जब छलक पड़ा फेमस IIT Baba का दर्द, फफक-फफककर रोने लगे

IIT Baba
Mahakumbh 2025
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Jan 2025 06:23 PM
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Mahakumbh 2025 :  उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरूआत हो चुकी है। ऐसे में करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ नगरी पहुंच रहे हैं और शिव की भक्ति में पूरी तरह से रंग गए हैं। महाकुंभ 2025 में अगर कोई सबसे ज्यादा चर्चाएं बटोर रहा है तो वो है IIT Baba के रूप में मशहूर हुए अभय सिंह। अभय सिंह टीवी, अखबारों और सोशल मीडिया हर तरफ छाए हुए हैं। इसी बीच IIT Baba अभय सिंह का एक इंटरव्यू वायरल हुआ है जिसमें अभय सिंह काफी इमोशनल होते हुए नजर आ रहे हैं।

इंटरव्यू के दौरान इमोशनल हुए अभय सिंह

IIT Baba के नाम से मशहूर अभय सिंह का जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें वो ढ़ेर सारी बातें करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वायरल इंटरव्यू में अभय सिंह ने कहा कि, उन्हें IIT Baba का टैग पसंद नहीं है और उन्हें यह पॉपुलैरिटी नहीं चाहिए। वह फिर से अपनी पहले वाली स्थिति में पहुंच जाना चाहते हैं। इस दौरान अभय सिंह ने उन लोगों पर नाराजगी जताई जो धर्म का दिखावा करते हैं। इंटरव्यू के दौरान अभय सिंह फफक-फफककर रोने लगे।

दिखावे पर किसी प्रकार का विश्वास नहीं

अभय सिंह ने इंटरव्यू के दौरान कहा, IIT Baba की कहानी अब बंद होनी चाहिए। जिस माया को छोड़कर मैं आया हूं, लोग वही आईआईटी मेरे नाम के साथ जोड़ रहे हैं। IIT तो छोड़ो, बाबा भी लगा दिया उसके साथ। उन्होंने कहाकि मैं कभी यह नहीं चाहता था। लोग पूछते रहते हैं IIT में तुमने क्या किया है? अभय सिंह ने कहा कि मैं कभी लोगों को यह नहीं बताता था। उन्होंने कहा कि मेरी दीदी लोगों से कहती थी कि यह IIT से है, लेकिन मैंने कभी इस दिखावे में विश्वास नहीं किया। उन्होंने कहा, मेरे अंदर वो गुण है जो IIT  लेकर गया। अगर आज भी मेरे अंदर वो है तो लोगों को मेरा वह गुण देखना चाहिए। वह गुण ही ज्यादा जरूरी है।

फेमस होने के बाद बढ़ी मुश्किलें

अभय सिंह ने इंटरव्यू के दौरान कहा, फेमस होने से पहले भी मैं प्रयागराज में था। तब अपने एक अन्य साथी के साथ कहीं भी सड़क पर बैठ जाते थे। सड़क किनारे चाय की दुकान पर बैठकर बातचीत करते थे। तब कोई मेरे ऊपर ध्यान नहीं देता था और मैं आराम से अपना काम करता था। लेकिन फेमस होने के बाद अब मेरे लिए मुश्किल हो गई है। उन्होंने कहा, अब वह मेरे साथ वैसे बात नहीं करेगा। न्यूज 18 के साथ बातचीत में उन्होंने कहाकि मुझे कितनी भी गालियां दो। मुझे गालियों से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जब सवाल मेरे मकसद को लेकर उठाया जाता है तो तकलीफ होती है। अभय सिंह ने कहाकि मैं कुछ भी नहीं हूं। उन्होंने कहाकि मैं तो अपनी जिंदगी जीना चाहता हूं।

दोस्तों का जिक्र करते ही रो पड़े अभय

अभय सिंह इस दौरान अपनी बहन और दोस्त का जिक्र करके अभय सिंह रो पड़े। उन्होंने कहा कि, उनकी बहन प्रेग्नेंट थी और उसे बहुत तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था। साथ ही अपनी मां के साथ पिता के व्यवहार को लेकर भी अपना दर्द बयां किया। अभय सिंह ने कहा, लोगों को लगता है कि मैं कैमरे के सामने फेंक रहा हूं। मैं तो ऐसा ही हूं। जब मैं अननोन था, जब मैं अकेला था तब भी ऐसे ही रोता था। अभय सिंह ने कहा, मैं तो पहले भी इंस्टाग्राम पर लोगों के बीच ही था। मुझे ऑडियंस से फर्क नहीं पड़ता लेकिन तब किसी ने इतनी वैल्यू नहीं दी। मेन चीज आईआईटी बाबा नहीं है, मेन वह गरीब लोग हैं जो कुंभ में आ रहे हैं। Mahakumbh 2025

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उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी खबर: नहीं होगा प्रदेश का बंटवारा

CM Yogi 7
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 10:24 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश को लेकर सबसे बड़ी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश की इस खबर को सबसे बड़ी राजनीतिक खबर भी माना जा सकता है। उत्तर प्रदेश को लेकर आई सबसे बड़ी खबर यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कर दिया है कि उत्तर प्रदेश का बंटवारा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा है कि उत्तर प्रदेश का यूनाइटेड रहना आवश्यक है यही उत्तर प्रदेश की पहचान और सबसे बड़ी शक्ति भी है। एकता के बलबूते पर ही उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरा देश विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा सबको पता है कि लंबे अरसे से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने के अलग-अलग आंदोलन चलते रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश के बंटवारे को साफ तौर पर मना कर देने से बंटवारे को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लग जाएगा ।

उत्तर प्रदेश के बंटवारे को लेकर सामने आया मुख्यमंत्री योगी का स्पष्ट स्टैंड

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक निजी टीवी चैनल के साथ बातचीत कर रहे थे। टीवी चैनल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने से पूछा कि क्या वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने के पक्ष में हैं? इस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ-साफ कहा कि उत्तर प्रदेश के बंटवारे की कोई आवश्यकता नहीं है। उत्तर प्रदेश की असली शक्ति एकता में है यूनाइटेड उत्तर प्रदेश के द्वारा ही प्रदेश तथा देश का संपूर्ण विकास हो सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। इस कारण उत्तर प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को अपने प्रदेश, अपनी संस्कृति और अपनी सभ्यता पर गर्व है। उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश को बांटने की कोई आवश्यकता नहीं है। एकता में ही ताकत होती है इस एकता के बल पर ही उत्तर प्रदेश विकास की गति में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश के विकास के साथ ही भारत के विकास की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। यह पहला मौका है जब भारतीय जनता पार्टी के किसी बड़े नेता ने उत्तर प्रदेश के बंटवारे को लेकर अपनी साफ-साफ राय रखी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ न केवल भाजपा के बड़े नेता हैं बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। उत्तर प्रदेश के बंटवारे को लेकर सामने आई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राय के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं विश्लेषकों का मत है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा प्रदेश के बंटवारे को लेकर स्टैंड स्पष्ट कर देने के बाद अब प्रदेश के बंटवारे को लेकर चलने वाली तमाम चर्चाओं पर पूर्ण विराम लग जाएगा ।

लंबे अरसे से चल रहा है पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने का आंदोलन

सबको पता है कि उत्तर प्रदेश का बंटवारा करके पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने का आंदोलन तीन दशक से चल रहा है। बहुत सारे संगठन अनेक बार पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने को लेकर बड़े-बड़े आंदोलन खड़े कर चुके हैं। एक समय ऐसा भी था जब उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राजनीतिक दल राष्ट्रीय लोक दल ने भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने का बीड़ा उठाया था। राष्ट्रीय लोकदल के तत्कालीन मुखिया स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को हरित प्रदेश बनाने का संकल्प लेकर बड़े आंदोलन की शुरुआत की थी। राष्ट्रीय लोक दल का वह आंदोलन पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुआ था। उसके बाद अनेक छोटे-बड़े संगठन मिलकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने के आंदोलन चलाते रहे हैं पश्चिमी उत्तर प्रदेश निर्माण मोर्चा पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश के बंटवारे की मांग को आगे बढ़ा रहा है। उत्तर प्रदेश की भूतपूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष सुश्री मायावती भी उत्तर प्रदेश का बंटवारा चाहती हैं। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती ने विधानसभा से बाकायदा प्रस्ताव पास करा दिया था कि उत्तर प्रदेश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बुन्देलखण्ड तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत तीन भागों में बांट दिया जाए। उत्तर प्रदेश विधानसभा के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजा गया था। केंद्र सरकार ने अनेक सवाल उठाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के उस प्रस्ताव को वापस भेज दिया था। तब से लेकर अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने के विषय पर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कोई स्पष्ट राय नहीं आई थी ।अनेक बार यह प्रचार भी किया गया कि भारतीय जनता पार्टी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर प्रदेश के बंटवारे के पक्ष में हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तर प्रदेश के बंटवारे को लेकर स्पष्ट स्टैंड सामने आ जाने के बाद अब स्थिति पूरी तरह से साफ हो गई है ।केंद्र तथा उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी अथवा उत्तर प्रदेश की सरकार उत्तर प्रदेश के बंटवारे के प्रस्ताव को बिल्कुल भी गंभीरता से नहीं ले रही है। उत्तर प्रदेश से आई इस बड़ी खबर पर नए सिरे से राजनीतिक गतिविधियां तेज हो सकती हैं।

उत्तर प्रदेश में शुरू हो गया ट्रैक्टर ट्रॉली का नया नियम

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त्रिवेणी घाट के इन ढाबों पर मिलती है शुद्ध शाकाहारी थाली, स्वाद ऐसा कि दिल न भरे

Indian Thali
Mahakumbh 2025
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 05:56 PM
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Mahakumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहा कुंभ मेला सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान और आस्था का महाकुंभ नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और स्वादिष्ट पकवान चखने का भी अच्छा खासा मौका है। त्रिवेणी घाट, जो कि कुंभ मेले का एक अहम हिस्सा है, न सिर्फ अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्वता के लिए मशहूर है, बल्कि यहां के लजीज खानपान भी काफी मशहूर है। यहां के ढाबों और स्ट्रीट फूड्स के स्वाद का आनंद लेने के लिए यह स्थान किसी जन्नत से कम नहीं। अगर आप भी कुंभ मेले में शामिल हो रहे हैं और त्रिवेणी घाट का दौरा कर रहे हैं, तो इन ढाबों पर मिलने वाले लजीज खाने का स्वाद जरूर चखें। चलिए, त्रिवेणी घाट के इन पॉपुलर ढाबों और खाने के बारे में जानते हैं।

संगम भोजनालय देगा घर जैसा स्वाद

संगम भोजनालय त्रिवेणी घाट से कुछ दूर स्थित है और यहां की शुद्ध शाकाहारी थाली आपको घर जैसा स्वाद देती है। दाल, चावल, रोटी, और सब्जी की ये थाली न केवल स्वाद में अद्भुत होती है, बल्कि यहां की सफाई भी बेहतरीन होती है। अगर आप महाकुंभ में जा रहे हैं तो आपको आलू पराठा और स्पेशल थाली जरूर ट्राई करना चाहिए।

काशी कचौड़ी भंडार में मिलते हैं गर्मागरम कचोरी और जलेबी

काशी कचौड़ी भंडार के मसालेदार आलू की सब्जी और गरमा-गरम कचौरियां बहुत ही पॉपुलर हैं। खासतौर पर सुबह के नाश्ते के लिए यह जगह बेहतरीन है। कचोरी और जलेबी का कॉम्बिनेशन बहुत स्वादिष्ट होता है, जिसे आपने अगर एक बार चखा तो बार-बार यहां लौटने का मन करेगा।

गंगा व्यू ढाबा रहेगा बेस्ट ऑप्शन

गंगा किनारे बैठकर देसी खाने का आनंद लेने के लिए गंगा व्यू ढाबा एक बेहतरीन ऑप्शन है। यहां शुद्ध देसी घी में बनी पूड़ी-आलू की सब्जी और छाछ का स्वाद आपको जरूर पसंद आएगा। यह जगह शांति से बैठकर स्वादिष्ट खाने का बेहतरीन अनुभव देती है। यहां की पूड़ी-आलू और लस्सी का कॉम्बिनेशन भी ट्राई करना न भूलें।

आनंद चाट भंडार में मिलता है मसालेदार खाना

अगर आपको चटपटा और मसालेदार खाना पसंद है तो आनंद चाट भंडार एक बेहतरीन जगह है। यहां की दही-भल्ला, आलू टिक्की और पानीपुरी बहुत ही लाजवाब होती हैं। त्रिवेणी घाट की मार्केट में स्थित यह चाट भंडार आपके चटपटी cravings को पूरा करने के लिए परफेक्ट है।

मोहन छोले-भटूरे वाला के यहां जाना न भूलें

अगर आप छोले-भटूरे के शौकीन हैं तो मोहन छोले-भटूरे वाला आपके दिल को छू लेगा। यहां के मसालेदार छोले और मुलायम भटूरे का स्वाद आपको भारतीय खाने का अहसास कराएगा। अगर आप यहां आने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको मोहन छोले-भटूरे वाले के पास आकर छोले-भटूरे का आनंद लिए बिना नहीं जाना चाहिए।

बाबा का ढाबा है लोकप्रिय ढाबा

हालांकि बाबा का ढाबा ज्यादा बड़ा नहीं है लेकिन बाबा का ढाबा बहुत ही लोकप्रिय ढाबा है। बाबा का ढाबा स्वादिष्ट देसी खाने के लिए जाना जाता है। यहां की दाल तड़का और सब्जी-रोटी का स्वाद बिलकुल घर जैसा होता है। अगर आप हल्का और सादे खाने का स्वाद लेना चाहते हैं तो बाबा का ढाबा जरूर जाएं। Mahakumbh 2025

कौन होती हैं महिलाएं नागा साध्वी? जो बनी है महाकुंभ में आर्कषण का केंद्र

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