Fighter Jet : पाकिस्तान के रिटायर्ड एयर कमोडोर खालिद फारूक ने दावा किया है कि चीन निर्मित J-10C फाइटर जेट भारत के राफेल से तकनीकी रूप से बेहतर है। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार यह तुलना वास्तविकता से परे है। विशेषज्ञों का कहना है कि शेर की तुलना चूहे से की जा रही है। इन दोनों फाइटर जेट में इतना ही अंतर है। उसके बाद युद्ध में प्रयोग हो चुका है और अपने झंडे गाड़ चुका है राफेल। जबकि चीन निर्मित J-10C फाइटर जेट का कोई युद्ध अनुभव नहीं है।
J-10C बनाम राफेल : तकनीकी तुलना
विशेषता- J-10C (चीन) -राफेल (फ्रांस)
इंजन- सिंगल इंजन -डुअल इंजन
अधिकतम गति- लगभग 2,200 किमी/घंटा (एमएसीएच 2.0) -1,912 किमी/घंटा (एमएसीएच 1.8)
फेरी रेंज- लगभग 2,940 किमी -3,700 किमी
सेवा ऊंचाई- लगभग 18,000 मीटर -15,835 मीटर
रडार- एईएसए रडार (लगभग 1,200 टीआर) -आरबीई2-एए एसईएसए रडार
मिसाइल- पीएल-15ई (रेंज 145 किमी) एमआईसीए, -एमईटीईओआर (रेंज150+ किमी)
इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर- सीमित जानकारी -एसपीईसीटीआरए सिस्टम (उन्नत)
युद्ध अनुभव- सीमित -व्यापक (लीबिया, माली, सीरिया)
विशेषज्ञों की राय
J-10C में आधुनिक रडार और लंबी दूरी की मिसाइलें हैं, लेकिन राफेल की डुअल इंजन प्रणाली, उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट और युद्ध में सिद्ध क्षमताएं इसे अधिक प्रभावी बनाती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, राफेल की बहु-भूमिका क्षमताएं और विश्वसनीयता J-10C से कहीं अधिक हैं। J-10C को राफेल से बेहतर बताना तकनीकी और सामरिक दृष्टिकोण से उचित नहीं है। राफेल की सिद्ध क्षमताएं और उन्नत तकनीक इसे J-10C से कहीं अधिक प्रभावशाली बनाती हैं।
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