UP Elections 2022 गोरखपुर में चंद्रशेखर आजाद की एंट्री से किस पर कितना पड़ेगा असर?

UP Elections 2022 गोरखपुर में चंद्रशेखर आजाद की एंट्री से किस पर कितना पड़ेगा असर?
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calendar30 Nov 2025 10:01 PM
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UP Elections : भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने (UP Elections) घोषणा की थी ​कि वह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने गोरखपुर सीट से विधानसभा चुनाव (UP Elections) लड़ेंगे। तो चंद्रशेखर आजाद ने गोरखपुर में एंट्री कर ली है। चंद्रशेखर के आने बाद ऐसा माना जा रहा है कि इस सीट पर एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। दूसरा पहलू यह भी है कि क्या चंद्रशेखर की गोरखपुर सदर सीट पर एंट्री से किन पार्टियों की संभावनाओं पर कितना असर पड़ेगा।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में चुनाव का उत्साह बढ़ रहा है क्योंकि आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के साथ बड़े पैमाने पर आमना-सामना हो रहा है, जो मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ है। गोरखपुर सदर सीट पर 3 मार्च को मतदान होगा। तीन दशकों से अधिक समय से यह भाजपा का गढ़ रहा है। 1989, 1991, 1993 और 1996 के चुनाव में भाजपा के शिव प्रताप शुक्ला विधायक चुने गए।

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2002 में उन्हें आदित्यनाथ द्वारा समर्थित अखिल भारत हिंदू महासभा के उम्मीदवार राधा मोहन दास अग्रवाल ने हराया था। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और गोरखपुर सदर से चौथी बार विधायक हैं। हालांकि, चंद्रशेखर आजाद के प्रवेश से भाजपा नहीं बल्कि बहुजन समाज पार्टी में तनाव आया है। इस क्षेत्र में बसपा के पास हमेशा वोट बैंक का हिस्सा रहा है, लेकिन गोरखपुर सदर सीट से आजाद का अचानक आना उनका संतुलन बिगाड़ सकता है।

कयास लगाए जा रहे हैं कि समाजवादी पार्टी को गोरखपुर में कोई उम्मीदवार उतारना चाहिए क्योंकि आजाद को जनता का समर्थन प्राप्त है। अगर सपा आजाद को समर्थन देती है, तो यह योगी आदित्यनाथ के लिए कड़ी चुनौती बन सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कम समय में सुर्खियों में आने वाले आजाद चुनाव अच्छे से लड़ते हैं।

2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान सपा, गोरखपुर में कांग्रेस के गठबंधन के साथ भी भाजपा के खिलाफ नहीं जीत सकी। योगी नहीं, तत्कालीन भाजपा उम्मीदवार डॉ राधा मोहन रिकॉर्ड अंतर से जीते थे। लेकिन इस बार योगी आदित्यनाथ और चंद्रशेखर आजाद के मैदान में होने से सपा, बसपा, कांग्रेस के लिए वोट बंटवारा चिंता का विषय बन गया है। तेजतर्रार नेता आजाद हालांकि अक्सर कह चुके हैं कि उनकी लड़ाई भाजपा और आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ है।

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February आखिर फरवरी में ही क्यों उमड़ता है प्रेम, किसी के लिए क्यों धड़कता है दिल

February आखिर फरवरी में ही क्यों उमड़ता है प्रेम, किसी के लिए क्यों धड़कता है दिल
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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 10:56 PM
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February : युवा वर्ग द्वारा पश्चिमी देशों की तर्ज पर अब भारत में भी वैलेंटाइन वीक पूरे जोश से मनाया जाता है। यह (February ) फरवरी में क्यों मनाया जाता है, इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि 14 फरवरी (February) को सेंट वैलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया गया था। लेकिन कोई यह नहीं जानता है कि भारतीय सभ्यता, हिंदी कैलेंडर के अनुसार फरवरी (February) का महीना एक विशेष महत्व रखने वाला महीना होता है।

यदि हम बात ज्योतिषीय आधार पर करें तो फरवरी का महीना एक ऐसा महीना होता है, जिसमें बसंत पंचमी का पर्व आता है। बसंत पंचमी से बसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है। बसंत ऋतु एक ऐसी ऋतु है, जिसमें प्राकृतिक रुप से दिल में प्रेम की उमंग उमड़ने लगती है। बसंत ऋतु आते ही प्रकृति का कण-कण खिल उठता है। मानव तो क्या पशु-पक्षी तक उल्लास से भर जाते हैं। हर दिन नयी उमंग से सूर्योदय होता है और नयी चेतना प्रदान कर अगले दिन फिर आने का आश्वासन देकर चला जाता है। बसंत के समय सरसो के पीले-पीले फूलों से आच्छादित धरती की छटा देखते ही बनती है।

बसंत और वेलेंटाइन

बसंत कामदेव का मित्र है, इसलिए कामदेव का धनुष फूलों का बना हुआ है। इस धनुष की कमान स्वरविहीन होती है। यानी जब कामदेव जब कमान से तीर छोड़ते हैं तो उसकी आवाज नहीं होती है। कामदेव का एक नाम 'अनंग' है यानि बिना शरीर के यह प्राणियों में बसते हैं। एक नाम 'मार' है यानि यह इतने मारक हैं कि इनके बाणों का कोई कवच नहीं है। बसंत ऋतु को प्रेम की ही ऋतु माना जाता रहा है। इसमें फूलों के बाणों से आहत हृदय प्रेम से सराबोर हो जाता है। इस ऋतु में प्रेमियों के दिल में एक अजीब सी झनझनाहट होती है। य​ही नहीं युवा दिलों की बात न करें तो अधेड़ उम्र के लोगों के दिलों में भी प्रेम की उमंग जाग उठती है।

[caption id="attachment_16392" align="alignnone" width="402"]Valentines Week 2022 Valentines Week 2022[/caption]

गुनगुनी धूप, स्नेहिल हवा, मौसम का नशा प्रेम की अगन को और भड़काता है। तापमान न अधिक ठंडा, न अधिक गर्म। सुहाना समय चारों ओर सुंदर दृश्य, सुगंधित पुष्प, मंद-मंद मलय पवन, फलों के वृक्षों पर बौर की सुगंध, जल से भरे सरोवर, आम के वृक्षों पर कोयल की कूक ये सब प्रीत में उत्साह भर देते हैं। यह ऋतु कामदेव की ऋतु है। यौवन इसमें अंगड़ाई लेता है। दरअसल बसंत ऋतु एक भाव है जो प्रेम में समाहित हो जाता है।

जब कोई किसी से प्रेम करने लगता है तो सारी दुनिया में हृदय के चित्र में बाण चुभाने का प्रतीक उपयोग में लाया जाता है। 'मार' का बाण यदि आपके हृदय में चुभ जाए तो आपके हृदय में पीड़ा होगी। लेकिन वह पीड़ा ऐसी होगी कि उसे आप छोड़ना नहीं चाहोगे, वह पीड़ा आनंद जैसी होगी। काम का बाण जब हृदय में चुभता है तो कुछ-कुछ होता रहता है। इसलिए तो वसंत का 'मार' से संबंध है, क्योंकि काम बाण का अनुकूल समय बसंत ऋतु होता है। प्रेम के साथ ही बसंत का आगमन हो जाता है। जो प्रेम में है वह दीवाना हो ही जाता है। प्रेम का गणित मस्तिष्क की पकड़ से बाहर रहता है। इसलिए प्रेम का प्रतीक हृदय के चित्र में बाण चुभा बताना है।

अब इसे संयोग ही कहा जाएगा कि रोम के पादरी वैलेंटाइन को 14 फरवरी को ही फांसी पर लटकाया गया था। जिसके बाद प्रेम के लिए बलिदान देने वाले इस संत की याद में हर 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाने लगा। वैसे भी बसंत ऋतु शुरु होने पर ही वैलेंटाइन वीक मनाया जाता है।

संत वैलेंटाइन

बताया जाता है कि तीसरी शताब्दी में रोम के एक क्रूर सम्राट क्लॉडियस द्वितीय ने प्रेम करने वालों पर जुल्म ढाए। राजा को लगता था कि प्यार और शादी से पुरुषों की बुद्धि और शक्ति दोनों का ही नाश होता है। इसी वजह से उसके राज्य में सैनिक और अधिकारी शादी नहीं कर सकते थे। लेकिन पादरी वैलेंटाइन ने सम्राट के आदेशों की अवहेलना कर प्रेम का संदेश दिया। उन्होंने कई अधिकारियों और सैनिकों की भी शादी कराई। इस बात से राजा पादरी संत के खिलाफ हो गया और उसने उन्हें जेल में डाल दिया। फिर 14 फरवरी 270 को उन्हें फांसी पर लटका दिया गया। प्रेम के लिए बलिदान देने वाले इस संत की याद में ही हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाने का चलन शुरू हुआ।

महेश कुमार शिवा

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Valentines Week 2022 कल से शुरु हो रहा है वैलेंटाइन वीक, जानें पूरे सप्ताह की जानकारी

Valentines Week 2022 कल से शुरु हो रहा है वैलेंटाइन वीक, जानें पूरे सप्ताह की जानकारी
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userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 03:13 PM
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Valentines Week 2022 : कल सोमवार यानि 7 फरवरी। 7 फरवरी से 14 फरवरी तक का समय युवा दिलों के लिए बेहद ही खास होता है। प्रेम करने वाले युगलों को इसका बेसब्री से इंतजार रहता है। इस पूरे सप्ताह को प्यार का सप्ताह भी कहा जाता है। इसका अपना अलग ही महत्व होता है। इस सप्ताह के हर दिन लोग अपने पार्टनर से प्यार का इजहार करते हैं। आइए जानते हैं कि कौन से दिन का क्या महत्व है।

7 फरवरी- रोज डे (Rose Day 2022): वैलेंटाइन सप्ताह का सबसे पहला दिन होता है रोज डे। इस दिन लोग अपने प्यार का इजहार अपने पार्टनर को लाल गुलाब देकर करते हैं। लाल गुलाब इसलिए क्यों यह रंग प्यार का प्रतीक माना जाता है।

[caption id="attachment_16392" align="alignnone" width="515"]Valentines Week 2022 Valentines Week 2022[/caption]

8 फरवरी- प्रपोज डे (Propose Day 2022): वैलेंटाइन सप्ताह का दूसरा दिन होता है प्रपोज डे। इस दिन लोग जिसे पसंद करते हैं उसे प्रपोज करते हैं और बताते है कि वह उन्हें कितना चाहते या पसंद करते हैं। कुल मिलाकर यह दिन अपने पार्टनर के सामने अपनी भावनाओं के इजहार का दिन होता है।

9 फरवरी- चॉकलेट डे (chocolate day 2022): का तीसरा दिन होता है चॉकलेट डे। इस दिन लोग अपने पार्टनर को उनकी फेवरेट चॉकलेट गिफ्ट करते हैं। अपने पार्टनर को लोग चॉकलेट देकर बताते हैं कि वह उनसे कितना प्यार करते हैं।

10 फरवरी- टेडी डे (Teddy Day 2022): चौथा दिन होता है टेडी डे। इस दिन लोग अपने पार्टनर को कोई भी क्यूट टेडी गिफ्ट करके अपने प्यार का इजाहार करते हैं। इस दिन को ध्यान में रखते हुए मार्केट में डेटी के अलग-अलग डिजाइन की भरमार देखी जाती है।

11 फरवरी- प्रॉमिस डे (Promise Day 2022): पांचवा दिन होता है प्रॉमिस डे। इस दिन लोग अपने पार्टनर से जिंदगी भर साथ रहने और हमेशा प्यार करने का वादा करते हैं। यह दिन प्यार के रिश्तों को और ज्यादा मजबूत और गहरा बनाता है।

12 फरवरी- हग डे (Hug Day 2022): छठां दिन होता है हग डे। प्यार में स्पर्श कितना मायने रखता है यह सभी जानते हैं। स्पर्श एक ऐसी चीज है जिसके माध्यम से बिना कुछ बोले अपने प्यार का इजहार किया जा सकता है। ऐसे में आप अपने पार्टनर को एक प्यारी छप्पी देकर भी अपने दिल का हाल कह सकते हैं।

13 फरवरी- किस डे (Kiss Day 2022): सातवां दिन होता है किस डे। इस दिन लोग अपने पार्टनर से प्यार का इजहार कर एक प्यारी सी किस देकर करते हैं। किस प्यार के इजहार का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। इस दिन आप साथी के माथे को प्यार से चूमकर, उसके हाथों को चूमकर या उसके होठों को चूमकर अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं।

14 फरवरी- वैलेंटाइन डे (Valentine's Day 2022): आखिरी दिन होता है वैलेंटाइन डे। ये दिन कपल्स के लिए सबसे खास होता है। इस दिन के लिए कपल्स एक दूसरे के साथ बहुत सारी प्लानिंग करते हैं। साथ बाहर घूमना-फिरना, लंच-डिनर करना पसंद करते हैं. एक-दूसरे के लिए सरप्राइज प्लान करते हैं। कुल मिलाकर पूरे साल अपने रिश्ते की ताजगी को बरकरार रखने के लिए प्यार में पड़े जोड़े पूरे वैलेंटाइन वीक पर अपने प्यार का इजहार अलग-अलग तरीके से करते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत बनाते हैं।