Noida News : पानी की गुणवत्ता सुधारने को सीएम को डीडीआरडब्ल्यूए ने लिखा पत्र
TDS Level of Water Supply in Noida
भारत
चेतना मंच
09 Nov 2022 04:12 PM
Noida News : नोएडा। डीडीआरडब्ल्यूए(DDRWA ) के चेयरमैन ने नोएडा में पानी की खराब गुणवत्ता तथा टीडीएस का अधिक स्तर की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। शिकायत में उन्होंने गुणवत्ता सुधारने के लिए निर्देश दिये जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि नोएडा के अधिकांश सेक्टरों में आपूर्ति किए जा रहे पानी का टीडीएस स्तर बहुत अधिक है। (2000 टीडीएस के करीब)।
इस बहुत अधिक टीडीएस का मुख्य कारण यह है कि प्राधिकरण सीधे निवासियों को भूजल की आपूर्ति कर रहा है। न तो पीने योग्य पानी के लिए सभी मानकों पर इसकी जांच कर रहा है और न ही इस बहुत कठिन पानी के लिए किसी भी प्रकार का उपचार कर रहा है।
प्राधिकरण को आपूर्ति किए गए पानी की किसी मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से जांच करानी चाहिए और नियमित रूप से पानी की गुणवत्ता का प्रमाण पत्र साझा करना चाहिए। पत्र में कहा गया कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा हर महीने सभी आरडब्ल्यूए को सभी पैरामीटर प्रदान किए जाने चाहिए ताकि वे अपने निवासियों को इसके बारे में बता सकें।
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भारत
चेतना मंच
09 Nov 2022 04:12 PM
Noida News : नोएडा। डीडीआरडब्ल्यूए(DDRWA ) के चेयरमैन ने नोएडा में पानी की खराब गुणवत्ता तथा टीडीएस का अधिक स्तर की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। शिकायत में उन्होंने गुणवत्ता सुधारने के लिए निर्देश दिये जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि नोएडा के अधिकांश सेक्टरों में आपूर्ति किए जा रहे पानी का टीडीएस स्तर बहुत अधिक है। (2000 टीडीएस के करीब)।
इस बहुत अधिक टीडीएस का मुख्य कारण यह है कि प्राधिकरण सीधे निवासियों को भूजल की आपूर्ति कर रहा है। न तो पीने योग्य पानी के लिए सभी मानकों पर इसकी जांच कर रहा है और न ही इस बहुत कठिन पानी के लिए किसी भी प्रकार का उपचार कर रहा है।
प्राधिकरण को आपूर्ति किए गए पानी की किसी मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से जांच करानी चाहिए और नियमित रूप से पानी की गुणवत्ता का प्रमाण पत्र साझा करना चाहिए। पत्र में कहा गया कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा हर महीने सभी आरडब्ल्यूए को सभी पैरामीटर प्रदान किए जाने चाहिए ताकि वे अपने निवासियों को इसके बारे में बता सकें।
Ghaziabad News : गाजियाबाद। कोविड महामारी के बाद गाजियाबाद में इस वर्ष हाफ मैराथन का आयोजन किया जाएगा। दिल्ली एनसीआर की प्रतिष्ठित हाफ मैराथन इस वर्ष यशोदा हाफ मैराथन के द्वितीय एडिशन के नाम से जानी जाएगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ पी एन अरोड़ा जो कि उत्तर प्रदेश ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद ही नहीं उत्तर प्रदेश में इस प्रकार की बड़े लेवल की 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन दूसरे बार आयोजित हो रही है और इस में सभी की भागेदारी है चाहें वो महिलाएं हों, बच्चे हों या डॉक्टर और उनके परिवार वाले। यह दौड़ आगामी 13 नवंबर (रविवार) को आयोजित की जाएगी।
डॉ अरोड़ा ने बताया कि यह हाफ मैराथन प्रधानमंत्री मोदी के फिट इंडिया- हिट इंडिया अभियान से भी प्रेरित है और यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी से शुरू होकर हिंडन एलिवेटेड रोड पर जाएगी।
Ghaziabad News :
हॉस्पिटल में आयोजित यशोदा हाफ मैराथन 2022 के अनावरण कार्यक्रम में क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह, उत्तर प्रदेश पुलिस ने यशोदा हाफ मैराथन के फिनिशर पदक, टी शर्ट, सर्टिफिकेट एवं किट का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे लोगों को स्वस्थ रहने के लिए सन्देश देने के लिए इस दौड़ का ह्रदय से आनंद लेते हुए दौड़ें। इस दौड़ में 74 वर्षीय पुरुष एवं 66 वर्षीय महिला भी भाग ले कर लोगों को बढ़ती उम्र में स्वस्थ रहने हेतु दौडऩे के लिए प्रेरित करेंगे। वहीं दूसरी ओर 8 वर्ष के बच्चे ने भी रजिस्ट्रेशन करा कर लोगों को स्वस्थ रहने का सन्देश देने का प्रण किया है।
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भारत
चेतना मंच
01 Dec 2025 08:55 PM
Ghaziabad News : गाजियाबाद। कोविड महामारी के बाद गाजियाबाद में इस वर्ष हाफ मैराथन का आयोजन किया जाएगा। दिल्ली एनसीआर की प्रतिष्ठित हाफ मैराथन इस वर्ष यशोदा हाफ मैराथन के द्वितीय एडिशन के नाम से जानी जाएगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ पी एन अरोड़ा जो कि उत्तर प्रदेश ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद ही नहीं उत्तर प्रदेश में इस प्रकार की बड़े लेवल की 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन दूसरे बार आयोजित हो रही है और इस में सभी की भागेदारी है चाहें वो महिलाएं हों, बच्चे हों या डॉक्टर और उनके परिवार वाले। यह दौड़ आगामी 13 नवंबर (रविवार) को आयोजित की जाएगी।
डॉ अरोड़ा ने बताया कि यह हाफ मैराथन प्रधानमंत्री मोदी के फिट इंडिया- हिट इंडिया अभियान से भी प्रेरित है और यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी से शुरू होकर हिंडन एलिवेटेड रोड पर जाएगी।
Ghaziabad News :
हॉस्पिटल में आयोजित यशोदा हाफ मैराथन 2022 के अनावरण कार्यक्रम में क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह, उत्तर प्रदेश पुलिस ने यशोदा हाफ मैराथन के फिनिशर पदक, टी शर्ट, सर्टिफिकेट एवं किट का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे लोगों को स्वस्थ रहने के लिए सन्देश देने के लिए इस दौड़ का ह्रदय से आनंद लेते हुए दौड़ें। इस दौड़ में 74 वर्षीय पुरुष एवं 66 वर्षीय महिला भी भाग ले कर लोगों को बढ़ती उम्र में स्वस्थ रहने हेतु दौडऩे के लिए प्रेरित करेंगे। वहीं दूसरी ओर 8 वर्ष के बच्चे ने भी रजिस्ट्रेशन करा कर लोगों को स्वस्थ रहने का सन्देश देने का प्रण किया है।
Noida News : सहारा के गेट पर बीमार मां के साथ बेमियादी धरने पर बैठा राज्य स्तरीय खिलाड़ी
State level player sitting on indefinite dharna with ailing mother at Sahara's gate
भारत
चेतना मंच
08 Nov 2022 10:25 PM
Noida News : नोएडा। गढ़ी गांव निवासी एक नेशनल खिलाड़ी अपनी बीमार मां के साथ सेक्टर-11 स्थित सहारा दफ्तर के सामने बेमियादी धरने पर बैठा है। उसका आरोप है कि सहारा गु्रप उसके करोड़ो रुपये नहीं दे रहा है।
चेतना मंच के साथ बातचीत के दौरान चंद्र किशोर यादव ने बताया कि वह मूल रूप से गढ़ी गांव का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि कई वर्ष पूर्व उसके पिता शिव कुमार यादव ने सहारा होम्स के हरिद्वार और गाजियाबाद में लांच हुई योजना में फ्लैट बुक कराए थे। उसका मूल्य लगभग डेढ़ करोड़ रुपये था। फ्लैटों की बुकिंग के लिए पिता ने मोटी रकम सहारा के खाते में जमा की थी। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब दोनों ही प्रोजेक्ट पूरे नहीं हुए तो सहारा प्रबंधन ने उनकी रकम को फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में डाल दिया। वह रकम ब्याज के साथ बढ़ते बढ़ते लगभग 3.30 करोड़ हो गया।
Noida News :
चंद्र किशोर यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले वह पैसे की मांग को लेकर सहारा ऑफिस के गेट पर बैठ गए। उसके बाद सहारा प्रबंधन ने उन्हें जेल भिजवा दिया। उस समय मैंने कहा था कि भले ही मुझे जेल भेज दो, लेकिन हमारे पैसे दे दो। उसके बाद सहारा प्रबंधन ने पैसे देने का आश्वासन दिया। सहारा उन्हें हर महीने कभी एक और कभी दो लाख रुपये देता रहा। इस तरह उन्हें एक करोड़ 20 लाख रुपये मिल चुके हैं। लेकिन, सहारा गु्रप पर अब भी एक करोड़ 70 लाख रुपये बाकी है।
सहारा दफ्तर के सामने बेमियादी धरने पर बैठे चंद्र किशोर यादव ने बताया कि कुछ दिनों तक तो उन्हें पैसे मिलते रहे, लेकिन बाद में सहारा ने पैसे देने बंद कर दिए। बार-बार चक्कर लगाने के बावजूद उसे पैसे नहीं मिले। आखिर, मजबूर होकर उसे अपनी बीमार मां के साथ बेमियादी धरने पर बैठना पड़ा। उन्होंने बताया कि सहारा कंपनी की वजह से उसके पिता सदमे से अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उनका गाजियाबाद में इलाज चल रहा है।
चंद्र किशोर यादव खुद स्टेट लेवल के शूटर हैं। अब वह नेशनल चैंपियनशिप के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र के ग्रामीणों, किसान संगठनों, सामाजिक संस्थाओं और राजनीतिक दलों से मदद की गुहार लगाई है।
भारत
चेतना मंच
08 Nov 2022 10:25 PM
Noida News : नोएडा। गढ़ी गांव निवासी एक नेशनल खिलाड़ी अपनी बीमार मां के साथ सेक्टर-11 स्थित सहारा दफ्तर के सामने बेमियादी धरने पर बैठा है। उसका आरोप है कि सहारा गु्रप उसके करोड़ो रुपये नहीं दे रहा है।
चेतना मंच के साथ बातचीत के दौरान चंद्र किशोर यादव ने बताया कि वह मूल रूप से गढ़ी गांव का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि कई वर्ष पूर्व उसके पिता शिव कुमार यादव ने सहारा होम्स के हरिद्वार और गाजियाबाद में लांच हुई योजना में फ्लैट बुक कराए थे। उसका मूल्य लगभग डेढ़ करोड़ रुपये था। फ्लैटों की बुकिंग के लिए पिता ने मोटी रकम सहारा के खाते में जमा की थी। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब दोनों ही प्रोजेक्ट पूरे नहीं हुए तो सहारा प्रबंधन ने उनकी रकम को फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में डाल दिया। वह रकम ब्याज के साथ बढ़ते बढ़ते लगभग 3.30 करोड़ हो गया।
Noida News :
चंद्र किशोर यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले वह पैसे की मांग को लेकर सहारा ऑफिस के गेट पर बैठ गए। उसके बाद सहारा प्रबंधन ने उन्हें जेल भिजवा दिया। उस समय मैंने कहा था कि भले ही मुझे जेल भेज दो, लेकिन हमारे पैसे दे दो। उसके बाद सहारा प्रबंधन ने पैसे देने का आश्वासन दिया। सहारा उन्हें हर महीने कभी एक और कभी दो लाख रुपये देता रहा। इस तरह उन्हें एक करोड़ 20 लाख रुपये मिल चुके हैं। लेकिन, सहारा गु्रप पर अब भी एक करोड़ 70 लाख रुपये बाकी है।
सहारा दफ्तर के सामने बेमियादी धरने पर बैठे चंद्र किशोर यादव ने बताया कि कुछ दिनों तक तो उन्हें पैसे मिलते रहे, लेकिन बाद में सहारा ने पैसे देने बंद कर दिए। बार-बार चक्कर लगाने के बावजूद उसे पैसे नहीं मिले। आखिर, मजबूर होकर उसे अपनी बीमार मां के साथ बेमियादी धरने पर बैठना पड़ा। उन्होंने बताया कि सहारा कंपनी की वजह से उसके पिता सदमे से अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उनका गाजियाबाद में इलाज चल रहा है।
चंद्र किशोर यादव खुद स्टेट लेवल के शूटर हैं। अब वह नेशनल चैंपियनशिप के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र के ग्रामीणों, किसान संगठनों, सामाजिक संस्थाओं और राजनीतिक दलों से मदद की गुहार लगाई है।