एक ऐसी शादी जिसमें दुल्हन के पिता बन गए CRPF के अनेक अफसर तथा जवान

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Rajasthan News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:56 AM
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Rajasthan News : राजस्थान के अलवर जिले की एक शादी की चर्चा पूरे देश में चल रही है। राजस्थान की इस शादी की चर्चा चले भी क्यों नहीं? दरअसल राजस्थान प्रदेश की यह शादी थी ही इतनी खास। शादी इसलिए खास थी कि इस खास शादी में दुल्हन तो एक ही थी किन्तु उसके पिता तथा भाई के स्थान पर सैकड़ों  CRPF के अफसर तथा जवान खड़े थे। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल CRPF के अफसरों तथा जवानों ने बेटी के पिता तथा भाई होने के सारे फर्ज इस खास शादी में निभाए। हम आपको बता रहे है। कि कैसे बनी राजस्थान प्रदेश की यह शादी सबसे खास शादी?

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CRPF के अफसरों को सैल्यूट

इस खास शादी की खास बात बताने से पहले हम भारत के महत्वपूर्ण सुरक्षाबल  CRPF के अफसरों तथा जवानों को सैल्यूट करते हैं। दरअसल हुआ यह खास शादी राजस्थान प्रदेश के अलवर जिले के राजगढ़ इलाके के दुब्बी गांव की है। दरअसल राजस्थान के दुब्बी गांव के रहने वाले राकेश मीना  CRPF में तैनात थे। दुर्भाग्य से राकेश मीना 2010 में शहीद हो गए थे। उनकी बेटी की शादी हाल ही में हुई। शादी में  CRPF के अधिकारियों तथा जवानों ने पिता का फर्ज निभाते हुए दुल्हन का कन्यादान भी किया। दूसरी तरफ भाई बनकर दुल्हन के ऊपर चादर उढाकर उसे स्टेज तक भी पहुंचाया। इस बारे में शहीद के चाचा रामप्रसाद प्रकाश भावला ने बताया। उन्होंने कहा कि शहीद राकेश मीना की चार बेटियां हैं। जिसमें से सबसे बड़ी बेटी सारीका की शादी कठूमर के रहने वाले नरेंद्र मीना से हुई है। मौके पर  CRPF डीआईजी संजय भी मौजूद थे। इसके अलावा दो कमांडेंट, इंस्पेक्टर, राजगढ़ पुलिस उपाधीक्षक मनीषा मीना भी साथ थीं। साथ में  CRPF बटालियन के कई जवानों ने भी शादी में शिरकत की। बताया जा रहा है कि  CRPF कोष से सारीका के खाते में 1 लाख 52 हजार रुपए डाले गए। साथ ही समूह प्रथम अजमेर बटालियन की तरफ से एसी, इलेक्ट्रॉनिक चूल्हा, मिक्सर और अन्य सामान भी गिफ्ट दिया गया. और 21 हजार रुपए नगद देकर, दुल्हन को आशीर्वाद दिया गया। इसपर  CRPF जवानों  ने कहा कि हम बिटिया के पिता को तो वापस नहीं ला सकते। लेकिन परिवार के हर सुख-दुख में कंधा मिलाकर साथ रहेंगे। ये भी कहा कि शहीद राकेश की परछाई बनकर उनका डिपार्टमेंट हमेशा परिवार के साथ खड़ा रहेगा। वहीं राजगढ़ पुलिस उपाधीक्षक ने कहा कि राजस्थान पुलिस, शहीद के परिवार के सुख-दुख में साथ है।

14 की उम्र में कांस्टेबल से हुई थी शादी, IPS बन पति के सपने को किया पूरा

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बड़ा गुण्डा निकला बाबा बागेश्वर धाम वाले शास्त्री का भाई, जमकर कर दी गुंडागर्दी

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Bageshwar Dhaam
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:28 PM
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Bageshwar Dhaam : बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अपने धर्म-कर्म, प्रवचन अथवा किसी बयान के कारण चर्चा में नहीं हैं। इस बार की चर्चा का कारण यह है कि बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का सगा भाई बहुत बड़ा गुण्डा निकला है। पूरी दुनिया को ज्ञान देने वाले धीरेन्द्र कृष्ण अपने भाई को इतना भी ज्ञान नहीं दे पाए कि गुंडागर्दी करना किसी समस्या का समाधान नहीं है। बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के भाई की गुंडागर्दी बड़ी चर्चा का विषय बन गई है।

Bageshwar Dhaam

बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के भाई ने जमकर कर दी गुण्डागर्दी

बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के भाई का नाम शालीग्राम गर्ग है। पूरी दुनिया को धर्म के मार्ग पर चलाने की शिक्षा देने वाले धीरेन्द्र शास्त्री के इसी भाई ने एक टोल प्लॉजा पर इस कदर गुंडागर्दी मचाई कि देखने तथा सुनने वाले भी दंग रह गए। यह घटना गुरूवार यानि 25 अप्रैल 2024 की है। मध्य प्रदेश के सागर रोड पर स्थित मुगवारी टोल प्लाजा पर बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भाई शालिग्राम गर्ग अपने साथियों के साथ गाड़ी से जा रहा था। इस दौरान टोल प्लाजा कर्मचारियों ने उन्हें रुकने का इशारा किया तो बाबा के भाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर टोल प्लाजा कर्मचारियों की पिटाई कर दी। जिसके बाद वे मौके से फरार हो गए।  इस घटना में टोल प्लाजा के एक दर्जन से भी अधिक कर्मचारी घायल हुए हैं। घायलों का ईलाज चल रहा है।

बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र शास्त्री के भाई की हो चुकी है गिरफ्तारी

आपको यह भी बता दें कि हाल ही में पहले मार्च के महीने में बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चचेरे भाई शालिग्राम गर्ग को मध्यप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उनपर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। इस दौरान थाना बमीठा सिविल लाइन, लाइन और सिटी कोतवाली थाने की पुलिस ने कार्रवाई की। शालिग्राम गर्ग का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वो एक दलित लडक़ी की शादी में हाथ में कट्टा लेकर पहुंचता है। इतना ही नहीं, किसी बात को लेकर दुल्हन पक्ष के लोगों को गाली भी देता है। इस दौरान लोगों को रोकने के लिए वो हवाई फायर भी करता है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने शालिग्राम गर्ग को गिरफ्तार किया था जिसको लेकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भी प्रतिक्रिया आई थी। उन्होंने कहा था कि जो करेगा वो भरेगा। उन्हें इससे कोई लेना-देना नहीं है। सच यह है कि बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपने रसूख का इस्तेमाल करके अपने गुंडे भाई को छुड़वा लिया था। अब यह नई गुंडागर्दी सामने है।

सुप्रीम कोर्ट साबित हुआ सबसे सुप्रीम, PM मोदी की सरकार पर ठोंका जुर्माना

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सुप्रीम कोर्ट साबित हुआ सबसे सुप्रीम, PM मोदी की सरकार पर ठोंका जुर्माना

मोदी सरकार पर लगा जुर्माना
Supreme Court
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 10:37 PM
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Supreme Court : सुप्रीम कोर्ट भारत की सबसे बड़ी अदालत है। अनेक बार कहा जाता है कि कहीं ना कहीं सुप्रीम कोर्ट केन्द्र सरकार के सामने कमजोर दिखाई पड़ता है। तब यह बात और भी ज्यादा जोर से कही जाती है। जब PM मोदी की सरकार के विरूद्ध सुप्रीम कोर्ट से कोई टिप्पणी नहीं आती है। सुप्रीम कोर्ट के हाल ही के एक फैसले ने सुप्रीम कोर्ट को देश की सुप्रीम संस्था साबित कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में ना केवल PM मोदी की सरकार को फटकार लगाई है बल्कि PM मोदी की सरकार पर जुर्माना भी लगा दिया है।

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सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र सरकार पर लगाया जुर्माना

यह मामला मेघालय प्रदेश से जुड़ा हुआ है। मेघालय हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने सुप्रीम कोर्ट पहुंची PM मोदी की सरकार को अदालत की नाराजगी का सामना करना पड़ा है। कोर्ट में दो जजों की खंडपीठ ने केंद्र सरकार के रवैये पर नाराजगी का इजहार करते हुए कहा कि हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने का फैसला कानूनी प्रक्रिया का सरासर दुरुपयोग है। अदालत में जस्टिस विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने का कोई आधार नहीं है। कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए केंद्र सरकार को पांच लाख रुपये जुर्माना भरने का आदेश भी सुनाया। नाराज अदालत ने कहा, याचिकाकर्ताओं को चेतावनी दी जाती है कि वे भविष्य में ऐसी तुच्छ याचिकाएं दायर न करें। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि हम हाईकोर्ट के फैसले में हस्तक्षेप करने के इच्छुक नहीं हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि विशेष अनुमति याचिका (SLP) को खारिज किया जाता है क्योंकि हाईकोर्ट के समक्ष याचिकाकर्ता (केंद्र सरकार) के वकील ने कहा था कि मामला पूरी तरह से अदालत के पिछले फैसले से कवर होता है। इसके बाद हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार के वकील के बयान के आधार पर मामले का निपटारा कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट की पीठ हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ एक अपील पर सुनवाई कर रही थी। उच्च न्यायालय ने केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) के फैसले को बरकरार रखा था। हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार की इस दलील पर गौर करने के बाद मामले का निपटारा कर दिया कि इसी तरह की याचिका पहले खारिज की जा चुकी है।

दो महीने में भरो जुर्माना

सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि हम याचिकाकर्ताओं पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाते हैं। जुर्माने की रकम आठ सप्ताह के भीतर सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष, केनरा बैंक में जमा करनी होगी। रक्षा मुख्यालय शाखा साउथ ब्लॉक में इस राशि को जमा किया जाएगा। उक्त राशि को उपरोक्त निधि में जमा करने के बाद याचिकाकर्ताओं को उसके बाद एक सप्ताह के भीतर सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री में पैसा जमा किए जाने का प्रमाण दाखिल करना होगा। सुप्रीम कोर्ट  का यह फैसला चर्चा का विषय बन गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा फैसला, VVPAT वाली याचिका खारिज

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