G20 Park : सचमुच में भारत की प्रतिभाएं अनूठा इतिहास रचती है उनके पास जो भी संसाधन होता है उसी से ही वह अद्वितीय नमूना बना देती है। जी-20 देश की मेजबानी के लिए जहां एक तरफ चांदी की थालियां और 60 लाख पौधों की हरी भरी रौनक उनका स्वागत कर रही है तो हमारे भारतीय प्रतिभावान कलाकार ने लोहे के कचरे से 20 देश के राष्ट्रीय पक्षियों का निर्माण के साथ कौटिल्य मार्ग के G20 Park को विश्व भर के लिए पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना दिया है। राजधानी दिल्ली के कौटिल्य मार्ग पर बने G20 Park में 20 देश के राष्ट्रीय पशु पक्षी लोहे के कचरे से बनाए गए हैं । मस्तिष्क और हाथों की कारागारी का यह कमाल भारत के कारीगर ही दिखा सकते हैं। जहां हमने साइकिल मोटर पार्ट्स के नट बोल्ट लोहे के कचरे से क्या-क्या कमाल कर दिखाया है। आज हम उसकी छोटी सी झलक आपके लिए लेकर आए हैं लेकिन जीवंत झलक के लिए तो आपको राजधानी दिल्ली के कौटिल्य मार्ग पर बने इस विशेष पार्क में जाना ही होगा…

कौटिल्य मार्ग पर बनाए विशेष पार्क में क्या-क्या है एक झलक…
हम आपको बता दें कि जैसे ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी और जानवर का चुनाव चिन्ह है कंगारू… कंगारू की उछल कूद वहां के ठंडे स्थान में आप ऑस्ट्रेलिया में जीवंत देखने जाते हैं लेकिन भारतीय प्रतिभाओं ने कौटिल्य मार्ग केG20 Park पर साइकिल चैन, मोटर पार्ट के वेस्ट पुर्जों को जोड़कर देखिए कितना खूबसूरत कंगारू बना दिया है। क्या-क्या है इस कौटिल्य मार्ग पार्क पर छोटी सी झलक हम आपको चित्रों के जरिए दिखा रहे हैं जिसके अनूठे रूप को देखकर आप स्वयं अचंभित रह जाएंगे।

G20 Park: Beautiful park on Kautilya Marg dedicated to G20 built from iron waste.
दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रीय चिन्ह हिरण आप देखिए कौटिल्य मार्ग के सुंदर फव्वारों से सज्जित पार्क में कैसे उछल कूद करता दिख रहा है लेकिन आपको हैरत होगी यह भी लोहे के कचरो से बनाया है। हम तो सोच भी नहीं सकते कि लोहे के कचरे का इतना खूबसूरत इस्तेमाल किया जा सकता है।

चीन के लाल मुकुट सरस का भी सुंदर स्वरूप…
चीन के लाल मुकुट वाले सारस के राष्ट्रीय चिन्ह का भी यहां पर अद्भुत रूप है । जाहिर तौर पर भारतीय सांस्कृतिक विरासत के स्वागत के अनूठे रूप और यहां की प्रतिभाओं की ताकत से विश्व स्तर पर g20 देश में आपसी संबंधों की मजबूती अवश्य आएगी। दक्षिण कोरिया का मैगपीज इसके अलावा भूरा भालू ईगल यूनाइटेड किंगडम का राष्ट्रीय चिन्ह शेर भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर आदि को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है। पार्क में कला के यह अद्भुत नमूने प्रकृति की सुंदरता के साथ अलग ही छवि बना रहे हैं।

पार्क में लगाए गए पक्षियों और जानवरों में भारतीय मोर, अमेरिकी बाइसन, ब्राजीलियाई जगुआर, चीन से लाल मुकुट वाली क्रेन, सऊदी अरब ऊंट, कोरियाई मैगपाई, ऑस्ट्रेलियाई एमु, कनाडाई ग्रे जे, रूसी भूरा भालू और मैक्सिकन गोल्डन ईगल शामिल हैं. G20 में यूरोपीय संघ और 19 देश शामिल है।

किन हाथों और मस्तिष्क ने संवारा इस G20 Park को..
ललित कला अकादमी के अध्यक्ष वी नागदास के मुताबिक, “जी20 पार्क की परिकल्पना, डिज़ाइन और क्यूरेशन प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा तैयार की गई। पार्क के प्रत्येक स्कल्पचर को हाथ से बनाया गया है जो यह दर्शाता है कि भारत में किसी भी छोटे से छोटे संसाधन को मस्तिष्क के कमाल से अनूठा बनाया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक एनसीआर भर के विश्वविद्यालयों के लगभग 50 छात्रों ने भी स्वेच्छा से मूर्तियां बनाने में मदद की हैं।अधिकारियों ने बताया कि सेल्फी पॉइंट भी बनाए गए हैं.। उल्लेखनीय है नई दिल्ली में एक G20 पार्क विकसित करने का प्रस्ताव एक धरती एक फैमिली एक भविष्य यानी वसुधैव कुटुंबकम की परिकल्पना पर निर्मित किया गया है।
प्रस्तुति मीना कौशिक
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