Noida : बाइक टकराने पर की थी युवक की हत्या

Noida : बाइक टकराने पर की थी युवक की हत्या
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 May 2022 03:49 PM
bookmark
Noida: नोएडा ।  थाना फेस दो पुलिस ने कस्बा भंगेल  (Bhangel) में बाइक टकराने को लेकर की गई युवक की हत्या  (Murder of Young Man) का खुलासा किया है। हत्या के आरोप में दो ममरे व फुफेरे भाइयों  (Brothers) को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से बाइक भी बरामद की गई है। दोनों ने पत्थर मारकर युवक की हत्या की थी। एडिशनल डीसीपी इलामारन  (Additional DCP Ilamaran) ने जानकारी देते हुए बताया कि भंगेल के रहने वाले अभय त्यागी उर्फ गुल्लू की पत्थर मारकर हत्या कर दी गई थी। अभय त्यागी अपने परिवार में अकेला पुत्र था । थाना प्रभारी सुजीत उपाध्याय (Sujit Upadhyay) और उनकी टीम ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। आज दोनों आरोपियों को एनएसईजेड मेट्रो स्टेशन  NSEZ Metro Station के पास से गिरफ्तार किया गया। एडिशनल डीसीपी ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त मोहित पुत्र धर्मेंद्र Mohit s/o Dharmendra निवासी बदायूं, विवेक पुत्र सत्येंद्र सिंह  Vivek s/o Satyendra Singhनिवासी बदायूं ममेरे व फुफेरे भाई है। दोनों आज बाइक पर सवार होकर एनएसईजेड NSEZ के पास से गुजर रहे थे ,तभी पुलिस की टीम ने उन्हें धर दबोचा। पकड़े गए दोनों हत्या आरोपियों ने बताया कि वह भंगेल कस्बे से जा रहे थे ।तभी उनकी बाइक अभय त्यागी से टकरा गई, अभय त्यागी और उनमें काफी गरमा-गरमी हुई। इसके बाद अभय त्यागी ने उन्हें मारने के लिए पत्थर उठाया तभी दोनों ने पत्थर छीन कर उसके सर में दे मारा। जिससे उसकी मौत हो गई ,पुलिस ने घटना में प्रयोग बाइक (Bike) भी बरामद की है।
अगली खबर पढ़ें

Dadri Land Scam- चिटहेरा भूमि घोटाले में जारी है खेला

Picsart 22 05 23 13 39 21 368
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:29 AM
bookmark
दादरी/नोएडा। चिटहेरा गांव में हुए उप्र के सबसे बड़े भूमि घोटाले (Dadri Land Scam) में अभी भी खेला चल रहा है। इस घोटाले में शामिल अफसरों, राजनेताओं, गांव के तथाकथित समाजसेवकों व ग्राम सेवकों को कानून के फंदे से बचाने के सारे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। दादरी तहसील मुख्यालय से मात्र तीन किलोमीटर दूर स्थित चिटहेरा गांव की कम से कम 300 करोड़ रूपए मूल्य की जमीन को हड़प लिया गया। जमीन हड़पकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida authority) से उसका मुआवजा लूटकर भू-माफियाओं ने आपस में बांट लिया। इस प्रकरण में कुख्यात भूमाफिया यशपाल तोमर (Yashpal Tomar) का नाम जग जाहिर हो चुका हैं। यह माफिया एक दूसरे घोटाले में इस समय उत्तराखंड की जेल में बंद है। 'चेतना मंच (Chetna Manch) लगातार खुलासा कर रहा है कि जमीन व मुआवजे की इस लूट में एक दर्जन सरकारी अधिकारी व कर्मचारी, एक बड़ा नेता तथा चिटहेरा गांव के ही रहने वाले तथाकथित समाजसेवी व ग्राम सेवक शामिल हैं। पिछले दो दिनों में इस प्रकरण में दादरी थाने (Dadri Police station) में दो एफआईआर (रिपोर्ट) दर्ज कराई गई हैं। एफआईआर 21 मई को गांव के लेखपाल शीतला प्रसाद ने दर्ज कराई है। शीतला प्रसाद पिछले 9 वर्षों से चिटहेरा गांव के लेखपाल के तौर पर तैनात था। एफआईआर (रिपोर्ट) दर्ज कराने के चंद घंटे बाद ही इस लेखपाल को निलंबित कर दिया गया। इस निलंबन को लेकर दादरी तहसील व दूसरे प्रशासनिक हल्कों में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। इस एफआईआर की तहरीर में जान-बूझकर अनेक विषय में 9 लोगों, यशपाल तोमर उसके नौकर नरेन्द्र कुमार, कर्मवीर, बैलू, कृष्णपाल, एम. भाष्करण, खचेरमल, गिरीश वर्मा एवं श्रीमती सरस्वती देवी को नामजद किया गया है। दूसरी रिपोर्ट कल यानि 22 मई को दर्ज करायी गयी है। यह रिपोर्ट तहसील के कानूनगो (राजस्व निरीक्षक) पंकज निर्वाल की तरफ से दर्ज करायी गयी है। इस रिपोर्ट में पूरे घोटाले की कहानी का सिलसिलेवार जिक्र किया गया है। कहानी वर्ष-1997 में गांव में किए गए भूमि के 282 अवैध पटटों से शुरू होकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से मुआवजा उठाने तक जाती है। मजेदार बात यह है कि इस रिपेार्ट में भी यशपाल तोमर व उसके 8 नौकरों व सहयोगियों को ही नामजद किया गया है। कानून के जानकारों का दावा है कि अभी भी इस गंभीर प्रकरण में 'खेला चल रहा है। जिन सरकारी अफसरों ने इस पूरे 'कांड को अंजाम दिया है, उन्हें साफ-साफ बचाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही इस मामले में पूरी तरह लिप्त नेताओं व गांव के सफेदपोशों को बचाया जा रहा है। कानूनविद सवाल पूछ रहे हैं कि जब प्रशासनिक अफसरों को यह पता है कि वर्ष 1997 से अब तक कौन-कौन से अधिकारियों ने इस प्रकरण में 'करामात.(गडबड़ी) की है, तो फिर उनके नाम स्पष्ट तौर पर एफआईआर में क्यों नहीं लिखे गए हैं। साथ ही जिन नेताओं व ग्रामवासियों (पूर्व प्रधानों तथा पूर्व ब्लॉक प्रमुखों) के नाम गांव के बच्चे-बच्चे को पता है, उनके नाम एफआईआर में क्यों दर्ज नहीं किए हैं। प्रशासन ने पूरी जिम्मेदारी रिपोर्ट (एफआईआर) की जांच करने वाले (आईओ) मात्र एक सब इंस्पैक्टर के ऊपर डाल दी है। वह भी एक ऐसी तहरीर के जरिए जिसमें 9 लोगों के नाम लिखकर साफ-साफ लिखा गया है कि इन अभियुक्तों के विरूद्ध रिपोर्ट लिखकर कार्यवाही की जाए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर भारतीय दंड संहिता (1860) की गंभीर धाराओं- 467, 420, 468 एवं 471 के तहत मामला दर्ज करके प्रकरण की जांच 'रूटीन में सब इंस्पैक्टर अनूप कुमार दीक्षित को दे दी है। इस प्रकार असली गुनाहगारों को बचाने का पूरा 'खेला चल रहा है।

एडीएम की अपील!

इस प्रकरण की विस्तृत जांच कर रही गौतमबुद्धनगर जिले की अपर जिलाधिकारी (एडीएम) सुश्री वंदिता श्रीवास्तव (Gautam Buddha Nagar ADM Vandita Srivastava) ने इस मामले में एक बार फिर अपील की है। उन्होंने कहा है कि किसी भी व्यक्ति या संगठन के पास यदि इस भूमि घोटाले (Dadri Land Scam) से संबंधित कोई तथ्य अथवा ठोस जानकारी हो तो किसी भी समय कलेक्ट्रेट में उनसे मिलकर उन्हें दी जा सकती है। साथ ही जिलाधिकारी सुहास एल.वाई. (DM Suhas L.Y.) को भी जानकारी दी जा सकती है। जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।

आजीवन कारावास तक हो सकता है

इस प्रकरण में दादरी थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट (एफआईआर) में धारा-420, 467, 468 व 471 लगाई गयी है। धारा-467 में आजीवन कारावास तक का प्रावधान है। बाकी तीनों धाराएं भी गैर जमानती हैं और 7 वर्ष तक की सजा के प्रावधान वाली धाराएं हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि यह प्रकरण इतना गंभीर है कि आजीवन कारावास जैसी सजा वाला जुर्म है। फिर भी ना जाने क्यों मामले की रिपोर्ट दर्ज करनेसे लेकर कार्यवाही तक में गंभीरता क्यों नहीं दिखाई दे रही है।
Dadri Land Scam Exclusive-सरकारी जमीन को लूटकर सैकड़ों करोड़ डकारने वाले बेखौफ ले रहे हैं मजे

यह है पूरा 'खेला-

कानूनविद सवाल पूछ रहे हैं कि जब प्रशासनिक अफसरों को यह पता है कि वर्ष 1997 से अब तक कौन-कौन से अधिकारियों ने इस प्रकरण में 'करामात (गडबड़ी) की है तो फिर उनके नाम स्पष्ट तौर पर एफआईआर में क्यों नहीं लिखे गए हैं। साथ ही जिन नेताओं व ग्रामवासियों (पूर्व प्रधानों तथा पूर्व ब्लॉक प्रमुखों) के नाम गांव के बच्चे-बच्चे को पता है उनके नाम एफआईआर में क्यों दर्ज नहीं किए हैं। प्रशासन ने पूरी जिम्मेदारी रिपोर्ट (एफआईआर) की जांच करने वाले (आईओ) मात्र एक सब इंस्पैक्टर के ऊपर डाल दी है। वह भी एक ऐसी तहरीर के जरिए जिसमें 9 लोगों के नाम लिखकर साफ-साफ लिखा गया है कि इन अभियुक्तों के विरूद्ध रिपोर्ट लिखकर कार्यवाही की जाए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर भारतीय दंड संहिता (1860) की गंभीर धाराओं- 467, 420, 468 एवं 471 के तहत मामला दर्ज करके प्रकरण की जांच 'रूटीन में सब इंस्पैक्टर अनूप कुमार दीक्षित को दे दी है। इस प्रकार असली गुनाहगारों को बचाने का पूरा खेला चल रहा है।
अगली खबर पढ़ें

Greater Noida- NH-91 पर हुए भयानक सड़क हादसे में 2 की मौत, 6 घायल

Road accident 1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:29 PM
bookmark
Greater Noida- आज दिनांक 23/05/2022 को समय लगभग 6:00 बजे थाना दादरी (Dadri police station) क्षेत्र के अंतर्गत बुलंदशहर से दिल्ली (Bulandshahar to Delhi) की तरफ जा रही इको गाड़ी नंबर UP13BP7036 को रोडवेज बस नंबरUP14JT0916 के ड्राइवर ने लापरवाही और खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाते हुए टक्कर मार दी। इस हादसे में इको गाड़ी में सवार 1.नेहा पुत्री राजन सिंह ग्राम करनपुर, थाना अनूपसहर, जनपद बुलंदशहर उम्र 17 वर्ष 2.श्रीमती पत्नी राजन निवासी उपरोक्त उम्र लगभग 45 की मौके पर मृत्यु हो गई और 1.व्रजेश पुत्र रामसिंह निवासी चासी, थाना आहर, बुलंदशहर उम्र करीब 22 वर्ष 2.प्रदीप पुत्र कोसल कुमार ग्राम खनोदा, थाना आहर, बुलंदशर उम्र 55 वर्ष दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए है जिनको तत्काल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
Hemkund Sahib- खुले हेमकुंड के पट, 5 हजार श्रद्धालुओं ने लगाया जयकारा
अन्य 3-4 लोग साधारण रूप से चोटिल है। सभी व्यक्ति एक ही परिवार के थे। पुलिस द्वारा शवों का पंचायतनामा भर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। रोडवेज बस पुलिस के कब्जे में है एवं चालक मौके से फरार हो गया है। **मीडिया सेल* *गौतमबुद्धनगर पुलिस*