पोलियो से निपटने को तैयार किए गए दो नए टीकें Polio Virus New Vaccine

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Polio Virus New Vaccine
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calendar29 Nov 2025 08:52 AM
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Polio Virus New Vaccine : नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने पोलियो के दो नये टीके (एनओपीवी) विकसित किये हैं, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे इस विषाणु जनित रोग का पूरी तरह से उन्मूलन करने की दिशा में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के हालिया प्रयासों को मजबूत करेंगे। नेचर पत्रिका में हाल में इन टीकों का उल्लेख किया गया है। वे कमजोर पड़ चुके पोलियो वायरस से निर्मित हैं, जिनमें वायरस को खतरनाक स्वरूप में पुन:परिवर्तित होने से रोकने के लिए आनुवंशिकी बदलाव किये गये हैं।

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्राध्यापक राउल एंडिनो ने कहा कि देशों के अंदर और उनके बीच टीकाकरण में इस तरह की भिन्नता के कारण पोलियो वायरस 21वीं सदी में भी मौजूद है, जो कभी-कभी दुखद नतीजे देता है।

Polio Virus New Vaccine

शोध पत्र में कहा गया है कि कई वर्षों तक पोलियो से लड़ने से सीखे गये सबक का उपयोग कर हमने ये नये टीके विकसित किये हैं और हमारा मानना है कि वे इस रोग का सदा के लिए उन्मूलन कर देंगे।

पोलियो आमतौर पर बगैर लक्षणों वाला होता है। पोलियो का पहला प्रभावकारी टीका 1950 के दशक में विकसित किया गया था, जिसके साथ प्रत्येक व्यक्ति का टीकाकरण करने का व्यापक अभियान शुरू किया गया, जिसमें बच्चों का टीकाकरण करने पर विशेष रूप से जोर दिया गया।

मूल, या ‘वाइल्डटाइप’ पोलियो वायरस हाल में अफगानिस्तान और पाकिस्तान में पाया गया था, जबकि टीके से उत्पन्न पोलियो के मामले सीरिया, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और अमेरिका में सामने आये हैं।

शोधार्थियों ने कहा कि हाल के वर्षों में ‘वाइल्डटाइप’ की तुलना में टीके से उत्पन्न पोलियो के अधिक मामले सामने आये हैं। इससे, पोलियो के इस नये स्रोत का मुकाबला करने की तात्कालिकता पैदा हो गई है।

इन एनओपीवी2 टीकों को डब्ल्यूएचओ की प्रथम आपात उपयोग मंजूरी प्रदान करते हुए 2020 में सूचीबद्ध किया गया था और शीघ्रता से इनका उत्पादन व वितरण किया गया। एंडिनो ने कहा कि 28 से अधिक देशों में 60 करोड़ से अधिक खुराक दी गई। इसने हमें यह विश्वास दिलाया कि यह कारगर हो रहा है।

नए टीकों का किया जा रहा है परीक्षण

इसकी प्रभावकारिता के बावजूद, एनओपीवी2 टीकों ने पोलियो के तीन स्वरूपों में से केवल एक के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रदान किया, और इजराइल में हाल में पोलियो के मामले सामने आये, जहां व्यापक रूप से टीकाकरण हुआ है। साथ ही, अमेरिका के कुछ इलाकों में भी इसके मामले सामने आये, जहां लोगों ने अपने बच्चों का टीकाकरण कराने से इनकार कर दिया।

एंडिनो ने कहा कि यदि पोलियो कहीं भी रहेगा तो वह वहां वापस आ जाएगा, जहां टीकाकरण में अंतराल है। दोनों नये टीकों का अभी क्लिनिकल परीक्षण किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे दोनों प्रभावकारी हों और मानव में खतरनाक स्वरूपों में तब्दील ना हो जाएं।

एंडिनो ने कहा कि यह सोचना कि पोलियो खत्म हो गया, एक खतरनाक धारणा है। उदाहरण के तौर पर अकेले भारत में ही हर सप्ताह 50,000 बच्चों का जन्म होता है। हमारे पास अब वह चीज है जो उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी है। Polio Virus

Amaranth Yatra 2023: ख्राने पीने की इन चीजों पर लगाया गया बेन, जारी की गई गाइड लाइन

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Amaranth Yatra 2023: ख्राने पीने की इन चीजों पर लगाया गया बेन, जारी की गई गाइड लाइन

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Amaranth Yatra
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 06:25 PM
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Amaranth Yatra 2023 : जम्मू। आगामी अमरनाथ यात्रा में 40 से अधिक खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाया गया है और तीर्थयात्रियों को प्रतिदिन कम से कम पांच किलोमीटर पैदल चलकर शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर करने की सलाह दी गई है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने बृहस्पतिवार को जारी गाइड लाइन में यह जानकारी दी।

Amaranth Yatra 2023

प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों में ‘कोल्ड ड्रिंक’ और ‘फास्ट फूड’ भी शामिल हैं। स्वास्थ्य परामर्श में दक्षिण कश्मीर में स्थित हिमालय के तीर्थस्थल की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वे प्रतिदिन सुबह और शाम लगभग चार से पांच किलोमीटर की सैर करना शुरू करें ताकि उनका शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर रहे।

अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी। इसके लिए दो रास्ते हैं, जिनमें अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबा नुंवान-पहलगाम का मार्ग है और गांदरबल जिले में दुर्गम चढ़ाई वाला 14 किलोमीटर लंबा रास्ता शामिल है।

अधिकारियों ने कहा कि अमरनाथ यात्रा शुरू करने से पहले प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों और ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची पर नजर डालें, जिन्हें आप यात्रा के दौरान ले जा सकते हैं।

इन चीजों पर लगाया गया प्रतिबंध

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की सलाह के अनुसार जिन खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें पुलाव, तला चावल, पूड़ी, पिज्जा, बर्गर, भरवां परांठा, डोसा, मक्खन-ब्रेड, अचार, चटनी, तला पापड़, चाउमीन सहित अन्य तले हुए खाद्य पदार्थ शामिल हैं।

श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने चावल के कुछ व्यंजनों के साथ अनाज, दालों, हरी सब्जियों और सलाद जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों की सिफारिश की है।

बोर्ड के मुताबिक, गांदरबल और अनंतनाग जिलों के जिलाधिकारी प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों के उल्लंघन के लिए लगाए जाने वाले दंड को निर्दिष्ट करते हुए रणबीर दंड संहिता के तहत उचित आदेश जारी करेंगे।

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Cyclone Biparjoy : कोशिश है कि कम से कम हो नुकसान : अतुल करवाल

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Trying to minimize the damage: Atul Karwal
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 05:18 PM
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नयी दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक (डीजी) अतुल करवाल ने गुरुवार को कहा कि गुजरात में चक्रवात बिपारजॉय के संभावित खतरे के मद्देनजर लगभग एक लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ सहित अन्य एजेंसियां यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि चक्रवात से जानमाल का कम से कम नुकसान हो।

Cyclone Biparjoy

बड़े जहाजों को गहरे समुद्र में भेजा गया करवाल ने कहा कि चक्रवात के मद्देनजर मछली पकड़ने वाली नौकाओं को तटों पर खड़ा कर दिया गया है। बड़े जहाजों को गहरे समुद्र में भेज दिया गया है, चार हजार से अधिक होर्डिंग को हटा दिया गया है। नमक मजदूरों एवं गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है।

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अलर्ट पर हैं 15 टीमें एनडीआरएफ महानिदेशक ने बताया कि एनडीआरएफ ने देश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में 15 टीमों को अलर्ट पर रखा है। जरूरत पड़ने पर उन्हें हवाई मार्ग से गुजरात व महाराष्ट्र लाया जा सके तथा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात 33 दलों को मदद उपलब्ध कराई जा सके। करवाल के मुताबिक, चक्रवाती तूफान की दस्तक और तेज हवाओं के साथ होने वाली भारी बारिश से गुजरात के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर राज्य में एनडीआरएफ के 18 दल तैनात किए गए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ‘बिपारजॉय’ के गुरुवार की शाम अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (वीएससीएस) के रूप में जखौ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है।

Cyclone Biparjoy

पेड़ और खंभे काटने वाले कटर से लैस हैं टीमें करवाल ने गुजरात सरकार के अधिकारियों द्वारा साझा की गई सूचना के आधार पर दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि राज्य के तटीय क्षेत्रों और निचले इलाकों से गुरुवार सुबह नौ बजे तक लगभग एक लाख लोगों को निकाला गया। उन्होंने कहा कि गुजरात में त्वरित राहत अभियान चलाने के लिए हमने एनडीआरएफ के 18 दलों को तैयार रखा है। करवाल के मुताबिक, कच्छ जिले में एनडीआरएफ के सर्वाधिक चार दल तैनात किए गए हैं। करवाल ने कहा कि हमारा मकसद यह सुनिश्चित करना है कि चक्रवात से जान-माल का कम से कम नुकसान हो। हमने अपनी कई टीम को पेड़ और खंभे काटने वाले कटर से लैस किया है, ताकि चक्रवात का प्रभाव खत्म होने के बाद संचार सेवाओं की जल्द से जल्द बहाली सुनिश्चित की जा सके।

Manipur News : सुरक्षाबलों की भीड़ से झड़प, उप्रदवियों ने घरों में आग लगाई

कुछ इलाकों में हो सकता है बाढ़ का खतरा एनडीआरएफ महानिदेशक ने कहा कि भारी बारिश के कारण कुछ निचले इलाकों को बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इन इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए हमारी टीम के पास इन्फ्लेटेबल बोट (ऐसी नौकाएं, जिनका तत्काल हवा भरकर इस्तेमाल किया जा सकता है) होंगी। उत्तर (बठिंडा, पंजाब), पूर्वी (मुंडली, ओडिशा) और दक्षिण (अराकोणम, चेन्नई) में एनडीआरएफ की पांच-पांच टीमों को तैयार रखा गया है। जरूरत पड़ने पर उन्हें भारतीय वायुसेना के विमान से तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा। हमने जरूरत से ज्यादा तैयारी की है। सभी एजेंसियां जान-माल का ​​कम से कम नुकसान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से काम कर रही हैं। वहीं केंद्र-शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव के दीव में एक दल को भेजा गया है। दीव उत्तर में गुजरात के गिर सोमनाथ और अमरेली जिलों से, जबकि बाकी तीन दिशाओं में अरब सागर से घिरा हुआ है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।