अखिलेश यादव ने लगाया आरोप, दारोगा को पीटने वाले आरोपी को बचा रही योगी सरकार

CM योगी पर अखिलेश ने साधा निशाना
अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर यह तक आरोप लगाएं है कि मुख्यमंत्री आवास से फोन आने पर योगी के खासमखास का नाम एफआईआर से हटा दिया गया है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि 'जिसकी शादी में मुख्यमंत्री जी प्रोटोकॉल तोड़कर गये हों, उसकी ही इतनी हिम्मत होगी कि वो किसी पुलिसवाले को सरेआम मारे। जबकि सब कुछ जनता के सामने बीच- बाज़ार हुआ फिर भी भाजपाई दबंगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस घटना के बाद पूरे पुलिस विभाग का मनोबल गिरा है और अंदर-ही-अंदर आक्रोश पनप रहा है।' अपने ट्वीट में अखिलेश ने आगे लिखा कि 'भाजपाइयों द्वारा किये गये अपराधों के ख़िलाफ़ यूपी की भाजपा सरकार ज़ीरो कार्रवाई करती है। जो सरकार पुलिस का मनोबल तोड़ती है वो कहीं-न-कहीं अपराधियों के हौसले बुलंद करती है। भाजपा ये नहीं कह सकती है कि विपक्ष झूठे आरोप लगा रहा है क्योंकि ये तो दिनदहाड़े घटी घटना है, जिसके सैकड़ों गवाह हैं। जो सरकार अपनी पुलिस के मान-सम्मान की रक्षा नहीं कर सकती, वो भला ग़रीब, किसान, महिला व विरोध कर रहे बेरोज़गार युवाओं की हिफ़ाज़त क्या करेगी।' UP News आपको बता दें वाराणसी में इस घटना वाले दिन भी अखिलेश यादव ने वारदात का वीडियो पोस्ट कर लिखा था कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा दरोगा के साथ हिंसक व्यवहार भाजपाई अराजकता की पराकाष्ठा है। अब देखते हैं इन असामाजिक तत्वों के घरों पर बुलडोज़र कब चलता है। https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1778670950072168823?t=IjQt7lMLqFcdG4Glvusgdg&s=08क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार रविवार की शाम उत्तर प्रदेश के वाराणसी के गोदौलिया चौराहे पर दशाश्वमेध थाने के देवनाथपुरा चौकी पर तैनात दरोगा आनंद ने हमराहियों के साथ चेकिंग कर रहे थे।इस दौरान उन्होंने बिना नम्बर प्लेट की बाइक पर सवार तीन लोगों को रोका और उनसे बाइक के कागज मांगे। बाइक पर नंबर प्लेट भी नहीं लगी थी, इसपर दारोगा ने नम्बर प्लेट न होने की वजह भी उनसे पूछी। इसके जवाब में युवकों ने खुद को हिन्दूवादी संगठन का पदाधिकारी बताते हुए दरोगा को ही धमकी दे दी। इस बीच उसके कई और साथी भी बाइक पर सवार होकर मौके पर पहुंच गए और दरोगा से दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। इस दौरान बदमाशों ने दारोगा की वर्दी पर लगे नेम प्लेट को नोच लिया। जिसके बाद उन्होंने दारोगा को जमीन पर गिरा दिया गया। साथ ही पुलिस जीप भी क्षतिग्रस्त कर दी। इस दौरान मौके पर मौजूद सिपाही केवल युवकों को समझाते नजर आएं। किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि युवकों पर कोई कार्रवाई करते।सीसीटीवी में रिकोर्ड हुई घटना
इस दौरान पूरी घटना पास ही लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। कई लोग पूरे घटना का वीडियो भी बनाते रहे। कुछ देर में ही थाने से फोर्स भी घटनास्थल पर पहुंची और युवकों को हिरासत में लिया गया, लेकिन थोड़ी ही देर में सभी को छोड़ दिया गया। घटना का वीडियो वायरल हुआ तो दारोगा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। लेकिन दारोगा ने छह युवकों को नामजद किया पर एफआईआर में केवल पांच को ही नामजद करके रिपोर्ट लिखी गई। वीडियो में दिख रहे मुख्य आरोपी अजय सिंह का नाम एफआईआऱ से निकाल दिया गया। जिसपर अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी को घेरा है। आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन आने पर अजय सिंह का नाम निकाला गया। UP Newsकौन है अजय सिंह?
आपको बता दें अजय सिंह हिन्दु युवा वाहिनी का वाराणसी महानगर अध्यक्ष रहा है। उत्तर प्रदेश सीएम योगी जिस हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व मंडल अध्यक्ष अंबरीश सिंह भोला की शादी में प्रोटोकाल तोड़कर पहुंचे थे। उसका सबसे करीबी अजय सिंह ही है। उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार बनने पर उसका दखल थानों से लेकर हर विभाग के अधिकारियों और तमाम बड़े नेताओं तक बढ़ गया। खुद को कई बड़े नेताओं का करीबी बताकर अफसरों पर रौब और रसूख दिखाना उसके लिए आम बात हो गई है।CM योगी के मंत्रियों के साथ अजय की नजदीकियां
मिली जानकारी के अनुसाप अजय सिंह की माफिया डॉन ब्रजेश सिंह से लेकर विधायक सुशील सिंह के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। सीएम योगी के सबसे करीबी अंबरीश सिंह भोला के साथ तो कई तस्वीरें अजय सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। कुछ समय पहले ही अजय सिंह ने अपनी शादी की सालगिरह भी मनाई थी। जिसमें योगी सरकार में मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालू समेत तमाम लोग पहुंचे थे।बाबा के बुलडोजर का पूरा नाम क्या है? बताने वाला माना जाएगा बुद्धिमान
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CM योगी पर अखिलेश ने साधा निशाना
अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर यह तक आरोप लगाएं है कि मुख्यमंत्री आवास से फोन आने पर योगी के खासमखास का नाम एफआईआर से हटा दिया गया है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि 'जिसकी शादी में मुख्यमंत्री जी प्रोटोकॉल तोड़कर गये हों, उसकी ही इतनी हिम्मत होगी कि वो किसी पुलिसवाले को सरेआम मारे। जबकि सब कुछ जनता के सामने बीच- बाज़ार हुआ फिर भी भाजपाई दबंगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस घटना के बाद पूरे पुलिस विभाग का मनोबल गिरा है और अंदर-ही-अंदर आक्रोश पनप रहा है।' अपने ट्वीट में अखिलेश ने आगे लिखा कि 'भाजपाइयों द्वारा किये गये अपराधों के ख़िलाफ़ यूपी की भाजपा सरकार ज़ीरो कार्रवाई करती है। जो सरकार पुलिस का मनोबल तोड़ती है वो कहीं-न-कहीं अपराधियों के हौसले बुलंद करती है। भाजपा ये नहीं कह सकती है कि विपक्ष झूठे आरोप लगा रहा है क्योंकि ये तो दिनदहाड़े घटी घटना है, जिसके सैकड़ों गवाह हैं। जो सरकार अपनी पुलिस के मान-सम्मान की रक्षा नहीं कर सकती, वो भला ग़रीब, किसान, महिला व विरोध कर रहे बेरोज़गार युवाओं की हिफ़ाज़त क्या करेगी।' UP News आपको बता दें वाराणसी में इस घटना वाले दिन भी अखिलेश यादव ने वारदात का वीडियो पोस्ट कर लिखा था कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा दरोगा के साथ हिंसक व्यवहार भाजपाई अराजकता की पराकाष्ठा है। अब देखते हैं इन असामाजिक तत्वों के घरों पर बुलडोज़र कब चलता है। https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1778670950072168823?t=IjQt7lMLqFcdG4Glvusgdg&s=08क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार रविवार की शाम उत्तर प्रदेश के वाराणसी के गोदौलिया चौराहे पर दशाश्वमेध थाने के देवनाथपुरा चौकी पर तैनात दरोगा आनंद ने हमराहियों के साथ चेकिंग कर रहे थे।इस दौरान उन्होंने बिना नम्बर प्लेट की बाइक पर सवार तीन लोगों को रोका और उनसे बाइक के कागज मांगे। बाइक पर नंबर प्लेट भी नहीं लगी थी, इसपर दारोगा ने नम्बर प्लेट न होने की वजह भी उनसे पूछी। इसके जवाब में युवकों ने खुद को हिन्दूवादी संगठन का पदाधिकारी बताते हुए दरोगा को ही धमकी दे दी। इस बीच उसके कई और साथी भी बाइक पर सवार होकर मौके पर पहुंच गए और दरोगा से दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। इस दौरान बदमाशों ने दारोगा की वर्दी पर लगे नेम प्लेट को नोच लिया। जिसके बाद उन्होंने दारोगा को जमीन पर गिरा दिया गया। साथ ही पुलिस जीप भी क्षतिग्रस्त कर दी। इस दौरान मौके पर मौजूद सिपाही केवल युवकों को समझाते नजर आएं। किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि युवकों पर कोई कार्रवाई करते।सीसीटीवी में रिकोर्ड हुई घटना
इस दौरान पूरी घटना पास ही लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। कई लोग पूरे घटना का वीडियो भी बनाते रहे। कुछ देर में ही थाने से फोर्स भी घटनास्थल पर पहुंची और युवकों को हिरासत में लिया गया, लेकिन थोड़ी ही देर में सभी को छोड़ दिया गया। घटना का वीडियो वायरल हुआ तो दारोगा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। लेकिन दारोगा ने छह युवकों को नामजद किया पर एफआईआर में केवल पांच को ही नामजद करके रिपोर्ट लिखी गई। वीडियो में दिख रहे मुख्य आरोपी अजय सिंह का नाम एफआईआऱ से निकाल दिया गया। जिसपर अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी को घेरा है। आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन आने पर अजय सिंह का नाम निकाला गया। UP Newsकौन है अजय सिंह?
आपको बता दें अजय सिंह हिन्दु युवा वाहिनी का वाराणसी महानगर अध्यक्ष रहा है। उत्तर प्रदेश सीएम योगी जिस हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व मंडल अध्यक्ष अंबरीश सिंह भोला की शादी में प्रोटोकाल तोड़कर पहुंचे थे। उसका सबसे करीबी अजय सिंह ही है। उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार बनने पर उसका दखल थानों से लेकर हर विभाग के अधिकारियों और तमाम बड़े नेताओं तक बढ़ गया। खुद को कई बड़े नेताओं का करीबी बताकर अफसरों पर रौब और रसूख दिखाना उसके लिए आम बात हो गई है।CM योगी के मंत्रियों के साथ अजय की नजदीकियां
मिली जानकारी के अनुसाप अजय सिंह की माफिया डॉन ब्रजेश सिंह से लेकर विधायक सुशील सिंह के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। सीएम योगी के सबसे करीबी अंबरीश सिंह भोला के साथ तो कई तस्वीरें अजय सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। कुछ समय पहले ही अजय सिंह ने अपनी शादी की सालगिरह भी मनाई थी। जिसमें योगी सरकार में मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालू समेत तमाम लोग पहुंचे थे।बाबा के बुलडोजर का पूरा नाम क्या है? बताने वाला माना जाएगा बुद्धिमान
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