Noida : एजी एनवायरों पर ठोंका 5 लाख रूपये का जुर्माना (Rs 5 Lakh Fine)




Ukraine crisis : नोएडा : यूक्रेन (Ukraine crisis ) में रूस के हमले के बाद वहां पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय छात्र फंस गए हैं। यूक्रेन में छात्रों (Ukraine crisis ) के फंस जाने की वजह से भारत में उनके परिजनों की चिंता बढ़ गई है। इन छात्रों में नोएडा का रहने वाला एक छाक्ष अक्षित भी फंस गया है। इसके चलते उनका परिवार काफी परेशान है। बता दें, अक्षित की गुरुवार देर शाम की फ्लाइट थी, लेकिन युद्ध के चलते फ्लाइट रद्द हो गई। वहीं, अब छात्र के परिजनों ने भारत सरकार से उसे सकुशल देश लाने की गुहार लगाई है।
अक्षित के पिता राजेश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज उनके बेटे का जन्म दिन है। उनका पूरा परिवार अक्षित का जन्मदिन मनाने के लिए तैयारियों में जुटा हुआ था। घर में कीर्तन कराया जाना था, लेकिन फ्लाइट रद्द होने की वजह से अक्षित भारत नहीं लौट सका। बताया कि रूस का हमला होने की वजह से वह और उसके जैसे कई हजारों छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं और वहां एक बंकर में रुके हुए हैं। अक्षित की बुआ रेनू ने बताया कि जब लास्ट बार उससे बात हुई थी तो उसने बताया था कि उसकी यूनिवर्सिटी के नजदीक सड़कों पर रूस की सेना का कब्जा है।
उनके लड़ाकू विमान बीच सड़कों पर खड़े हैं। वह ये नजारा अपने फ्लैट से देख रहे हैं। इससे शहर में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। सड़कों पर कोई भी दिखाई नहीं दे रहा है। खाने-पीने की चीज खरीदने में दिक्कत हो रही है। तो वहीं, अक्षित की खैरियत जानने के लिए परिवार की निगाहें टीवी और मोबाइल पर टिकी हुई है।
आपको बता दें कि अक्षित का घर नोएडा के सेक्टर-117 में है। अक्षित यूक्रेन के खार्कीव शहर की यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कर रहे हैं। इस वर्ष वह सेकंड ईयर में हैं। अक्षित के पिता राजेश कुमार ने बताया कि उनके बेटे ने युद्ध की स्थिति को देखते हुए पहले ही ऑनलाइन टिकट 80,000 रुपए में बुक कराया था। जो टिकट 30 से 35 हजार का बुक हो रहा था वह टिकट अब महंगा हो गया है, लेकिन यूक्रेन पर हमला होने के कारण फ्लाइट कैंसिल हो गई। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने वहां पढ़ने वाले सभी छात्रों से अपने फ्लैट से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। कहा है कि जब तक हालात सामान्य न हों तब तक सभी अंदर रहें।
Ukraine crisis : नोएडा : यूक्रेन (Ukraine crisis ) में रूस के हमले के बाद वहां पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय छात्र फंस गए हैं। यूक्रेन में छात्रों (Ukraine crisis ) के फंस जाने की वजह से भारत में उनके परिजनों की चिंता बढ़ गई है। इन छात्रों में नोएडा का रहने वाला एक छाक्ष अक्षित भी फंस गया है। इसके चलते उनका परिवार काफी परेशान है। बता दें, अक्षित की गुरुवार देर शाम की फ्लाइट थी, लेकिन युद्ध के चलते फ्लाइट रद्द हो गई। वहीं, अब छात्र के परिजनों ने भारत सरकार से उसे सकुशल देश लाने की गुहार लगाई है।
अक्षित के पिता राजेश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज उनके बेटे का जन्म दिन है। उनका पूरा परिवार अक्षित का जन्मदिन मनाने के लिए तैयारियों में जुटा हुआ था। घर में कीर्तन कराया जाना था, लेकिन फ्लाइट रद्द होने की वजह से अक्षित भारत नहीं लौट सका। बताया कि रूस का हमला होने की वजह से वह और उसके जैसे कई हजारों छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं और वहां एक बंकर में रुके हुए हैं। अक्षित की बुआ रेनू ने बताया कि जब लास्ट बार उससे बात हुई थी तो उसने बताया था कि उसकी यूनिवर्सिटी के नजदीक सड़कों पर रूस की सेना का कब्जा है।
उनके लड़ाकू विमान बीच सड़कों पर खड़े हैं। वह ये नजारा अपने फ्लैट से देख रहे हैं। इससे शहर में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। सड़कों पर कोई भी दिखाई नहीं दे रहा है। खाने-पीने की चीज खरीदने में दिक्कत हो रही है। तो वहीं, अक्षित की खैरियत जानने के लिए परिवार की निगाहें टीवी और मोबाइल पर टिकी हुई है।
आपको बता दें कि अक्षित का घर नोएडा के सेक्टर-117 में है। अक्षित यूक्रेन के खार्कीव शहर की यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कर रहे हैं। इस वर्ष वह सेकंड ईयर में हैं। अक्षित के पिता राजेश कुमार ने बताया कि उनके बेटे ने युद्ध की स्थिति को देखते हुए पहले ही ऑनलाइन टिकट 80,000 रुपए में बुक कराया था। जो टिकट 30 से 35 हजार का बुक हो रहा था वह टिकट अब महंगा हो गया है, लेकिन यूक्रेन पर हमला होने के कारण फ्लाइट कैंसिल हो गई। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने वहां पढ़ने वाले सभी छात्रों से अपने फ्लैट से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। कहा है कि जब तक हालात सामान्य न हों तब तक सभी अंदर रहें।

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आयात की कीमतें बढ़ेंगी: विपिन मल्हन
नोएडा एंटर्पिन्योर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन मल्हन ने बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का असर देश के आयात पर पड़ेगा। रूस से करीब 35 फीसद मैटल जिसमे इस्पात, कापर, स्टील के अलावा तमाम धातु है जिसे आयात किया जाता है। विगत दो महीनों में दोनों देशों के बीच तनातनी से कच्चा मॉल लीथियम, टिन सरिया के दामों में 10 से 14 फीसद तक बढ़ोतरी हो चुकी है। आगामी तीन महीनों में क्या हालात होंगे इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है।
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आयात की कीमतें बढ़ेंगी: विपिन मल्हन
नोएडा एंटर्पिन्योर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन मल्हन ने बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का असर देश के आयात पर पड़ेगा। रूस से करीब 35 फीसद मैटल जिसमे इस्पात, कापर, स्टील के अलावा तमाम धातु है जिसे आयात किया जाता है। विगत दो महीनों में दोनों देशों के बीच तनातनी से कच्चा मॉल लीथियम, टिन सरिया के दामों में 10 से 14 फीसद तक बढ़ोतरी हो चुकी है। आगामी तीन महीनों में क्या हालात होंगे इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है।