Karauli Baba : कानपुर के करौली आश्रम से लापता झारखंड के शख्स की 2 महीने बाद एफआईआर,1.80 लाख ठगने के आरोप

Karauli Baba :
मानसिक बीमारी के इलाज को आए थे कानपुर झारखंड देवघर जिला के मारगोमुंडा कोल्हुआ गांव के उमेश यादव ने बताया कि उनका छोटा भाई मुन्ना मानसिक रूप से बीमार है। 25 जनवरी को वह दादी करमी देवी, पिता मुरली यादव (55), भाई मुन्ना और छोटू के साथ कानपुर के करौली सरकार में भाई मुन्ना के लिए पूजा-पाठ कराने आए थे। परिवार के सभी लोग आश्रम में रुककर पूजा-पाठ की प्रक्रिया में लगे थे। इसी दौरान 26 जनवरी को भाई और फिर 27 की भोर में पिता मुरली 4 बजे टॉयलेट जाने के लिए निकले और संदिग्ध हालात में लापता हो गए। भाई तो कुछ दिनों बाद कानपुर में मिल गया, लेकिन काफी तलाश के बाद भी पिता का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। कानपुर पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा देकर झारखंड भेजा बिधनू थाने की कुरिया चौकी, बिधनू थाना और एसीपी घाटमपुर को मामले की जानकारी दी, लेकिन बिधनू थाने की पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। कार्रवाई का भरोसा देकर परिवार को वापस झारखंड भेज दिया। करौली सरकार का कच्चा चिट्ठा खुलने के बाद एक बार फिर उमेश ने अपने पिता के तलाश की गुहार लगाई तो सच्चाई सामने आई। इसके बाद ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी के आदेश पर गुरुवार रात को लापता मुरली यादव की गुमशुदगी दर्ज करके तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि झारखंड के लापता युवक की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है। पुलिस की एक टीम को मामले की जांच के लिए लगाया गया है। परिवार ने इसके अलावा बाबा पर अन्य कोई आरोप नहीं लगाया है। बाबा ने भी नहीं की कोई मदद भाई और पिता के लापता होने के बाद परिवार के लोग करौली बाबा के सामने पेश हुए थे। मदद की गुहार लगाई थी। बाबा ने तलाश करने की बजाए कहा कि लापता भाई के अंदर आत्महत्या का विचार है। ये तो मरने मारने पर उतारू है। फिर मन में मंत्रों का जाप करते हुए कहा था कि दोनों को खींचकर लाया जाए। दोनों के मिल जाने का दावा किया था, लेकिन पिता का आज तक कोई सुराग नहीं मिला। परिवार बोला- करौली बाबा हैं महाठग पीड़ित परिवार ने बताया कि करौली सरकार के संतोष सिंह भदौरिया महाठग हैं। एंट्री करने के बाद ही उनके कैश काउंटर पर मौजूद लोगों ने 1.51 लाख रुपए 24 घंटे हवन के नाम पर जमा कराए थे। पूजा-पाठ पूरा होने के बाद तंत्र-मंत्र के नाम पर 20 हजार रुपए ले लिया। जब कई दिन बीतने के बाद भी कोई फायदा नहीं मिला तो लाल कपड़ा खोलकर देखा तो उसमें ईंट-पत्थर रखा हुआ था। आश्रम में पूजा-पाठ और इलाज के नाम पर सिर्फ ठगी की जा रही है। [caption id="attachment_76670" align="aligncenter" width="641"]
2 महीने पुरानी तस्वीर पुलिस को बतौर साक्ष्य सौंपी गई है। इसमें परिवार के लोग करौली आश्रम में अपनी समस्या रखते हुए दिखाई दे रहे हैं।[/caption]
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पिता को ढूंढने में किसी ने मदद नहीं की 27 जनवरी की रात को आश्रम में पिता टॉयलेट के लिए निकले थे, लेकिन लौट कर नहीं आए। बिधनू थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने गए, तो पुलिस ने ढूंढने का भरोसा दिया। कई दिन रुक कर पुलिस प्रशासन और आश्रम के कई चक्कर काटे। लेकिन, पिता का कोई सुराग नहीं मिला। थक-हार कर पूरा परिवार झारखंड वापस लौट गया था। किसी ने कोई मदद नहीं की।World TB Day- इस थीम के साथ मनाया जा रहा इस साल वर्ल्ड टीबी डे
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मानसिक बीमारी के इलाज को आए थे कानपुर झारखंड देवघर जिला के मारगोमुंडा कोल्हुआ गांव के उमेश यादव ने बताया कि उनका छोटा भाई मुन्ना मानसिक रूप से बीमार है। 25 जनवरी को वह दादी करमी देवी, पिता मुरली यादव (55), भाई मुन्ना और छोटू के साथ कानपुर के करौली सरकार में भाई मुन्ना के लिए पूजा-पाठ कराने आए थे। परिवार के सभी लोग आश्रम में रुककर पूजा-पाठ की प्रक्रिया में लगे थे। इसी दौरान 26 जनवरी को भाई और फिर 27 की भोर में पिता मुरली 4 बजे टॉयलेट जाने के लिए निकले और संदिग्ध हालात में लापता हो गए। भाई तो कुछ दिनों बाद कानपुर में मिल गया, लेकिन काफी तलाश के बाद भी पिता का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। कानपुर पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा देकर झारखंड भेजा बिधनू थाने की कुरिया चौकी, बिधनू थाना और एसीपी घाटमपुर को मामले की जानकारी दी, लेकिन बिधनू थाने की पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। कार्रवाई का भरोसा देकर परिवार को वापस झारखंड भेज दिया। करौली सरकार का कच्चा चिट्ठा खुलने के बाद एक बार फिर उमेश ने अपने पिता के तलाश की गुहार लगाई तो सच्चाई सामने आई। इसके बाद ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी के आदेश पर गुरुवार रात को लापता मुरली यादव की गुमशुदगी दर्ज करके तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि झारखंड के लापता युवक की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है। पुलिस की एक टीम को मामले की जांच के लिए लगाया गया है। परिवार ने इसके अलावा बाबा पर अन्य कोई आरोप नहीं लगाया है। बाबा ने भी नहीं की कोई मदद भाई और पिता के लापता होने के बाद परिवार के लोग करौली बाबा के सामने पेश हुए थे। मदद की गुहार लगाई थी। बाबा ने तलाश करने की बजाए कहा कि लापता भाई के अंदर आत्महत्या का विचार है। ये तो मरने मारने पर उतारू है। फिर मन में मंत्रों का जाप करते हुए कहा था कि दोनों को खींचकर लाया जाए। दोनों के मिल जाने का दावा किया था, लेकिन पिता का आज तक कोई सुराग नहीं मिला। परिवार बोला- करौली बाबा हैं महाठग पीड़ित परिवार ने बताया कि करौली सरकार के संतोष सिंह भदौरिया महाठग हैं। एंट्री करने के बाद ही उनके कैश काउंटर पर मौजूद लोगों ने 1.51 लाख रुपए 24 घंटे हवन के नाम पर जमा कराए थे। पूजा-पाठ पूरा होने के बाद तंत्र-मंत्र के नाम पर 20 हजार रुपए ले लिया। जब कई दिन बीतने के बाद भी कोई फायदा नहीं मिला तो लाल कपड़ा खोलकर देखा तो उसमें ईंट-पत्थर रखा हुआ था। आश्रम में पूजा-पाठ और इलाज के नाम पर सिर्फ ठगी की जा रही है। [caption id="attachment_76670" align="aligncenter" width="641"]
2 महीने पुरानी तस्वीर पुलिस को बतौर साक्ष्य सौंपी गई है। इसमें परिवार के लोग करौली आश्रम में अपनी समस्या रखते हुए दिखाई दे रहे हैं।[/caption]







