Sikkim: CM के निर्वाचन क्षेत्र में SKM, SDF कार्यकर्ताओं की झड़प

Sikkim News: गंगटोक। सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) और विपक्षी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) के कार्यकर्ताओं की मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निर्वाचन क्षेत्र पोकलोक-कामरंग के तहत आने वाले एक गांव में झड़प हो गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
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दक्षिण सिक्किम जिले में इस घटना में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर पथराव किया। यह विवाद एसडीएफ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सोमवार को धेनचुंग गांव से होकर पार्टी कार्यकर्ताओं के गुजरने को लेकर कहासुनी से शुरू हुआ।
एसडीएफ ने आरोप लगाया कि हिमालयी राज्य में कोई लोकतंत्र नहीं है, जबकि स्थानीय एसकेएम कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे धेनचुंग में विपक्षी पार्टी के समर्थकों को आने नहीं देंगे क्योंकि चामलिंग अपने 25 साल के शासन के दौरान गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया नहीं करा पाए।
एसडीएफ कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में जोरथांग थाने में एक शिकायत दर्ज करायी और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि धेनचुंग गांव में स्थिति अब नियंत्रण में है।
एसडीएफ प्रवक्ता जेबी धरनाल ने कहा कि सिक्किम में कोई लोकतंत्र नहीं है। यह कहां लिखा है कि विपक्षी दल राज्य में राजनीतिक कार्य नहीं कर सकते? यह शर्म की बात है।
एक स्थानीय एसकेएम नेता ने कहा कि हम अपने गांव को किसी भी कीमत पर एसडीएफ का हब नहीं बनने देंगे। एसडीएफ ने इस गांव को नजरअंदाज किया और ग्रामीणों को जल आपूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने में भी नाकाम रही।
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देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida #ChetnaManch #चेतनामंचSikkim News: गंगटोक। सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) और विपक्षी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) के कार्यकर्ताओं की मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निर्वाचन क्षेत्र पोकलोक-कामरंग के तहत आने वाले एक गांव में झड़प हो गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
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दक्षिण सिक्किम जिले में इस घटना में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर पथराव किया। यह विवाद एसडीएफ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सोमवार को धेनचुंग गांव से होकर पार्टी कार्यकर्ताओं के गुजरने को लेकर कहासुनी से शुरू हुआ।
एसडीएफ ने आरोप लगाया कि हिमालयी राज्य में कोई लोकतंत्र नहीं है, जबकि स्थानीय एसकेएम कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे धेनचुंग में विपक्षी पार्टी के समर्थकों को आने नहीं देंगे क्योंकि चामलिंग अपने 25 साल के शासन के दौरान गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया नहीं करा पाए।
एसडीएफ कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में जोरथांग थाने में एक शिकायत दर्ज करायी और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि धेनचुंग गांव में स्थिति अब नियंत्रण में है।
एसडीएफ प्रवक्ता जेबी धरनाल ने कहा कि सिक्किम में कोई लोकतंत्र नहीं है। यह कहां लिखा है कि विपक्षी दल राज्य में राजनीतिक कार्य नहीं कर सकते? यह शर्म की बात है।
एक स्थानीय एसकेएम नेता ने कहा कि हम अपने गांव को किसी भी कीमत पर एसडीएफ का हब नहीं बनने देंगे। एसडीएफ ने इस गांव को नजरअंदाज किया और ग्रामीणों को जल आपूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने में भी नाकाम रही।







