Khan Sir : सोशल मीडिया पर अपनी अलग पहचान रखने वाले खान सर बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के नियम में बदलाव को लेकर छात्रों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए। उसके बाद ट्विटर हैंडल खान ग्लोबल स्टडी पर फेक पोस्ट कर छात्रों को दिग्भ्रमित करने के आरोप में उनपर एफआइआर दर्ज किया गया है। खान ग्लोबल स्टडीज के एक्स पेज पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा गया है, ‘छात्रों के लिए आवाज उठाने वाले हमारे खान सर गिरफ्तार हुए हैं। लेकिन उनका संघर्ष यहीं नहीं रुकेगा। खान सर के लिए उनके छात्रों का भविष्य ही सबसे महत्वपूर्ण है, और वे हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। उनके उऊपर एफआईआर दर्ज किया गया और बड़ी तेजी से यह बात भी लोगों में पहुंची है कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि एसडीपीओ सचिवालय के डॉ अन्नू कुमार ने पष्टि की है कि खान सर की कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है। और अब अचानक खान सर की तबियत बिगड़ गई है। उन्हे डिहाइड्रेशन और तेज फीवर हो गया है जिसके कारण उन्हे अस्पताल में भर्ती किया गया है।
खान सर पर एफआईआर का कारण
खान ग्लोबल स्टडी चलाने वाले खान सर पटना में बीपीएससी उम्मीदवारों के साथ बीपीएससी में ‘सामान्यीकरण’ के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद शिक्षक खान सर को पुलिस ने अपनी गाड़ी में बैठा लिया जिसके बार यह बात चारों ओर फैल गई कि उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। हिरासत में लिए जाने के बाद खान सर ने कहा, चाहे कुछ भी हो जाए, हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक आयोग अपना रुख नहीं बदल लेता। हम अपने बच्चों के लिए लड़ने के लिए जहां भी जरूरी होगा वहां जाएंगे। छात्र सुबह से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे थे उनके समर्थन में खान सर ने भी अपना समर्थन और सहभागिता दी।
एफआईआर के बाद क्या बोले खान सर
मीडिया से बात करते हुए खान सर ने कहा कि 13 तारीख को परीक्षा है और बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में आखिर ये बच्चे क्या परीक्षा देंगे जब कि एक सप्ताह मात्र बचा हुआ है। हमें बहुत तकलीफ होती है। पढ़ाते पढ़ाते गला सूख जाता है। ये मिडिल क्लास के बच्चे हैं। खान सर ने कहा कि बीपीएससी नॉर्मलाइजेशन घटिया कानून लाकर हमें गुमराह कर रही है। बीपीएससी हमसे गोलमोल बातें कर रही हैं। हमारा सीधा कहना है कि बस एक बार अध्यक्ष अधिकारिक नोटिफिकेशन डाल दें कि वो नॉर्मलाइजेशन नहीं करेंगे।
खान सर बोले- हम लाठी खाने को भी हैं तैयार
शिक्षा जगत के दिग्गज खान सर ने कहा कि हम अध्यक्ष से कहते रह गए कि यह नियम गणित के लिए बना है, जीएस के लिए नहीं बना है। उदाहरण समझिए कि जीएस में कैसे तय करिएगा कि इलाहाबाद का संधि वाला प्रश्न मुश्किल है कि एलासाबा की संधि वाला प्रश्न मुश्किल है। खान सर ने कहा हमारी शांतिपूर्ण ढंग से यही मांग है कि जबतक नॉर्मलाइजेशन नहीं होगा तब तक हम यहीं रहेंगे। अब लाठी चलाएं या कुछ करें सब प्रशासन के हाथ में हैं। हम लाठी खाने को तैयार हैं।