Greater Noida Framers Protest :
अमन भाटी
Greater Noida Framers Protest : हजारों किसानों ने प्राधिकरण पर अपने 10% आबादी प्लाट एवं अन्य मुद्दों के लिए जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का प्रदर्शन आज नौवें दिन भी जारी है। जब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। कल किसानों द्वारा अधिकारियों से बातचीत की गई लेकिन कोई भी हल नहीं निकल पाया है। जिसके बाद किसानों ने महापड़ाव जारी रखने का निर्णय लिया है। किसानों ने प्राधिकरण पर धोखेबाजी करने वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया।
Greater Noida Framers Protest :
किसानों के विरुद्ध जाकर प्राधिकरण ने किए कार्य
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह यादव ने कहा कि 10% आबादी प्लाट, आबादियों की लीज बैक, सर्कल रेट का 4 गुना मुआवजा, साढे 17% प्लाट, कोटा 120 वर्ग मीटर का न्यूनतम प्लाट सहित सभी मुद्दों पर प्राधिकरण ने किसानों के कानून के खिलाफ जाकर किसानों के विरुद्ध कार्य किया है। पंचायत की अध्यक्षता जगदीश नंबरदार ने की। कल पंचायत के बाद हर गांव और टोली से एक एक सदस्य कुल मिलाकर 70 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने वार्ता की वार्ता पर बिंदुवार विस्तार से चर्चा की गई।
शासन से अनुमति लेने के बाद ही करेंगे पास
10% आबादी प्लाट पर प्राधिकरण के अधिकारियों ने कवरिंग लेटर के साथ शासन से अनुमति लेने का प्रस्ताव रखा। किसानों की ओर से पहले प्राधिकरण बोर्ड से पास करने की बात कर प्रस्ताव भेजने की बात कही गई। इसी तरह रेट के मुद्दे पर ज्यादा जानकारी के साथ आगे बातचीत जारी रखने की बात कही। पीड़ित किसानों ने अधिकारियों से कहा कि 2014 से जानबूझकर सर्किल रेट नहीं बढ़ाए हैं। कानून के हिसाब से और कानून के फार्मूले के हिसाब से मुआवजा तय करने के बजाए प्राधिकरण अपनी मनमर्जी से मुआवजा तय कर रहा है। इसलिए प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि मुआवजा कानून के अनुसार तय किया जाए। 17:30 पर्सेंट प्लाट कोटा और 120 वर्ग मीटर के न्यूनतम प्लाट पर अधिकारियों ने कहा कि हम पहले शासन से अनुमति लेकर ही बोर्ड से पास करेंगे।
किसानों ने अधिकारियों के समक्ष रखी समस्याएं
किसानों ने कहा कि इनको बिना शासन की अनुमति के रद्द किया गया है। लिहाजा बोर्ड से पास करने में कोई दिक्कत नहीं है। पेनल्टी माफ करने रोजगार की नीति बनाने 6 परसेंट प्लाट पेनल्टी माफ करने सहित किसी भी मुद्दे पर कोई निर्णायक सहमति अथवा निर्णय नहीं हो सका है। शिफ्टिंग के मुद्दे पर भी प्राधिकरण ने शिफ्टिंग की नीति के प्रस्ताव रखा है कि प्रस्ताव ठीक नहीं है जितनी जमीन शिफ्ट हुई है उतनी ही शिफ्टिंग में मिलनी चाहिए। नीति के रखने के प्रस्ताव को यमुना सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह से चर्चा कर कार्रवाई की जाएगी। प्रतिनिधिमंडल ने सभी के सामने आंदोलन को उपरोक्त सभी समस्याओं के हल होने तक जारी रखने का निर्णय किया है।
प्राधिकरण पर घर बनाकर रहना शुरू करेंगे किसान
इस संबंध में किसान सभा के अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने कहा कि किसान दृढ़ संकल्प के साथ 25 अप्रैल से महापड़ाव कर रहे हैं महापड़ाव आगे जारी रहेगा। हजारों की संख्या में प्रभावित किसान प्राधिकरण आने को तैयार हैं। भविष्य में प्राधिकरण पर ही किसान घर बनाकर रहना शुरू करेंगे। प्राधिकरण के दोनों गेट बंद करेंगे। जेल जाना पड़ेगा तो हजारों की संख्या में जेल जाने को तैयार हैं।
प्राधिकरण पर नहीं है जरा भी भरोसा
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि वार्ता के संबंध में प्राधिकरण अधिकारी मुद्दों पर विचार करने को तैयार हैं। लेकिन उन पर आगे निर्णय तरीके से बढ़ने को लेकर किसानों और अधिकारियों के बीच भारी मतभेद है। किसानों को प्राधिकरण अधिकारियों के कार्रवाई करने पर बिल्कुल भी यकीन नहीं है। एसआईटी जांच लंबे समय से लंबित है शिफ्टिंग की नीति के संबंध में प्रस्ताव लंबे समय से लंबित है। किसानों के 120 वर्ग मीटर के न्यूनतम प्लाट और साडे 17% कोटा को प्राधिकरण ने किसानों से बिना बताए रद्द कर दिया है। कानून का उल्लंघन कर मनमाने तरीके से मुआवजा राशि तय की जा रही है। किसानों को प्राधिकरण पर बिल्कुल भी यकीन नहीं रहा है इसलिए किसान लगातार प्राधिकरण के विरुद्ध अपना आंदोलन जारी रखेंगे ।
इस दौरान में लोग रहे उपस्थित
धरने को बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुशील भाटी, आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय नेता रविंद्र भाटी चेयरमैन, किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव बीजू कृष्णन, किसान सभा के राष्ट्रीय वित्त सचिव कृष्ण प्रसाद, पूर्व विधायक केरला विधानसभा किसान सभा के नेता पुष्पेंद्र त्यागी, सोरन प्रधान किसान एकता संघ से, किसान यूनियन अधिकार से हरवीर नागर, धरने में किसान सभा कमेटियों के सॉन्ग गवरी मुखिया राजीव नगर, सुरेश यादव, बुध पाल यादव सुरेंद्र यादव पूर्व किसान सभा के संरक्षक पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष राजेंद्र भाटी, एडवोकेट संदीप चौहान, पुर डॉक्टर जगदीश सैनी, अजय पाल भाटी रामपुर, पप्पू प्रधान मनोज प्रधान खानपुर, प्रकाश प्रधान सिरसा, धर्म सिंह प्रधान लुक्सर, चमन मास्टर लुक्सर, किसान यूनियन भानु के नेता विकास गुर्जर एवं अन्य हजारों लोग उपस्थित रहे।