्कि पूरे एक करोड़ की। केरल के उत्तरी जिले के मंजेश्वर के रहने वाले 50 साल के मोहम्मद बावा पर रिश्तेदारों और बैंक का 50 लाख रुपये का कर्ज था। उसने अपनी दो बेटियों की शादी और व्यापार में हुए घाटे से उबरने के लिए यह कर्ज लिया था। कर्ज न चुका पाने से वह परेशान रहते थे। आखिर, कर्ज से मुक्ति के लिए उन्होंने अपने नवनिर्मित मकान को बेचने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने ग्राहकों की तलाश शुरू कर दी। काफी जद्दोजहद के बाद उन्हें मकान का एक खरीददार मिल गया। सौदा भी लगभग पक्का हो गया। लेकिन, सौदे के तय समय से दो घंटे पहले ही मोहम्मद बावा की मुराद पूरी हो गई। दरअसल, बावा की मुराद केरल सरकार की लॉटरी से पूरी हुई। उन्होंने कर्ज से मुक्ति की उम्मीद में रविवार को केरल सरकार की लॉटरी के टिकट लिए थे। लॉटरी का परिणाम रविवार दोपहर साढे़ तीन बजे घोषित हुआ। इसमें ऊपर वाले ने उनकी सुन ली और लॉटरी निकल गई। वह भी पांच या 10 लाख की नहीं, पूरे एक करोड़ की। लॉटरी खुलने से उनकी जिंदगी ही बदल गई। अब उन्होंने मकान न बेचने का फैसला किया है।