Sikkim: CM के निर्वाचन क्षेत्र में SKM, SDF कार्यकर्ताओं की झड़प

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Sikkim News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 04:09 PM
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Sikkim News: गंगटोक। सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) और विपक्षी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) के कार्यकर्ताओं की मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निर्वाचन क्षेत्र पोकलोक-कामरंग के तहत आने वाले एक गांव में झड़प हो गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

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दक्षिण सिक्किम जिले में इस घटना में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर पथराव किया। यह विवाद एसडीएफ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सोमवार को धेनचुंग गांव से होकर पार्टी कार्यकर्ताओं के गुजरने को लेकर कहासुनी से शुरू हुआ।

एसडीएफ ने आरोप लगाया कि हिमालयी राज्य में कोई लोकतंत्र नहीं है, जबकि स्थानीय एसकेएम कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे धेनचुंग में विपक्षी पार्टी के समर्थकों को आने नहीं देंगे क्योंकि चामलिंग अपने 25 साल के शासन के दौरान गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया नहीं करा पाए।

एसडीएफ कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में जोरथांग थाने में एक शिकायत दर्ज करायी और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि धेनचुंग गांव में स्थिति अब नियंत्रण में है।

एसडीएफ प्रवक्ता जेबी धरनाल ने कहा कि सिक्किम में कोई लोकतंत्र नहीं है। यह कहां लिखा है कि विपक्षी दल राज्य में राजनीतिक कार्य नहीं कर सकते? यह शर्म की बात है।

एक स्थानीय एसकेएम नेता ने कहा कि हम अपने गांव को किसी भी कीमत पर एसडीएफ का हब नहीं बनने देंगे। एसडीएफ ने इस गांव को नजरअंदाज किया और ग्रामीणों को जल आपूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने में भी नाकाम रही।

Bharat Jodo Yatra : अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने जम्मू में राहुल गांधी के साथ की पदयात्रा

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Bharat Jodo Yatra : अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने जम्मू में राहुल गांधी के साथ की पदयात्रा

Urmila
Actress Urmila Matondkar walks with Rahul Gandhi in Jammu
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:21 AM
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जम्मू। अभिनेत्री से नेता बनी उर्मिला मातोंडकर मंगलवार सुबह कड़ाके की ठंड में नगरोटा से आगे बढ़ी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुईं।

Bharat Jodo Yatra : Urmila Matondkar

नब्बे के दशक की मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री मातोंडकर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह करीब आठ बजे सैन्य अड्डे के समीप शुरू हुई पदयात्रा में राहुल के साथ शामिल हुईं। उनका स्वागत करने के लिए सड़क के किनारे कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक खड़े थे। मातोंडकर ने सितंबर 2019 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और 2020 में शिवसेना में शामिल हो गयी थीं। क्रीम रंग के पारंपरिक कश्मीरी फेरन और सिर पर स्कार्फ पहने हुए मातोंडकर को पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी से बातचीत करते हुए देखा गया।

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प्रख्यात लेखक पेरुमल मुरुगन तथा जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, उनके पूर्ववर्ती जीए मीर और पूर्व मंत्री तारिक हामिद कर्रा भी तिरंगा लेकर सैकड़ों लोगों के साथ पदयात्रा करते नजर आए। कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यह पदयात्रा बृहस्पतिवार को पंजाब से जम्मू कश्मीर पहुंची और सोमवार को इसने जम्मू शहर में प्रवेश किया। पदयात्रा के श्रीनगर में समाप्त होने से पहले जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन तथा बनिहाल में रात्रि विराम करने का कार्यक्रम है। श्रीनगर में 30 जनवरी को शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में एक विशाल रैली के साथ यह पदयात्रा संपन्न होगी।

Bharat Jodo Yatra : Rahul Gandhi

लद्दाख क्षेत्रीय कांग्रेस अध्यक्ष नवांग रिगजिन जोरा की अगुवाई में लद्दाख के 65 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने यात्रा की शुरुआत में गांधी के साथ चलते हुए, उन्हें अपने लोगों के मुद्दों से अवगत कराया। विस्थापित कश्मीरी पंडित महिलाओं का एक समूह अपने पारंपरिक परिधान पहने और फूल की पत्तियां लिए राहुल का स्वागत करने के लिए मशहूर कोल-कंडोली मंदिर के बाहर इंतजार करते दिखा।

IAS Officer Khemka : राबर्ट वाड्रा पर कार्रवाई करने वाले अफसर ने खट्टर से मांगी सतर्कता विभाग में तैनाती

गीता कौल ने कहा कि हम कश्मीर से पलायन करने के बाद तीन दशक से जम्मू में भटक रहे हैं। हम गांधी का स्वागत करने के लिए यहां आए हैं, क्योंकि वह घाटी में हमारे पुनर्वास में मदद कर सकते हैं। कांग्रेस ने ही पहले हमारे युवाओं को रोजगार पैकेज उपलब्ध कराकर समुदाय के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि उनके सामने सबसे बड़ा मुद्दा समुदाय का पुनर्वास है। भाजपा इस अभियान में बुरी तरह नाकाम रही है। उसने हमें नजरअंदाज किया है। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida   #ChetnaManch  #चेतनामंच
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IAS Officer Khemka : राबर्ट वाड्रा पर कार्रवाई करने वाले अफसर ने खट्टर से मांगी सतर्कता विभाग में तैनाती

Khemka 3 final
The officer who took action against Robert Vadra asked Khattar for posting in Vigilance Department
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Jan 2023 07:43 PM
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चंडीगढ़। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी अशोक खेमका ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर ‘भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए’ सतर्कता विभाग में तैनात करने की मांग की है। खेमका को उनके तीन दशक लंबे करियर में 50 से अधिक तैनातियां मिल चुकी हैं। वह एक बेहद ईमानदार अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। हालांकि, खेमका का पेशेवर जीवन विवादों से घिरा रहा है। उन्हें कई बार ऐसे पदों पर नियुक्त किया गया, जिन्हें ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं माना जाता है।

IAS Officer Khemka : Khemka wrote to CM Khattar

खट्टर को लिखे पत्र में खेमका ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने की धुन के चलते अपने सेवा करियर की कुर्बानी दे दी। उनकी मौजूदा तैनाती (अभिलेखागार विभाग) में है, जहां ज्यादा काम नहीं है। वहीं कुछ अधिकारियों पर कई प्रभार और विभागों का बोझ है, जिसके चलते उन्हें हमेशा युद्ध स्तर पर काम करते रहना होता है। उन्होंने 23 जनवरी को लिखे पत्र में कहा है कि काम का एकतरफा आवंटन जनहित में नहीं होता।

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हरियाणा सरकार ने नौ जनवरी को खेमका का तबादला कर दिया था। उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से हटाकर अभिलेखागार विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव बना दिया गया था। यह लगभग 31 साल के करियर में उनकी 56वीं तैनाती थी। 1991 बैच के हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका वर्ष 2012 में राष्ट्रीय स्तर पर तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने गुरुग्राम में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े एक जमीन सौदे के ‘म्यूटेशन’ (दाखिल खारिज) को रद्द कर दिया था। म्यूटेशन किसी जमीन या संपत्ति के मलिकाना हक के स्थानांतरण से जुड़ी प्रक्रिया का हिस्सा है।

IAS Officer Khemka : Action was taken on Robert Vadra

खट्टर को लिखे पत्र में खेमका ने ‘भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए’ सतर्कता विभाग में अपनी सेवाएं देने की पेशकश की है। उन्होंने लिखा कि 'जैसा कि आप जानते हैं, भ्रष्टाचार सभी जगह मौजूद है। जब मैं भ्रष्टाचार देखता हूं तो मेरी आत्मा दुखी हो जाती है। इस ‘कैंसर’ को जड़ से खत्म करने की धुन में मैंने अपने सेवा करियर की ‘कुर्बानी’ दे दी।' खेमका ने कहा कि कथित सरकारी नीति के अनुसार, भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किए बिना एक नागरिक के अपनी वास्तविक क्षमता को हासिल करने के सपने को कभी भी साकार नहीं किया जा सकता। वह रोजाना अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने तक सिमटकर रह जाएगा। वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हमेशा अग्रिम पंक्ति में रहे हैं और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए सतर्कता विभाग सरकार का मुख्य हथियार है।

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खेमका ने कहा कि अपने सेवा करियर के अंत में मैं भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए सतर्कता विभाग के प्रमुख के रूप में सेवाएं देने की पेशकश करता हूं। अगर मौका दिया जाता है, तो मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ वास्तविक लड़ाई होगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, फिर चाहे वह कितना ही ताकतवर और रसूखदार क्यों न हो। खेमका ने कहा है कि उच्चतम न्यायालय ने 1987 के ‘पीके चिन्नासामी बनाम तमिलनाडु सरकार और अन्य’ मामले में कहा था कि एक सरकारी अधिकारी को उसके कद के अनुरूप तैनाती और काम दिया जाना चाहिए। उन्होंने लिखा कि मुझे नौ जनवरी 2023 को जारी सरकारी आदेश के तहत अभिलेखागार विभाग का काम सौंपा गया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने उल्लेख किया है कि सतर्कता विभाग का सालाना बजट महज चार करोड़ रुपये है, जो ‘राज्य के कुल बजट के 0.0025 फीसदी से भी कम है। अतिरिक्त प्रमुख सचिव के रूप में मेरा वार्षिक वेतन 40 लाख रुपये है, जो अपने आप में विभाग के बजट का 10 प्रतिशत है। इसके अलावा, अभिलेखागार विभाग में हफ्तेभर में औसतन एक घंटे से अधिक का काम भी नहीं है। इसके विपरीत, कुछ अधिकारी प्रभार और विभागों के बोझ तले इस कदर तबे हुए हैं। उन्हें हर समय युद्ध स्तर पर काम करते रहना होता है। उन्होंने लिखा कि काम का एकतरफा आवंटन जनहित में नहीं होता। सिविल सेवा बोर्ड को वैधानिक नियमों के तहत काम करने और प्रत्येक अधिकारी की सत्यनिष्ठा, क्षमता और बुद्धि को ध्यान में रखते हुए आपसे पूर्व सिफारिशें करने की अनुमति दी जानी चाहिए। खेमका द्वारा मुख्य सचिव संजीव कौशल को पत्र लिखे जाने के कुछ दिनों बाद ही अभिलेखागार विभाग में उनका तबादला कर दिया गया था। इस पत्र में खेमका ने संकेत दिया था कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का उच्च शिक्षा विभाग में विलय होने के बाद उनके पास काम नहीं है। खेमला को उनके पूरे सेवा काल में औसतन हर छह महीने पर तबादले का सामना करना पड़ा है। यह चौथी बार है, जब उन्हें सतर्कता विभाग में तैनात किया गया है। इनमें से तीन तैनातियां उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकारों में मिली हैं। वह अतीत में अभिलेखागार विभाग के महानिदेशक और प्रधान सचिव के रूप में सेवाए दे चुके हैं। खेमका को पहली बार 2013 में विभाग में स्थानांतरित किया गया था, जब कांग्रेस सत्ता में थी। वह अतीत में करियर में पिछड़ने को लेकर कई बार मन में निराशा के भी संकेत दे चुके हैं। बीते साल अक्टूबर में कुछ अधिकारियों को मिली पदोन्नति के बाद खेमका ने ट्वीट किया था कि भारत सरकार के सचिवों के रूप में नवनियुक्त मेरे बैच के साथियों को बधाई! हालांकि, यह एक खुशी का पल है, लेकिन मेरे करियर में पीछे रह जाने के कारण यह साथ में उतनी ही निराशा भी लेकर आया है। उन्होंने लिखा था कि सीधे पेड़ों को पहले काटा जाता है। कोई मलाल नहीं। नए संकल्प के साथ, मैं अडिग रहूंगा। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida   #ChetnaManch  #चेतनामंच