Noida Crime News : दिनदहाड़े लाखों लूटने वाले अभी भी फरार, 6 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ

Loot 1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:29 AM
bookmark
  Noida : नोएडा । सेक्टर-113 थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े कलेक्शन एजेंट के साथ हुई 6.86 लाख रूपए लूट की घटना का पुलिस आज 6वें दिन भी कोई खुलासा नहीं कर पायी है। यह हाल तब है जब यहां पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू है तथा एक दर्जन से अधिक आईपीएस अफसर जनपद की कानून व्यवस्था पर पैनी नजर रखे हुए हैं। शहर के कुछ सामाजिक संगठनों का कहना है कि छोटे-मोटे अपराधों में लिप्त अपराधियों को तथाकथित मुठभेड़ों में पकड़कर अपनी पीठ थपथपाने वाली नोएडा पुलिस बड़े अपराधियों के सामने पंगु नजर आती है। नोएडा जैसे हाईटेक सिटी में जिस तत्परता से ऐसी घटनाओं का अनावरण होना चाहिए वैसी कार्यशैली फिलहाल इस कमिश्नरेट प्रणाली में नजर नहीं आ रही है। कथित गांजा तस्कर, चोरों, टप्पेबाजों, शराब तस्करी जैसे छोटे-मोटे अपराधों के अनावरण तथा मुठभेड़ में छोटे अपराधियों को दबोचने पर पुलिस के बड़े अधिकारी आये दिन पत्रकार वार्ता कर अपनी पीठ थपथपाते रहते हैं। लेकिन जब कोई बड़ा अपराध हो जाता है तो पुलिस के पास आश्वासन के सिवाय कोई जवाब नहीं रहता है। बता दें कि 9 मई को दोपहर दिनदहाड़े सेक्टर-113 थाना क्षेत्र के सेक्टर-78 में कलेक्शन एजेंट प्रमोद साहनी से बाइक सवार चार बदमाशों ने कनपटी पर पिस्टल लगाकर 6.86 लाख रू0 लूट लिये थे। खोड़ा कालोनी के नेहरू गार्डन निवासी प्रमोद सीएमएस इंफोसिस कंपनी में कलेक्शन एजेंट का कार्य करते हैं। पुलिस इस मामले में अभी तक रटा-रटाया जवाब दे रही है। पुलिस कहती है कि घटना का अनावरण करने के लिए तीन टीमें गठित कर दी गयी है। शीघ्र ही मामले का खुलासा हो जाएगा। बता दें कि पास ही लगे सीसीटीवी में इस लूट की घटना कैद हो गयी थी तथा चारों लुटेरों की फोटो भी आ रही है। फिर भी 6 दिन बाद पुलिस के हाथ खाली हैं।
अगली खबर पढ़ें

Noida News : 500 आवासीय भूखंडों की योजना होगी लांच

Download 8
Noida News: State's first structural audit policy implemented
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:20 AM
bookmark
Noida : नोएडा । नोएडा प्राधिकरण करीब 500 आवासीय भूखंड योजना लॉन्च करने की तैयारी में है। इसमें करीब 230 नए भूखंड होंगे जबकि बाकी लेफ्टआउट योजना के तहत सरेंडर या निरस्त किए गए भूखंड शामिल हैं। नए भूखंड सेक्टर-151 में होंगे। बाकी भूखंड शहर के अलग-अलग हिस्सों में होंगे। अगले महीने अंत तक योजना आएगी। योजना लॉन्च करने से पहले प्राधिकरण को ब्रोशर पर बोर्ड से मंजूरी लेनी है। अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक यह भूखंड 112 से 450 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले होंगे। अधिकारियों ने बताया कि योजना की जानकारी प्राधिकरण की वेबसाइट व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए दी जाएगी। सेक्टर-151 में आने वाली योजना में भूखंडों का रेट 47 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर होगा। इससे अधिक लागत पर आवेदक को बोली लगानी होगी।  खास बात यह होगी कि ये पहली स्कीम डीडीए से मिलते-जुलते नियमों पर लॉच की जाएगी। पिछली बोर्ड बैठक में प्राधिकरण ने इस बदलाव की मंजूरी ली हुई है। बदलाव के बाद नई व्यवस्था ये होगी कि आवेदक एक से ज्यादा भूखंड की नीलामी में शामिल हो सकेगा। पंजीकरण फीस जो अब तक 10 प्रतिशत थी, वह पांच प्रतिशत होगी। अगर एक भूखंड में आवेदन सबसे बड़ा बोलीदाता घोषित हो जाता है तो वह बाकी भूखंड की नीलामी में शामिल नहीं हो पाएगा। बाकी भूखंड के लिए करवाए गए पंजीकरण की फीस प्राधिकरण वापस कर देगा। इसके साथ ही भूखंड की धनराशि जमा करने की समय-सीमा भी घटाने की तैयारी है।
अगली खबर पढ़ें

Noida news : दबंगों से आतंकित दलित परिवार पलायन को मजबूर

Dalit pariwar 1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar14 May 2022 05:05 PM
bookmark
Noida : नोएडा । मामूरा गांव में रहने वाला एक दलित परिवार अपने ही गांव के दबंगों के खौफ से त्रस्त व आतंकित है। इस परिवार का साफ आरोप है कि दबंग अपराधी पुलिस के संरक्षण में गुंडागर्दी कर रहे हैं। इसी कारण यह परिवार गांव छोडऩे का मन बना रहा है। मामूरा की गली नंबर-1 में रहने वाले रतन सिंह के पुत्र अमित ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग को एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि वे दलित परिवार से हैं। 22 अप्रैल को गांव के ही धीरसिंह, अरूण प्रजापति, राहुल एवं अंकित आदि ने उनके पूरे परिवार को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। उनका अपराध बस इतना सा था कि अमित दबंगों की गाड़ी के सामने आ गया था। इस घटना की रिपोर्ट उसी दिन फेज-3 थाने में दर्ज करा दी गयी थी। पुलिस ने अपराध संख्या 0186 पर धारा-147, 323, 504, 506 तथा अनुूसचित जाति एवं जनजाति उत्पीडऩ अधिनियम 1989 (एससी/एसटी एक्ट) के तहत दर्ज किया था। पत्र में आरोप है कि अमित के पूरे परिवार पर हमला करने वाले दबंगों को गिरफ्तार करना तो दूर पुलिस उन्हें संरक्षण दे रही है। अपराधी गांव में खुलेआम घोषणा करते घूम रहे हैं कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। पत्र में यह भी आरोप है कि अपराधी दलित परिवार पर समझौता करके पुलिस केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। वे धमकी दे रहे हैं कि या तो समझौता कर लो नही ंतो जान से मार दिए जाओगे। इस आतंक के कारण यह परिवार गांव से पलायन करने की योजना बना रहा है।