Business News : डिजिटल सार्वजनिक ढांचे पर भारत के साथ सहयोग की संभावना तलाश रहा है सिंगापुर

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Singapore is exploring the possibility of cooperation with India on digital public infrastructure
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:00 PM
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कोलकाता। सिंगापुर आधार जैसी राष्ट्रीय पहचान प्रणाली की तर्ज पर डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग पर विचार कर रहा है। सिंगापुर के केंद्रीय बैंक के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

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सिंगापुर मौद्रिक प्राधिकरण (एमएएस) के मुख्य वित्तीय प्रौद्योगिकी अधिकारी सुपनेंदु मोहंती ने कहा कि एक और संभावित अवसर सिंगापुर के ‘प्रॉक्सटेरा’ (एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र का वैश्विक डिजिटल केंद्र) के भारत के ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) के साथ एकीकरण का हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत उन्नत डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई) में एक प्रौद्योगिकी महाशक्ति है। ऐसे में यह हमारे के लिए सहयोग की दृष्टि से एक आदर्श भागीदार हो सकता है। हम भारत में आधार के समान अपने राष्ट्रीय पहचान बुनियादी ढांचे के संबंध में सहयोग के इच्छुक हैं।

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मोहंती ने कहा कि प्रॉक्सटेरा को भारत के ओएनडीसी से जोड़ना एक और संभावना हो सकती है, जिससे दोनों देशों के छोटे व्यवसायों के लिए सीमा पार अवसर बनेंगे और उन्हें वित्तीय रूप से अधिक सशक्त किया जा सकेगा।

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वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने पूर्व में कहा था कि ओएनडीसी, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) की तरह भारत और विदेशों में ई-कॉमर्स क्षेत्र को बदल सकता है। मोहंती हाल में कोलकाता में आयोजित जी20 की वित्तीय समावेशन के लिए वैश्विक भागीदारी बैठक में प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida
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China's Economy : चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2022 में घटकर तीन प्रतिशत पर, 50 साल का दूसरा निचला स्तर

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China's economic growth rate to decline to 3 percent in 2022, second lowest level in 50 years
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 10:29 PM
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बीजिंग। पिछले साल कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाई गईं पाबंदियों, रियल एस्टेट क्षेत्र में मंदी के कारण चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2022 में घटकर तीन प्रतिशत पर आ गई है। यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में 50 साल में दूसरी सबसे धीमी वृद्धि की रफ्तार है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।

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राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में चीन का सकल घरेलू उत्पाद 1,21,020 अरब युआन या 17,940 अरब डॉलर रहा। चीन की जीडीपी वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत के आधिकारिक लक्ष्य से काफी नीचे रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि पाबंदियां हटने के बाद से धीरे-धीरे शॉपिंग मॉल और रेस्तरां में लोगों की मौजूदगी बढ़ रही है। वहीं सरकार के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि संक्रमण की मौजूदा लहर गुजर चुकी है।

Business News : सब्सिडी, सड़क, मंजूरियों जैसे ‘चुबंक’ की वजह से वैश्विक निवेशक महाराष्ट्र आना चाहते हैं : शिंदे

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इससे पहले 1974 में चीन की वृद्धि दर 2.3 प्रतिशत रही थी। उल्लेखनीय है कि इस साल डॉलर मूल्य में चीन की जीडीपी दर 2021 के 18,000 अरब डॉलर से घटकर 17,940 अरब डॉलर पर आ गई है। चीन की मुद्रा (आरएमबी) की तुलना में डॉलर में मजबूती की वजह से ऐसा हुआ है। आरएमबी में चीन की अर्थव्यवस्था 2022 में 1,21,020 अरब युआन रही, जो 2021 में 1,14,370 अरब युआन थी। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida
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Business News : सब्सिडी, सड़क, मंजूरियों जैसे ‘चुबंक’ की वजह से वैश्विक निवेशक महाराष्ट्र आना चाहते हैं : शिंदे

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Global investors want to come to Maharashtra because of 'magnets' like subsidies, roads, clearances: Shinde
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 08:34 PM
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दावोस। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक से इतर महाराष्ट्र ने मात्र दो दिन में वैश्विक निवेशकों के साथ 1.36 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि सब्सिडी का वादा, तेजी से मंजूरियां और एक बेहतर सड़क ढांचे ने उनके राज्य में निवेशकों को लाने में ‘चुंबक’ का काम किया है।

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डब्ल्यूईएफ की सालाना बैठक में भाग लेने आए शिंदे ने से साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने केवल दो दिन में कई संभावित निवेशकों से मुलाकात की है, जिन्होंने राज्य में निवेश करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। ये निवेशक अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए जल्द मुंबई जाने की योजना बना रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि महाराष्ट्र विदेशी निवेशकों को अन्य भारतीय राज्यों की तुलना में क्या अधिक की पेशकश कर सकता है, शिंदे ने कहा कि हमारा राज्य सब्सिडी, बेहतर बुनियादी ढांचे और तेजी से मंजूरियां देने के लिए प्रतिबद्ध है।

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शिंदे ने कहा कि वे (निवेशक) जो चाहते हैं, हम देने को तैयार हैं और राज्य सरकार उनकी सभी वास्तविक मांगों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। सड़क संपर्क हमारी सबसे बड़ी संपत्तियों में से एक है। नियंत्रित पहुंच सड़क प्रणाली (एक्सेस कंट्रोल रोडवेज सिस्टम) के कारण उद्योग भी राज्य की ओर आकर्षित हो रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, एक्सेस कंट्रोल रोडवेज सिस्टम भारी और तेज गति से चलने वाले वाहनों की निर्बाध और तेज आवाजाही सुनिश्चित करता है। आवारा पशुओं को मुख्य राजमार्गों पर आने से भी रोकता है। महाराष्ट्र लंबे समय से औद्योगिक राज्य में आता है। राज्य में वाहन, रक्षा और अन्य क्षेत्रों की उल्लेखनीय मौजूदगी है। वृद्धि के नए क्षेत्रों के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने डाटा केंद्रों, लॉजिस्टिक्स, फार्मास्युटिकल्स और नवीकरणीय ऊर्जा का जिक्र किया।

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इस वर्ष की डब्ल्यूईएफ की वार्षिक बैठक में महाराष्ट्र, तेलंगाना और तमिलनाडु सहित कई राज्य खुद को निवेश गंतव्य के रूप में पेश कर रहे हैं। उन्होंने यहां अपने मंडप लगाए हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से तीन अलग मंडप लगाए गए हैं।

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दावोस आने की वजह पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि विश्व आर्थिक मंच एक बहुत ही प्रतिष्ठित संगठन है। इस कार्यक्रम में दुनियाभर के लोग शामिल होते हैं। वे यहां अपने विचार प्रस्तुत करते हैं और नई प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर्यावरण के मुद्दों, कौशल विकास से जुड़े मामलों और रोजगार सृजन जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा होती है। लोगों को यहां वैश्विक आर्थिक रुझानों के बारे में भी पता चलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डब्ल्यूईएफ शिखर सम्मेलन में विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों के लोग शामिल होते हैं और इसमें तेज और बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का निर्माण कैसे किया जाए, इसपर चर्चा और विचारों का आदान-प्रदान भी होता है। शिंदे ने कहा कि मैं यहां काफी लोगों से मिला हूं। इनमें कौशल विकास, बुनियादी ढांचे, शहरी बदलाव और जलवायु जैसे मुद्दों पर काम करने वाले लोग शामिल हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरी अपने राज्य के डाटा केंद्रों, फार्मास्युटिकल्स, लॉजिस्टिक्स, वाहन और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश को लेकर सकारात्मक बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि सिर्फ दो दिन में हमने 1.36 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए हैं। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida