Kisan Andolan Live : पंजाब से दिल्ली आ रहे किसानों तथा पुलिस के बीच बड़ा टकराव हो गया है। बड़ी संख्या में आंसू गैस के गोले किसानों के ऊपर दागे जा रहे हैं। आंसू गैस के गोलों से जब प्रदर्शनकारी नहीं रूके तो हरियाणा पुलिस ने रबर की गोलियां बरसा दी हैं।
पुलिस ने दागी रबर की गोलियां, कई किसान व पत्रकार घायल
समाचार लिखे जाने तक रबर की गोलियों से कई किसान व रिर्पोटिंग कर रहे पत्रकार भी घायल हो गए हैं। एक गोली आज तक टीवी चैनल के रिपोर्टर सतेन्द्र चौहान को भी लग गई है। पंजाब व हरियाणा के बॉर्डर पर हालात बेकाबू होते हुए नजर आ रहे
पंजाब के अन्नदाता किसानों तथा हरियाणा पुलिस में सीधी जंग, किसानों पर ड्रोन से दागे गोले
किसान आंदोलन को लेकर पंजाब के अन्नदाता किसानों तथा हरियाणा पुलिस के बीच सीधा टकराव हो गया है। इस टकराव के बीच प्रदर्शन करने दिल्ली आ रहे पंजाब के किसानों पर पुलिस तथा अर्धसैनिक बल ड्रोन के द्वारा आंसू गैस के गोले दागे रहे हैं।
बदहाल हैं अन्नदाता
पंजाब में सक्रिय अलग-अलग 200 किसान संगठनों ने 13 फरवरी का पंजाब से दिल्ली कूच का ऐलान पहले ही कर दिया था। किसानों का आरोप है कि सरकार की गलत नीतियों के चलते देश के अन्नदाता किसानों की हालत बेहद बदहाल है। किसान संगठन फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की अपनी पुरानी मांग मनवाने के लिए दिल्ली में प्रदर्शन करना चाहते हैं। किसानों का कहना है कि वें सरकार को अपनी बात बताने के लिए दिल्ली में प्रदर्शन करना चाहते हैं।
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर जंग
पंजाब से दिल्ली आ रहे किसानों को हरियाणा की पुलिस ने अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर रोक लिया। किसान हर हालत में दिल्ली जाना चाहते हैं। उधर हरियाणा पुलिस किसी भी कीमत पर किसानों को दिल्ली नहीं जाने देना चाहते हैं। किसानों को रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। समाचार लिखे जाने तक शंभू बॉर्डर पर किसानों तथा हरियाणा पुलिस के बीच जंग की स्थिति बनी हुई है। हरियाणा की पुलिस ड्रोन के द्वारा आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। शंभू बॉर्डर तथा पंजाब से हरियाण से होकर दिल्ली आने वाले मार्गों पर किसानों के जत्थे के जत्थे नजर आ रहे हैं। जिन स्थानों पर किसानों व हरियाणा पुलिस के बीच में टकराव हुआ है वहां कोई किसान नेता नजर नहीं आ रहे हैं।
किसान मोर्चा नहीं है शामिल
आपको बता दें कि वर्ष-2020 में दिल्ली में हुए किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाला संयुक्त किसान मोर्चा इस बार के आंदोलन में अभी तक शामिल नहीं है। पंजाब के 200 अलग-अलग किसान संगठनों ने इस बार दिल्ली कूच का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने 16 फरवरी को भारत बंद की पहले ही घोषणा कर दी है ।
बॉर्डर पर जंग के हालात
किसान संगठनों का दावा, एमएसपी लेकर ही वापस जाएंगे
पंजाब से दिल्ली प्रदर्शन करने आ रहे किसान संगठनों ने घोषणा कर दी है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम पर उन्हें कुछ भी स्वीकार नहीं है। इस बीच पंजाब व हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों व हरियाणा पुलिस के बीच सीधा टकराव हो रहा है। पंजाब व हरियाणा के बॉर्डर पर पूरी तरह से जंग के हालात बने हुए हैं।
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