USA News : अमेरिका आधुनिक लोकतंत्र का ‘चैंपियन’ : पीएम मोदी

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calendar01 Dec 2025 07:27 PM
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USA News / वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अमेरिका की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा समाप्त करते हुए कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों की एक नयी, गौरवशाली यात्रा शुरू हो गई है और दुनिया दो महान लोकतंत्रों को अपने रिश्तों को मजबूत करते हुए देख रही है।

वाशिंगटन स्थित रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग एंड इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच साझेदारी की पूर्ण क्षमता अब तक साकार नहीं हुई है और दोनों देशों के संबंध 21वीं सदी में दुनिया को फिर से बेहतर बनाने पर केंद्रित हैं।

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प्रधानमंत्री ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, विनिर्माण को बढ़ावा देने और औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने के लिए हुए समझौतों का जिक्र करते हुए कहा कि वैश्विक मुद्दों पर दोनों देशों के रुख में समानता दिखी है और उनके बढ़ते संबंध “मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड” से जुड़े प्रयासों को बढ़ावा देंगे।

मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की ‘जननी’ है, तो अमेरिका आधुनिक लोकतंत्र का ‘चैंपियन’ है और दुनिया इन दो महान लोकतंत्रों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत होता देख रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय दोनों देशों के संबंधों की वास्तविक क्षमता को साकार करने में बड़ी भूमिका निभाएगा और यह भारत में अधिक से अधिक निवेश करने का उपयुक्त समय है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम (भारत और अमेरिका) साथ मिलकर न सिर्फ नीतियां और समझौते तैयार कर रहे हैं, बल्कि हम जीवन, सपनों और नियति को आकार भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश बेहतर भविष्य के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं। यह मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर काहिरा रवाना होने से पहले अमेरिका में मोदी का आखिरी कार्यक्रम था।

अमेरिका में प्रवासी भारतीयों के योगदान और आचरण की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का श्रेय दिया। उन्होंने दोनों देशों के बीच के रिश्ते को न केवल वाणिज्यिक एवं व्यापारिक, बल्कि भावनात्मक भी बताया।

मोदी ने घोषणा की कि भारतीय मूल के लोगों को एच-1बी वीजा के नवीनीकरण के लिए अमेरिका नहीं छोड़ना पड़ेगा। सभागार के अंदर और बाहर मौजूद प्रवासी भारतीयों ने इस घोषणा का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया।

इसी महीने शुरू होगी पायलट परियोजना

प्रधानमंत्री ने दावा किया कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र के पेशेवर इससे लाभान्वित होंगे और (इस संबंध में) एक पायलट परियोजना इसी महीने शुरू की जाएगी। उन्होंने संकेत दिया कि अनुभव के आधार पर यह सुविधा एल-श्रेणी के वीजा (एक कंपनी की अलग-अलग शाखाओं में स्थानांतरण से संबंधित वीजा) के मामले में भी उपलब्ध कराई जा सकती है।

मोदी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों के लिए सेवाओं को सुगम बनाना भारत की प्राथमिकता है और अब देश सिएटल में एक तथा दो अन्य अमेरिकी शहरों में दो नये वाणिज्य दूतावास खोलेगा। उन्होंने बताया कि अमेरिका भी अहमदाबाद और बेंगलुरु में नये वाणिज्य दूतावास खोल रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले तीन दिनों में भारत और अमेरिका के बीच आपसी रिश्तों की एक नयी और गौरवशाली यात्रा शुरू हुई है। मालूम हो कि वाशिंगटन में अपने तीन दिन के प्रवास के दौरान मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से हर रोज विभिन्न मुद्दों पर गहन बातचीत की। उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के साथ ही युवा उद्यमियों और शीर्ष सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) से मुलाकात भी की।

अमेरिका दौरे की समाप्ति पर मोदी ने किया ट्विट

अमेरिका दौरे की समाप्ति पर मोदी ने ट्विट किया कि अमेरिका की एक बहुत ही विशेष यात्रा का समापन कर रहा हूं, जिस दौरान मुझे भारत-अमेरिका के बीच दोस्ती को गति देने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों और संवाद सत्रों में हिस्सा लेने का मौका मिला। हमारे देश पृथ्वी को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर स्थान बनाने के वास्ते मिलकर काम करना जारी रखेंगे।

भारतीय समुदाय को दिए लगभग 35 मिनट लंबे संबोधन में मोदी ने बाइडन की एक अनुभवी एवं सुलझे हुए नेता के रूप में तारीफ की। उन्होंने दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने के लिए बाइडन द्वारा किए जा रहे प्रयासों को भी सराहा।

भारत में लड़ाकू विमान के इंजन बनाने के जनरल इलेक्ट्रिक के फैसले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि यह भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।

उन्होंने कहा कि इस फैसले से अमेरिका न केवल प्रौद्योगिकी, बल्कि आपसी विश्वास भी साझा करेगा।

प्रधानमंत्री ने कई प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के भारत में कई क्षेत्रों में निवेश करने के फैसले का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इससे भारत में रोजगार, प्रौद्योगिकी और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आप यह देखकर गौरवान्वित महसूस करते हैं कि भारत की ताकत कैसे दुनिया के विकास को नयी दिशा दे रही है। भारत आज उन देशों में से एक है, जिसकी अर्थव्यवस्था इतनी तेज गति से बढ़ रही है। दुनिया आपके भारत को देख रही है।

USA News - ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में स्थापित होगी तमिल अध्ययन पीठ

‘मोदी-मोदी’ के नारों के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की तरक्की के पीछे की सबसे बड़ी वजह उसका आत्मविश्वास है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों वर्षों की गुलामी ने देश का आत्मविश्वास छीन लिया था, लेकिन नये भारत ने आज अपना आत्मविश्वास वापस पा लिया है।

मोदी ने कहा कि नया भारत अपनी राह और दिशा जानता है तथा उसे अपने निर्णयों एवं संकल्पों को लेकर कोई भ्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि देश अब अपनी क्षमता को प्रदर्शन में बदल रहा है।

मोदी ने यह भी कहा कि भारत सरकार की मदद से ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में एक तमिल अध्ययन पीठ स्थापित की जाएगी। उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय से इस तथ्य पर गर्व करने को कहा कि तमिल “दुनिया की सबसे पुरानी भाषा” है।

उन्होंने 100 से अधिक पुरावशेषों को वापस करने के अमेरिकी सरकार के फैसले पर भी खुशी जाहिर की, जो अवैध तरीके से भारत से बाहर ले जाए गए थे।

प्रधानमंत्री ने भारत और भारतीयों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए अमेरिकी सरकार की सराहना की और कहा कि इससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे। USA News

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Shri Thanedar : जाने कौन है श्री थानेदार जो PM मोदी को US कांग्रेस के मंच तक लेकर गए

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locationभारत
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calendar23 Jun 2023 04:08 PM
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Shri Thanedar: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले राजकीय दौरे पर इन दिनों अमेरिका गए हुए हैं। यहां पर भारतीय समयानुसार 22- 23 जून की मध्य रात्रि 2:00 बजे इन्होंने यूएस कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। अपने संबोधन में मोदी ने कई विषयों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में किन विषयों पर चर्चा की यह हम आगे पोस्ट में पढ़ेंगे। इससे पहले हम एक शख्स के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को US कांग्रेस के मंच तक लेकर गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब यूएस कांग्रेस के लिए रवाना हुए तो उन्हें कांग्रेसमैन श्री थानेदार (Shri Thanedar) ने एस्कॉर्ट किया था। आइए जानते हैं कौन है श्री थानेदार -

भारतीय मूल के पहले सांसद हैं श्री थानेदार (Shri Thanedar) -

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूएस कांग्रेस मंच तक ले जाने वाले श्री थानेदार डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद है। ये मिशिगन के 93 कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करते हैं। मिशीगन में पहली बार ऐसा जब भारतीय मूल के किसी शख्स को संसद बनाया गया है थानेदार पहले ऐसे डेमोक्रेटिक सांसद हैं जो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 22 फरवरी 1955 को कर्नाटक के बेलग्राम में जन्मे श्री थानेदार का बचपन बेहद गरीबी में बीता। यह जब मात्र 14 साल के थे उस समय घर की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि इन्हें परिवार की मदद के लिए कई तरह के काम करने पड़े। लेकिन गरीबी को इन्होंने कभी अपनी पढ़ाई पर हावी नहीं होने दिया। परिवार की आर्थिक मदद करने के साथ-साथ इन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और 18 साल की उम्र में फिजिक्स से ग्रेजुएशन किया और मास्टर डिग्री के लिए मुंबई विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। 1977 में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए यह अमेरिका चले गए। साल 1982 में थानेदार ने एक क्रोन विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री हासिल की। भारतीय मूल के श्री थानेदार (Shri Thanedar) ने साल 1988 में भारत की नागरिकता छोड़, अमेरिका की नागरिकता ले ली। अमेरिका में ही इन्होंने कारोबार करना सीखा। 1991 में उन्होंने अपने कारोबार की शुरुआत की। पहले साल में ही इन्होंने डेढ़ लाख डॉलर की कमाई की। धीरे-धीरे इनका कारोबार बढ़ने लगा और आज ये अरबपति हैं।

साल 2018 में शुरू किया सियासी सफर -

श्री थानेदार ने अपने सियासी सफर की शुरुआत साल 2018 में की। मिशिगन गवर्नर चुनाव में इन्होंने डेमोक्रेट के तौर पर हिस्सा लिया। कई सियासी एजेंडा के साथ चुनाव लड़ा। पहले चुनाव में ये मात्र 30% वोट हासिल कर पाए। फिर साल 2020 में इन्हें मिशिगन से स्टेटहाउस के लिए चुना गया। इसके बाद साल 2022 में इन्होंने स्टेट हाउस की सीट छोड़ी और सांसद का चुनाव लड़ा। चुनाव में जीत हासिल कर ये 13 मई कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिनिधि चुने गए। और इस तरह से श्री थानेदार (Shri Thanedar) भारतीय मूल के पहले डेमोक्रेटिक संसद बने।

यूएस कांग्रेस की संयुक्त बैठक में पीएम मोदी का संबोधन -

अमेरिकी दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक के दौरान अपने संबोधन में कई प्रमुख विषयों पर प्रकाश डाला। जिसमें उन्होंने मुख्य रूप से लोकतांत्रिक मूल्यों का महत्व, भारतीयता एवं वैश्विक मैत्री भाव पर जोर डाला। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत सरकार के कुछ कार्यों को गिनाते हुए कई अन्य विषयों पर चर्चा की। संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि -"अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करना हमेशा एक बड़ा सम्मान होता है। ऐसा 2 बार करना एक असाधारण विशेषाधिकार है। इस सम्मान के लिए मैं भारत की 1.4 अरब जनता के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं।" आगे उन्होंने कहा कि -"भारत दुनिया के सभी धर्मों का घर है और हम उन सभी का जश्न मनाते हैं भारत में विविधता जीवन का एक प्राकृतिक तरीका है। आज दुनिया भारत के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहती है। अमेरिका की स्थापना समान लोगों वाले राष्ट्र के दृष्टिकोण से प्रेरित थी....यहां लाखों लोग हैं जिनकी जड़े भारत में है।" पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि -"हम अपनी पेरिस प्रतिबद्धता को पूरा करने वाले एकमात्र जी-20 देश बन गए हैं। हमने 2030 के लक्ष्य से 9 साल पहले ही अपनी ऊर्जा स्रोतों में नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान 40% से अधिक कर दिया। लेकिन हम यहां नहीं रुके, ग्लासगो शिखर सम्मेलन से मैंने मिशन लाइव का प्रस्ताव रखा।"

वसुधैव कुटुंबकम पर दिया जोर -

पीएम मोदी ने वसुधैव कुटुंबकम पर जोर देते हुए कहा कि -"वसुधैव कुटुंबकम के आदर्श वाक्य के साथ रहते हैं। दुनिया एक परिवार है। दुनिया के साथ हमारा जुड़ाव हर किसी के लाभ के लिए है। जब हम जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करते हैं, तो यही भावना - एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य विषय पर भी दिखाई देती है"। आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, धैर्य और नीति की लड़ाई, लोकतंत्र, भारत के विकास, महिलाओं की प्रगति इत्यादि विषयों पर चर्चा की।

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USA News : एचएएल का बड़ा करार, लड़ाकू विमानों के इंजन के संयुक्त उत्पादन का समझौता

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HAL's big deal, agreement for joint production of fighter aircraft engines
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calendar01 Dec 2025 11:31 AM
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वाशिंगटन। जीई एरोस्पेस ने बृहस्पतिवार को हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ भारतीय वायु सेना के हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए)-एमके-2 तेजस के जेट इंजन के संयुक्त उत्पादन के लिए समझौता किया। इस समझौते को मील का पत्थर माना जा रहा है।

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Noida News : सीएम योगी के स्वागत में शहर को सजाने-संवारने में जुटा नोएडा प्राधिकरण

अभी अमेरिका के दौरे पर हैं पीएम मोदी इस समझौते की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा के दौरान हुई है। प्रधानमंत्री मोदी अभी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा पर गए हैं। अमेरिकी कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस समझौते में जीई एरोस्पेस के एफ 414 इंजन के भारत में संयुक्त उत्पादन की संभावना शामिल है।

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Bulandshahr News : घर दिलाने के नाम पर 54 लोगों से ठगी करने वाला नटवरलाल गिरफ्तार

मजबूत रिश्तों के कारण संभव हुआ सौदा जीई एरोस्पेस अमेरिकी सरकार के साथ इस उद्देश्य के लिए जरूरी निर्यात प्राधिकार प्राप्त करने के लिए काम करना जारी रखेगा। उसने एचएएल के साथ समझौता ज्ञापन को भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण तत्व बताया है। जीई एरोस्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा जीई के अध्यक्ष एच लॉरेंस कल्प जूनियर ने कहा कि यह ऐतिहासिक समझौता भारत और एचएएल के साथ हमारे दीर्घकालिक गठजोड़ के कारण संभव हुआ है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।