Delhi : दिल्ली ने ओढ़ी धुंध की चादर ,जहरीली हवा से लोगों का बुरा हाल

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Delhi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:23 PM
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Delhi :  देश की राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में एक बार फिर हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई है। प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ चुका है कि आम लोगों के लिए सांस लेना तक भी मुश्किल हो गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक श्रेणी में दर्ज किया गया है।

राजस्थान से उठी हवाओं का दिल्ली पर असर

मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में वायु प्रदूषण की इस खतरनाक स्थिति के पीछे राजस्थान में बन रहे 'प्रेशर ग्रिड' का बड़ा योगदान है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि राजस्थान के कई हिस्सों में तापमान में अचानक उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। एक ओर जहां कुछ क्षेत्रों में तापमान तीव्र गति से बढ़ रहा है, वहीं कुछ जगहों पर तापमान तेजी से गिर रहा है। इस असंतुलन के चलते वहां एक मौसमी दबाव प्रणाली बन गई है, जिससे धूलभरी आंधियां उत्पन्न हो रही हैं। इन आंधियों का रुख अब हरियाणा और पंजाब होते हुए दिल्ली-एनसीआर की ओर बढ़ चुका है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले दो से तीन दिनों तक यह स्थिति बनी रह सकती है, जिससे वायु गुणवत्ता में और गिरावट आने की आशंका है।

दिल्ली-एनसीआर में कहां कितना है AQI?

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है: मुंडका में AQI : 419 , वजीरपुर में AQI 422 , अलीपुर: 352 ,आनंद विहार: 362 ,द्वारका सेक्टर-8: 388, रोहिणी: 338,अशोक विहार: 328,पंजाबी बाग: 311, ओखला: 322, विवेक विहार: 324, आईटीओ: 218 पहुंच चुका है। NCR के प्रमुख शहरों की बात करें तो स्थिति वहां भी चिंताजनक है। गुरुग्राम: 294 फरीदाबाद: 288 गाजियाबाद: 283 नोएडा: 289 ग्रेटर नोएडा: 256      Delhi :   

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धुंध से गायब हुई दिल्ली, दमघोंटू हवा में सांस लेना बनी चेतावनी

Delhi NCR AQI
Delhi Air Pollution
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:05 AM
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Delhi Air Pollution : दिल्ली-एनसीआर में बीती रात धूल प्रदूषण ने अचानक गंभीर रूप ले लिया जिससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर से 'खराब' श्रेणी में पहुंच गई। कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 के पार चला गया है। प्रदूषण निगरानी केंद्रों की रिपोर्ट के अनुसार, PM10 और PM2.5 जैसे सूक्ष्म कणों की सांद्रता सामान्य से लगभग 20 गुना तक बढ़ गई है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक मानी जाती है।

प्रदूषण के कारण विजिबिलिटी में भारी गिरावट

इस बढ़ते धूल प्रदूषण की वजह से विजिबिलिटी (दृश्यता) में भी भारी गिरावट देखी गई। IGI एयरपोर्ट के पास पलाम क्षेत्र में रात 10 बजे से 11:30 बजे के बीच धूल भरी तेज हवाएं चलीं, जिनकी रफ्तार 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा थी। इससे विजिबिलिटी 4500 मीटर से घटकर मात्र 1200 मीटर रह गई। इसके बाद हवा की गति कम हो जाने से धूल वातावरण में बनी रही और दृश्यता 1200 से 1500 मीटर के बीच बनी हुई है।

विशेषज्ञों ने बीमारी से पीड़ित लोगों को दी खास चेतावनी

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह स्थिति सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है। साथ ही दृश्यता कम होने से सड़क हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे में लोगों को सलाह दी गई है कि वे बाहर निकलते समय मास्क पहनें और जहां तक संभव हो घर के अंदर ही रहें।

दिल्लीवाले हो जाएं सावधान

हालांकि, मौसम विभाग ने थोड़ी राहत की खबर दी है। आज सुबह पालम क्षेत्र में पश्चिमी दिशा से 10 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा चलने के कारण दृश्यता में थोड़ा सुधार हुआ है, जो 1300 मीटर से बढ़कर 1500 मीटर हो गई है। आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता में धीरे-धीरे सुधार होने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल, दिल्लीवासियों को सतर्क रहने और प्रदूषण से बचाव के सभी उपाय अपनाने की जरूरत है। Delhi Air Pollution

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद अलर्ट भारत: स्मार्टफोन यूज़र्स भूलकर भी न करें ये गलती, बढ़ सकती है मुसीबत

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar09 May 2025 07:02 PM
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Smartphone Precautions after Operation Sindoor: हाल ही में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके के कई इलाकों में एयर स्ट्राइक की। इस सैन्य कार्रवाई के बाद देश में सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ गई है। ऐसे में, एक जिम्मेदार नागरिक और स्मार्टफोन यूज़र के रूप में, हमारी भी कुछ जिम्मेदारियां बनती हैं। अपने स्मार्टफोन के सही उपयोग से हम न केवल अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं, बल्कि भारतीय सेना और समाज की भी मदद कर सकते हैं।

सेना की गतिविधियों को सोशल मीडिया पर साझा न करें

भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने नागरिकों से अपील की है कि वे सैन्य टुकड़ियों या वाहनों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा न करें। ऐसा करने से अनजाने में दुश्मन को संवेदनशील जानकारी मिल सकती है। इसलिए, अपने स्मार्टफोन का उपयोग सोच-समझकर करें और ऐसी किसी भी जानकारी को सार्वजनिक करने से बचें।

स्मार्टफोन की लोकेशन सेवाएं बंद रखें

आपके स्मार्टफोन की GPS लोकेशन ऑन रहने से आपकी रियल-टाइम मूवमेंट ट्रैक हो सकती है। तनावपूर्ण स्थितियों में, दुश्मन इस जानकारी का दुरुपयोग कर सकता है। इसलिए, ऐसे समय में अपने स्मार्टफोन की लोकेशन सेवाएं बंद रखें।

अनजान लिंक या मैसेज पर क्लिक न करें

युद्ध जैसी स्थितियों में साइबर हमलों का खतरा बढ़ जाता है। किसी भी अनजान नंबर से आए मैसेज या लिंक पर क्लिक करने से बचें, क्योंकि इनमें वायरस या ट्रैकिंग टूल हो सकते हैं। ऐसे मैसेजेस में भ्रामक जानकारी हो सकती है, जो आपके डिवाइस या बैंक खातों को नुकसान पहुंचा सकती है।

फेक न्यूज से बचें और न फैलाएं

सोशल मीडिया पर झूठी खबरें बहुत तेजी से फैलती हैं, जो समाज में अफरा-तफरी का कारण बन सकती हैं। किसी भी खबर को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। गलत खबरों को फैलने से रोकने के लिए, ऐसे ग्रुप्स या पोस्ट्स को रिपोर्ट करें और जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं।

सोशल मीडिया पर प्रोपेगेंडा को रोकें

तनावपूर्ण स्थितियों में सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रकार के प्रोपेगेंडा फैलाए जाते हैं। ऐसे में, सही जानकारी साझा करके और भ्रामक पोस्ट्स का खंडन करके आप समाज में शांति और स्थिरता बनाए रखने में योगदान दे सकते हैं। इन सावधानियों का पालन करके, हम न केवल अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं, बल्कि भारतीय सेना और समाज की भी मदद कर सकते हैं। स्मार्टफोन का जिम्मेदार उपयोग आज की आवश्यकता है। सीमा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर मंथन: अमित शाह की हाई-लेवल बैठक