ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी आखिर क्यों उतरे सड़कों पर
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी गाजियाबाद में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे हैं


ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी गाजियाबाद में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे हैं


Ghaziabad News : पूर्वोत्तर भारत के राज्य पश्चिम बंगाल और बिहार में प्रतिबंधित दवाई से बने कफ सिरप पीकर लोग खूब झूम रहे हैं। इस कारण कफ सिरप की बड़े पैमाने पर तस्करी की जा रही है। उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसके सदस्य कफ सिरप के जरिए लोगों को नशेडी बनाने का काम कर रहे थे।
गाजियाबाद की कौशांबी पुलिस और नारकोटिक्स मेरठ ने एक गिरोह का पर्दाफाश कर तीन लोगों को पकड़ा है। इनके कब्जे से प्रतिबंधित दवाई कोडीनयुक्त फेंसीडिल कफ सिरप की 15 हजार बोतलें बरामद की हैं। यह बोतलें एक कैंडर में फोम के गद्दों के अंदर छिपाकर रखी गई थी। गाजियाबाद पुलिस ने कफ सिरप की तस्करी करने वाले सरफराज अहमद पुत्र सत्तार निवासी मेरठ, युसूफ खान उर्फ गुड्डू डाक्टर निवासी फखरुद्दीनअली नगर मेरठ तथा तुफैल चौधरी निवासी हापुड़ देहात को यूपी गेट मदन मोहन मालवीय मार्ग गाजियाबाद के पास से एक मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से कफ सिरप की 15 हजार बोतल, एक कैंटर व एक कार बरामद हुई है। पकड़े गए कफ सिरप की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 1 करोड़ रुपये बताई जाती है।
गाजियाबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि वह फेंसीडिल कफ सिरप मेरठ से लोड करके बिहार होते हुए पश्चिमी बंगाल पहुंचाते हैं। इसके लिए उन्हें एक से डेढ़ लाख रुपये प्रति चक्कर मिलता है। जिसे वह आपस में बांट लेते हैं। उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को उन्होंने रुड़की से फोम के गद्दों में कफ सिरप को छिपाकर रखा था तथा ई बिल भी बनवाया था। इसकी आड़ में वह आसानी से कफ सिरप को पश्चिमी बंगाल पहुंचा देते थे।
Ghaziabad News : पूर्वोत्तर भारत के राज्य पश्चिम बंगाल और बिहार में प्रतिबंधित दवाई से बने कफ सिरप पीकर लोग खूब झूम रहे हैं। इस कारण कफ सिरप की बड़े पैमाने पर तस्करी की जा रही है। उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसके सदस्य कफ सिरप के जरिए लोगों को नशेडी बनाने का काम कर रहे थे।
गाजियाबाद की कौशांबी पुलिस और नारकोटिक्स मेरठ ने एक गिरोह का पर्दाफाश कर तीन लोगों को पकड़ा है। इनके कब्जे से प्रतिबंधित दवाई कोडीनयुक्त फेंसीडिल कफ सिरप की 15 हजार बोतलें बरामद की हैं। यह बोतलें एक कैंडर में फोम के गद्दों के अंदर छिपाकर रखी गई थी। गाजियाबाद पुलिस ने कफ सिरप की तस्करी करने वाले सरफराज अहमद पुत्र सत्तार निवासी मेरठ, युसूफ खान उर्फ गुड्डू डाक्टर निवासी फखरुद्दीनअली नगर मेरठ तथा तुफैल चौधरी निवासी हापुड़ देहात को यूपी गेट मदन मोहन मालवीय मार्ग गाजियाबाद के पास से एक मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से कफ सिरप की 15 हजार बोतल, एक कैंटर व एक कार बरामद हुई है। पकड़े गए कफ सिरप की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 1 करोड़ रुपये बताई जाती है।
गाजियाबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि वह फेंसीडिल कफ सिरप मेरठ से लोड करके बिहार होते हुए पश्चिमी बंगाल पहुंचाते हैं। इसके लिए उन्हें एक से डेढ़ लाख रुपये प्रति चक्कर मिलता है। जिसे वह आपस में बांट लेते हैं। उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को उन्होंने रुड़की से फोम के गद्दों में कफ सिरप को छिपाकर रखा था तथा ई बिल भी बनवाया था। इसकी आड़ में वह आसानी से कफ सिरप को पश्चिमी बंगाल पहुंचा देते थे।
लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र स्थित एक कॉलोनी में एक शादी में अजीबोगरीब वाकया हो गया। बाराती के साथ घराती भी इस वाकये के बाद हतप्रभ रह गए
