Supreme Court ने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल की नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाए

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Bilkis Bano Case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:33 AM
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Supreme Court: उच्चतम न्यायालय ने चुनाव आयुक्त के तौर पर अरुण गोयल की नियुक्ति के लिए अपनायी प्रक्रिया पर बृहस्पतिवार को सवाल उठाया और कहा कि उनकी फाइल को ‘‘जल्दबाजी’’ में मंजूरी दी गयी।

Supreme Court

उच्चतम न्यायालय ने कहा कि गोयल की नियुक्ति से जुड़ी फाइल को ‘‘बहुत तेजी से’’ पारित कर दिया गया। वहीं, केंद्र ने अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमानी के जरिए अदालत से ‘‘थोड़ा रुकने’’ के लिए कहा तथा मामले पर विस्तारपूर्वक गौर करने का अनुरोध किया।

न्यायमूर्ति के एम जोसेफ की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने कहा, ‘‘यह किस तरह का मूल्यांकन है? हम अरुण गोयल की योग्यता पर नहीं बल्कि प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं।’’

शीर्ष विधि अधिकारी ने पीठ से कहा कि कृपया थोड़ा रुकिये। मैं आपसे विस्तारपूर्वक मामले पर गौर करने की अपील करता हूं।

केंद्र ने उच्च न्यायालय के बुधवार को दिए निर्देश के अनुसार पीठ के समक्ष चुनाव आयुक्त के तौर पर गोयल की नियुक्ति की मूल फाइल पेश की जिस पर न्यायालय ने गौर किया।

पीठ ने कहा कि 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी गोयल ने एक ही दिन में सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली, एक ही दिन में कानून मंत्रालय ने उनकी फाइल पारित कर दी, चार नामों की सूची प्रधानमंत्री के समक्ष पेश की गयी तथा गोयल के नाम को 24 घंटे के भीतर राष्ट्रपति से मंजूरी मिल गयी।

पीठ चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम जैसी व्यवस्था बनाने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।

Tihar Jail तिहाड़ जेल: जहां होती है कैदियों की यौन इच्छाओं की पूति!

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Srinagar News : पत्रकारों को धमकी, जम्मू-कश्मीर के तीन जिलों में पुलिस की छापेमारी

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Threats to journalists, police raids in three districts of Jammu and Kashmir
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Nov 2025 02:44 AM
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Srinagar News :  श्रीनगर,  कुछ पत्रकारों को आतंकवादी संगठनों से ऑनलाइन धमकी मिलने के बाद पुलिस ने बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर के तीन जिलों में कई स्थानों पर छापेमारी की। श्रीनगर पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘ पत्रकारों को ऑनलाइन धमकी मिलने के मामले में श्रीनगर, बडगाम और पुलवामा जिले में कई स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।’’ पुलिस के अनुसार, इसी मामले में कुछ दिन पहले इसी तरह की छापेमारी में मिली जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है। आतंकवादी संगठनों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ‘कश्मीर फाइट’ पेज पर पत्रकारों के नाम की एक सूची जारी की गई थी, उन पर सुरक्षा व ख़ुफिया एजेंसियों के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद से कम से कम पांच पत्रकार अपनी नौकरियों से इस्तीफा दे चुके हैं।
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Tihar Jail तिहाड़ जेल: जहां होती है कैदियों की यौन इच्छाओं की पूति!

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Tihar Jail
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Nov 2022 04:56 PM
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Tihar Jail: दिल्ली की तिहाड़ जेल किसी न किसी मामले को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहती है। अब आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन द्वारा मालिश कराने और बाद में बाहर से मंगाया गया भोजन व फलों का सेवन करने से एक बार फिर से यह जेल चर्चाओं में आ गई है। आपको बता दें कि तिहाड़ जेल, देश की ऐसी जेल है जहां मालदार लोगों को हर तरह की सुविधा मिल सकती है। यही नहीं रसूखदार लोगों के लिए यहां पर हर तरह का इंतजाम किया जा सकता है। प्रभावशाली कैदियों की यौन इच्छाओं की पूर्ति तक की व्यवस्था वहां की जाती है।

Tihar Jail

तिहाड़ जेल में 1981 से 2016 तक विधि अधिकारी एवं प्रवक्ता के तौर पर काम करने वाले सुनील गुप्ता ने भाषा को बताया कि रसूखदार लोगों को देश की सबसे बड़ी जेल में अधिकारियों के साथ ही कैदियों से सभी तरह की विशेष सुविधाएं मिलती थीं। गुप्ता ने कहा कि जब उन्होंने कुछ मामलों में शिकायत की तो उन पर कार्रवाई भी की गयी थी।

गौरतलब है कि धन शोधन के आरोपों में गिरफ्तार जैन की कुछ कैदियों से मालिश कराते हुए दिखाने वाली एक वीडियो 19 नवंबर को सामने आने पर तिहाड़ जेल प्रभावशाली कैदियों को वीआईपी सुविधाएं देने को लेकर विवादों के केंद्र में है। मालिश करने वाला एक कैदी बाद में बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून के तहत आरोपी बताया गया।

विभिन्न खबरों में कहा गया है कि यह एक पुराना वीडियो है जिस पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है और तत्कालीन जेल अधीक्षक अजीत कुमार समेत संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था।

आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि ये वीडियो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लीक किया है जिसने जैन के खिलाफ अपनी जांच के तौर पर इन्हें हासिल किया था।

अपनी सेवानिवृत्ति के एक साल बाद गुप्ता ने एक किताब ‘ब्लैक वारंट’ लिखी जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे रसूखदार कैदी हर नियम को तोड़कर ‘‘लग्जरी’’ जीवन बिताते हैं।

गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मेरे कार्यकाल में, मैंने प्रभावशाली लोगों को यौन इच्छाओं की पूर्ति की व्यवस्था करने के लिए कहते हुए तथा इन्हें हासिल करते हुए देखा। तिहाड़ के भीतर लौंडेबाजी सामान्य बात है और प्रभावशाली कैदी, दूसरे कैदियों से आपसी रजामंदी या जेल अधिकारियों की मदद से ये सब करने के लिए कहते हैं।’’

तिहाड़ जेल के प्रवक्ता धीरज माथुर ने गुप्ता के आरोपों पर जवाब देने से इनकार कर दिया। गुप्ता ने कहा कि सत्येंद्र जैन के प्रकरण की विस्तृत जांच की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सत्येंद्र जैन ने किसी आरोपी से अपनी जेल की कोठरी में मालिश करायी तो यह गैरकानूनी है क्योंकि परिसर में किसी कैदी को फिजियोथेरैपी देने के लिए भी अधिकृत वार्ड हैं। वह किसी आरोपी से अपनी कोठरी में मालिश नहीं करा सकते।’’

हालांकि, इस वायरल वीडियो ने गुप्ता को हैरान नहीं किया क्योंकि उनकी नजर में जेल में ‘‘ऐसी गैरकानूनी गतिविधियां सामान्य’’ हैं। गुप्ता ने दावा किया, ‘‘मैंने मंत्रियों, कारोबारियों और उद्योगपतियों को खुश करने के लिए नियमों की धज्जियां उड़ते हुए देखी है। प्रभावशाली लोगों के साथ कौन नहीं जुड़ना चाहेगा? वे गरीब कैदियों को नौकरी, कानूनी सहायता और पैसे देने का वादा करते थे तथा उनसे अपनी मनमर्जी की सुविधा लेते थे।’’

गुप्ता ने दावा किया, ‘‘यहां तक कि जेल अधिकारी भी उनके इशारों पर नाचते हैं क्योंकि बदले में उन्हें धन, उनके रिश्तेदारों एवं अन्य को नौकरियां दिलाने का वादा किया जाता है।’’ पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी ने कहा, ‘‘सुनील जो कह रहे हैं वह संभवत: मेरे आने से पहले या मेरे जाने के बाद उनके कार्यकाल में हुआ होगा।’’

तिहाड़ जेल में 1993-1995 तक महानिदेशक रहीं बेदी ने हालांकि, यह स्वीकार किया कि उन्हें कैदियों से कुकर्म समेत ‘‘सभी तरह की शिकायतें’’ मिलती थीं। उन्होंने एक मोबाइल बॉक्स के जरिए कैदियों की प्रतिक्रिया तथा शिकायतों के लिए एक व्यवस्था बनायी थी और यह बॉक्स केवल वही खोलती थीं।

बेदी ने कहा, ‘‘मेरी जिम्मेदारी के वक्त किसी को इस तरह की सुविधा नहीं मिली। सभी के लिए नियम समान थे। हमारी प्रतिक्रिया और कैदियों की शिकायत की बहुत प्रभावी प्रणाली थी जिसे सीधा मैं संभालती थी। मुझे भ्रष्टाचार तथा यौन अपराध की सभी तरह की शिकायतें मिलीं तथा मैंने फौरन कार्रवाई की।’’

Shraddha murder case: आखिर श्रद्धा की शिकायत पर पुलिस ने क्यों नहीं की कार्रवाई

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