मोदी पहुंचे थाइलैंड, मोदी-मोदी के नारों के साथ जोरदार स्वागत

Bankak
Thailand Trip
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Apr 2025 09:53 PM
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Thailand Trip : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थाईलैंड की दो दिवसीय यात्रा पर बैंकॉक पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर थाईलैंड के उपप्रधानमंत्री प्रसर्ट जंतररुआंगटों और शीर्ष अधिकारियों ने उनका अभिनंदन किया। भारतीय समुदाय के सदस्यों ने 'मोदी-मोदी' के नारों के साथ उनका स्वागत किया, जिसमें गरबा नृत्य और थाई रामायण 'रामाकियन' की प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। ​

थाई रामायण की प्रस्तुति को 'समृद्ध अनुभव' बताया

प्रधानमंत्री मोदी ने थाई रामायण की प्रस्तुति को 'समृद्ध अनुभव' बताया और कहा कि यह भारत और थाईलैंड के बीच सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों को दर्शाता है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, रामायण वास्तव में एशिया के कई हिस्सों में दिलों और परंपराओं को जोड़ता है। ​प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत और थाईलैंड के बीच ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंधों को और गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

बैंकॉक में छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में लेंगे भाग

इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी 4 अप्रैल को बैंकॉक में छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां वे क्षेत्रीय सहयोग और विकास पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, उनकी थाईलैंड के प्रधानमंत्री पैतोंगटर्न शिनवात्रा के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी निर्धारित है, जिसमें दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने पर विचार होगा। ​पीएम मोदी की यह यात्रा रणनीतिक संबंधों को एक नया आयाम देगी। जल्दी ही इसके सुखद परिणाम भी नजर आएंगे।

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संजय बांगर के बेटे आर्यन ने जेंडर चेंज करवाकर नई पहचान बनाई

Bangar
 Gender Transformation
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 12:42 PM
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 Gender Transformation : टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर के बेटे आर्यन बांगर ने जेंडर ट्रांसफॉर्मेशन के बाद अब अनाया बांगर के नाम से अपनी नई पहचान बनाई है। उन्होंने हाल ही में अपने हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) के अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें उन्होंने अपनी यात्रा के बारे में बताया है।

शरीर में हुए बदलावों के कारण क्रिकेट छोड़ना पड़ा

अनाया इंग्लैंड के मैनचेस्टर में रहती हैं और पहले स्थानीय क्रिकेट क्लब इस्लाम जिमखाना के लिए खेल चुकी हैं। बाद में उन्होंने लीसेस्टरशायर के हिंकले क्रिकेट क्लब का प्रतिनिधित्व भी किया। हालांकि, एचआरटी के कारण उनके शरीर में हुए बदलावों के चलते उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा।

क्रिकेट में ट्रांसजेंडर महिलाओं के लिए आवाज उठाई

अपने सोशल मीडिया पोस्ट में, अनाया ने लिखा, शक्ति खो रही हूं लेकिन खुशी पा रही हूं। शरीर बदल रहा है, डिस्फोरिया कम हो रहा है। अभी लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन हर कदम मुझे और अधिक मेरे जैसा महसूस कराता है। अनाया ने अपने ट्रांसफॉर्मेशन की प्रक्रिया के दौरान क्रिकेट में ट्रांसजेंडर महिलाओं के लिए अधिक समावेशी नीतियों की आवश्यकता पर भी जोर दिया है।

अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस बदलाव की तस्वीरें साझा की

हाल ही में, अनाया भारत आईं और मुंबई के एक सैलून में अपने बालों को नया स्टाइल दिया, जिससे उनका लुक और भी निखर गया। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस बदलाव की तस्वीरें साझा की हैं। अनाया की कहानी उनके साहस और आत्म-स्वीकृति की मिसाल है, जो समाज में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के प्रति जागरूकता और स्वीकृति बढ़ाने में मदद करती है।

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Tariff : भारत-अमेरिका टैरिफ व्यापार में 52% बनाम 26% शुल्क के मायने

Tariff 7
Tariff
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:52 AM
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Tariff : भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंध वैश्विक स्तर पर अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। वित्त वर्ष 2021-22 से 2023-24 तक अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा है। भारत के कुल माल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी लगभग 18% है, जबकि आयात में यह 6.22% और द्विपक्षीय व्यापार में 10.73% तक पहुंचती है। हाल ही में अमेरिका ने भारत पर 26% पारस्परिक टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जबकि भारत अमेरिका से आयातित वस्तुओं पर 52% टैरिफ लगाता है। यह असमानता दोनों देशों के व्यापार संबंधों को प्रभावित कर सकती है।

टैरिफ का तात्पर्य और प्रभाव

टैरिफ वह शुल्क होता है, जो किसी देश द्वारा आयात की जाने वाली वस्तुओं पर लगाया जाता है। इसे आयात करने वाली कंपनियों को अपने देश की सरकार को भुगतान करना होता है। अमेरिका ने भारत को उन देशों की सूची में रखा है, जिन पर 'डिस्काउंटेड रेसिप्रोकल टैरिफ' लागू किया गया है। यह नीति 100 अन्य देशों पर भी प्रभावी होगी। अमेरिका का तर्क है कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर अधिक शुल्क लगाता है, जिससे अमेरिका का व्यापार घाटा बढ़ता है। इसी कारण, अमेरिकी प्रशासन ने अब जवाबी शुल्क लगाने का निर्णय लिया है।

डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लगाए गए टैरिफ को उचित ठहराते हुए कहा कि भारत वर्षों से अमेरिकी उत्पादों पर उच्च कर लगाता रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत 52% टैरिफ वसूलता है, जबकि अमेरिका ने अब तक भारतीय उत्पादों पर कोई बड़ा शुल्क नहीं लगाया था। ट्रंप का मानना है कि इस असंतुलन को ठीक करने के लिए टैरिफ बढ़ाना आवश्यक है।

भारत पर Tariff लागू होने का प्रभाव

अमेरिका द्वारा लगाए गए 26% शुल्क का असर 9 अप्रैल 2024 से प्रभावी हो जाएगा। इसका सीधा प्रभाव भारतीय निर्यातकों पर पड़ेगा, जिन्हें अब अमेरिकी बाजार में अधिक शुल्क चुकाना होगा। भारत का व्यापार अधिशेष पहले से ही अमेरिका के साथ महत्वपूर्ण रहा है:
  • 2023-24 में: 35.32 अरब अमेरिकी डॉलर
  • 2022-23 में: 27.7 अरब अमेरिकी डॉलर
  • 2021-22 में: 32.85 अरब अमेरिकी डॉलर
  • 2020-21 में: 22.73 अरब अमेरिकी डॉलर
  • 2019-20 में: 17.26 अरब अमेरिकी डॉलर
इस अतिरिक्त शुल्क के कारण भारतीय व्यापारियों को लागत बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जिससे कुछ क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मकता पर असर पड़ेगा।

किन उद्योगों पर पड़ेगा असर?

भारत-अमेरिका व्यापार पर विशेषज्ञों के अनुसार, इस टैरिफ वृद्धि का प्रभाव निम्नलिखित क्षेत्रों पर अधिक देखने को मिलेगा:
  • कृषि उत्पाद: भारतीय कृषि उत्पाद, विशेष रूप से समुद्री खाद्य और चावल, प्रतिस्पर्धी बाजार में टैरिफ के कारण प्रभावित हो सकते हैं।
  • मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक्स: भारतीय मशीनरी और इलेक्ट्रिकल उत्पादों के लिए अमेरिकी बाजार में बढ़ी हुई लागत के कारण निर्यात प्रभावित हो सकता है।
  • फार्मा और केमिकल इंडस्ट्री: अमेरिका भारत की फार्मास्युटिकल और केमिकल इंडस्ट्री का एक बड़ा बाजार है। हालांकि, शुल्क वृद्धि इन क्षेत्रों में भी लागत बढ़ा सकती है।

भारत की प्रतिक्रिया और संभावित कदम

भारत सरकार इस टैरिफ के प्रभावों का आकलन कर रही है। वाणिज्य मंत्रालय अमेरिका के इस निर्णय का व्यापक विश्लेषण कर रहा है और संभावित जवाबी कदम उठाने पर विचार कर रहा है। अमेरिकी प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि यदि भारत उनकी व्यापारिक चिंताओं को हल करने में सहयोग करता है, तो टैरिफ में राहत दी जा सकती है।         Tariff :    

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