भारत के जल-प्रहार से पाकिस्तान बेहाल : पानी-पानी होने की नौबत

Sindhu jal
Pahalgam Terror Attack
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Apr 2025 12:05 AM
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Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा जल कूटनीतिक वार किया है। भारत सरकार ने ऐतिहासिक सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है, जिससे पाकिस्तान को पांच बड़ी चोटें लगी हैं। इस कदम ने साफ कर दिया है कि भारत अब न तो आतंकवाद सहन करेगा और न ही आतंक फैलाने वाले देश को पानी मुफ्त में बहाने देगा।

पाकिस्तान की मुसीबतें बढ़ीं

पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक संकट, महंगाई और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा था। अब जब भारत ने सिंधु जल समझौते पर रोक लगाई है, तो उसकी कृषि, बिजली और खाद्य आपूर्ति पर सीधा असर पड़ने वाला है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान की लगभग 90% सिंचाई सिंधु नदी पर निर्भर है। अब नदियों का पानी बाधित होने से वहां खेती-किसानी बर्बाद होने की कगार पर पहुंच सकती है। बिजली संकट भी बड़ा खतरा बन रहा है क्योंकि पाकिस्तान के कई हाईड्रोपावर प्रोजेक्ट सिंधु और उसकी सहायक नदियों पर आधारित हैं। अगर पानी कम हुआ, तो अंधेरे में डूबे शहर और गांव पाकिस्तान का नया सच बन सकते हैं।

सिंधु जल समझौते पर एक नजर

1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई इस संधि के तहत सिंधु, झेलम और चेनाब नदियों का नियंत्रण पाकिस्तान को मिला था, जबकि रावी, व्यास और सतलुज नदियां भारत के हिस्से आई थीं। इसके बावजूद भारत ने आज तक अपनी हिस्सेदारी से ज्यादा पानी पाकिस्तान को दिया है। लेकिन बार-बार के आतंकी हमलों ने भारत को अब यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि दुश्मन देश को मुफ्त में बहती नदियों का लाभ क्यों दिया जाए।

भारत के एक्शन से पाकिस्तान को लगी 5 बड़ी चोटें

वार्ता बंद : दोनों देशों के जल आयुक्तों की वार्षिक बैठकें अब बंद हो गई हैं। आपसी संवाद का रास्ता पूरी तरह बंद। जल आंकड़ों की आपूर्ति रुकी : भारत अब पाकिस्तान को बाढ़ चेतावनी, जल प्रवाह और ग्लेशियर पिघलने जैसी अहम जानकारियां नहीं देगा, जिससे पाकिस्तान प्राकृतिक आपदाओं से अनजान रहेगा। नदी परियोजनाओं पर रोकटोक खत्म : पाकिस्तान को अब भारत की पश्चिमी नदियों पर बनने वाली परियोजनाओं के डिजाइन या प्रगति पर आपत्ति करने का अधिकार नहीं रहेगा। निरीक्षण पर रोक : पाकिस्तान के जल आयुक्त अब भारत में कोई निरीक्षण नहीं कर सकेंगे, जिससे उन्हें भारत की जल नीतियों पर जानकारी नहीं मिलेगी। रिपोर्ट बंद : स्थायी सिंधु आयोग अब पाकिस्तान को कोई वार्षिक रिपोर्ट नहीं देगा, जिससे उनकी सिंचाई और कृषि योजनाएं गड़बड़ा सकती हैं।

भारत का कड़ा संदेश

भारत ने यह साफ कर दिया है कि आतंकवाद का समर्थन करने वालों को अब हर मोर्चे पर जवाब मिलेगा। सिंधु जल संधि को स्थगित करना कोई साधारण कदम नहीं है, बल्कि यह पाकिस्तान को चेतावनी है कि अगर वह आतंकवाद का रास्ता नहीं छोड़ेगा, तो आने वाले दिन उसके लिए और भी कठिन होंगे। याद रहे, 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसरान घाटी में हुए आतंकी हमले में निर्दोष 26 पर्यटक मारे गए। हमलावरों ने नाम पूछकर, धर्म पूछकर चुन-चुन कर लोगों की हत्या की थी। इस बर्बरता ने पूरे भारत को हिला दिया था। अब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ हर संभव मोर्चे पर आक्रामक रुख अपना लिया है। Pahalgam Terror Attack

घाटी में सक्रिय आतंकियों में मची खलबली, 7 के घरों को किया ध्वस्त

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घाटी में सक्रिय आतंकियों में मची खलबली, 7 के घरों को किया ध्वस्त

Aatanki house
Pahalgam Terror Attack
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:09 PM
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Pahalgam Terror Attack : पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने जिस तेजी से कार्रवाई शुरू की है, उसने घाटी में सक्रिय आतंकियों के भीतर खलबली मचा दी है। सेना ने न केवल आतंकियों के खिलाफ व्यापक सर्च आपरेशन शुरू किया है, बल्कि उनके ठिकानों को भी तबाह करना शुरू कर दिया है। अब तक 7 आतंकियों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है और 2 आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर किया जा चुका है।

घाटी में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकियों की लिस्ट तैयार

सेना ने घाटी में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकियों की एक पक्की लिस्ट तैयार कर ली है। इस लिस्ट में शामिल आतंकियों के ठिकाने, गतिविधियां और नेटवर्क की पूरी जानकारी जुटा ली गई है। सोपोर, पुलवामा, अवंतीपोरा, कुलगाम, अनंतनाग और शोपियां जैसे इलाकों में लश्कर, जैश और हिजबुल के आतंकी अब सीधे निशाने पर हैं।

कश्मीर रेजिस्टेंस फ्रंट ने भी हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया

कश्मीर रेजिस्टेंस फ्रंट ने भी हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है, जो यह दिखाता है कि सेना के दबाव में अब आतंकी संगठन भी बुरी तरह से डर चुके हैं। सेना का यह सख्त एक्शन आतंकियों के मनोबल को तोड़ने और स्थानीय समर्थन खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

अब आतंकियों को समर्थन का अंजाम होगा बुरा

सेना द्वारा आतंकियों के घरों को गिराए जाने का मकसद यह भी है कि आतंकियों और उनके परिवारों को यह साफ संदेश मिले कि आतंकवाद का समर्थन करने का अंजाम कितना गंभीर हो सकता है। इससे स्थानीय युवाओं में भी एक मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ेगा कि आतंकवाद का रास्ता चुनने से उनके अपने परिवार भी सुरक्षित नहीं रह सकते। अब सेना की रणनीति स्पष्ट है पहचानो, पकड़ो और खत्म करो। आने वाले दिनों में इस लिस्ट में शामिल आतंकियों के खिलाफ और भी आक्रामक आपरेशन देखने को मिल सकते हैं। Pahalgam Terror Attack

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तनाव के बीच चीन ने पाकिस्तान को दिया मिसाइल, असलियत आई सामने

Misail 2
Pahalgam Terror Attack
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:58 AM
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Pahalgam Terror Attack : पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जिस तरह से बढ़ रहा है, उसमें चीन का इस समय मैदान में उतरना एक रणनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। पाकिस्तान को चीन की ओर से मिले पीएल-15 लॉन्ग रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल सिस्टम न केवल तकनीकी तौर पर खतरनाक हैं, बल्कि यह संकेत भी देते हैं कि बीजिंग अब खुलकर इस संघर्ष में अपनी भागीदारी दिखाने को तैयार है।

पीएल-15 मिसाइल की मारक क्षमता 200 किमी तक

पीएल-15 मिसाइल की 200 किमी तक की मारक क्षमता, पुराने पीएल-12 की तुलना में कहीं अधिक उन्नत है। इसे पाकिस्तान के जेएफ-17 थंडर ब्लॉक-3 फाइटर जेट्स से इंटीग्रेट किया गया है, जो चीन-पाक मिलकर विकसित कर चुके हैं। साथ ही पीएल-10ई जैसी मिसाइलों का विंगटिप्स पर देखा जाना यह दर्शाता है कि पाकिस्तान अब अपने हवाई बेड़े को अधिक आक्रामक रूप से तैयार कर रहा है।

चीन पाकिस्तान के साथ न केवल सैन्य बल्कि राजनीतिक रूप से भी खड़ा

इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री और चीन के राजदूत की मुलाकात और हर मौसम की रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि, एक बार फिर यह स्पष्ट करती है कि चीन पाकिस्तान के साथ न केवल सैन्य बल्कि राजनीतिक रूप से भी खड़ा है। यह चीन की उस नीति को दर्शाता है, जहां वह भारत को घेरने के लिए पाकिस्तान को एक मोहरे की तरह इस्तेमाल करता रहा है।

चीन-पाक गठजोड़ के प्रभाव को कमजोर करना होगा

भारत के लिए यह दोहरा खतरा है। सीमा पर पाकिस्तानी उकसावे की रणनीति और अंतरराष्ट्रीय मंच पर चीन की वीटो पावर का प्रभाव। ऐसे में भारत को न केवल अपनी सैन्य तैयारियों को और मजबूत करना होगा, बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी वैश्विक सहयोगियों के साथ संबंध मजबूत करके चीन-पाक गठजोड़ के प्रभाव को कमजोर करना होगा। Pahalgam Terror Attack

हास्यास्पद : पाक ने अपने चीन निर्मित फाइटर जेट को भारत के राफेल से बेहतर बताया

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