University Entry Scheme for Indian Army – कई लोगों को यह पता नहीं होता की न केवल स्कूल के बाद बल्कि कॉलेज के बाद भी कई लोग भारतीय सेना में शामिल हो सकते हैं। खासतौर पर इंजीनियर की तैयारी करने वाले युवाओं के इस बात की जानकारी नहीं होती। अगर आप भी इंजीनियर की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन अब आपका मन भारतीय सेना में शामिल होने का है। तो आपके लिए यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम सबसे बेहतर है। इस स्कीम की मदद से सेना खुद यूनिवर्सिटी कैंपस आती है और एसएसबी (SSB) इंटरव्यू के लिए कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट करती है। लेकिन इस स्कीम का लाभ केवल फाइनल ईयर के छात्र ही ले सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है इस स्किम के लिए योग्यता और किस तरह से छात्र इसका लाभ ले सकते हैं।
यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम (University Entry Scheme) के लिए क्या है जरूरी योग्यता ?
इस स्कीम का फायदा केवल बीई या बीटेक के केवल वह छात्र ले सकते है, जो अपने कॉलेज के आखिरी साल में हो। इसके लिए उम्मीदवार का ग्रेजुएशन फाइनल एग्जाम में 60 % नंबर लाना जरूरी है। इसके अलावा उसकी उम्र लगभग 18 से 24 साल के बीच होनी चाहिए। साथ ही उम्मीदवार का अविवाहित होना अनिवार्य है।
भर्ती के लिए क्या है जरूरी शारीरिक मापदंड ?
इस स्कीम के जरिए अगर कोई उम्मीदवार सिलेक्ट होना चाहता है, तो उस अपनी सेहत का भी ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए पुरुष उम्मीदवारों की लंबाई कम से कम 157.5 सेमी होनी जरूरी है। वहीं नेपाली, गढवाली, असमी और गोरखा उम्मीदवारों के लिए इसमें 5 सेमी की छूट दी गई है। इसके अलावा अगर कोई उम्मीदवार लक्षदीप से है, तो उसे लंबाई में 2 सेमी की छूट दी जाती है।
कैसा होती है भर्ती प्रक्रिया ?
आवेदन प्रक्रिया के पूरा होने के बाद आर्मी कॉलेज या यनिवर्सिटी में स्क्रीनिंग के लिए जाती है। लेकिन यह जरूरी नहीं की वह आपके भी कॉलेज में आए। वह किसी भी कॉलेज में जाकर उम्मीदवारों को वहां स्क्रीनिंग के लिए बुलाती है। स्क्रीनिंग के दौरान उम्मीदवारों को ग्रुप डिस्कशन करवाया जाता है, इसमें चुनें गए उम्मीदवारों का फिर इंटरव्यू होता है। पहले प्रोसेस में सिलेक्ट होने वाले उम्मीदवारों को फिर एसएसबी (SSB) इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। जिसका आयोजन एसएसबी सेंटर पर किया जाता है।
यह इंटरव्यू लगभग 5 दिनों का होता है। जिसमें पहले दिन उम्मीदवारों को इंटेलिजेंस टेस्ट , पिक्टर डिस्क्रिप्शन और पिक्चर परसेप्शन और डिस्क्रिप्शन टेस्ट होता है। इसमें सफल होने वालें उम्मीदवारों को अगले दिन साइकोलॉजिकल टेस्ट पास करना होता है। इसके अगले यानि तीसरे और चौथे दिन बचे हुए उम्मीदवारों का ग्रुप टास्च ऑफिसर टेस्ट होता है। वहीं 5वें यानि आखिरी दिन क्लोजिंग एड्रेस और कॉन्फ्रेंस होता है, और इसी दिन सफल होने वाले उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी जाती है।