Prayagraj- खूबसूरत सहेली पर आया दिल तो सर्जरी करवा कर लड़की से बन गई लड़का

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प्रतीकात्मक फोटो
locationभारत
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calendar06 Jul 2022 03:18 PM
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Prayagraj- प्यार एक ऐसा एहसास है, जिसके लिए लोग किसी भी हद तक गुजर जाते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज (Prayagraj) जिले से। यहां एक 20 साल की लड़की को जब अपनी ही एक खूबसूरत सहेली से प्यार हो गया, तो उसके लिए उस लड़की ने अपना जेंडर ही बदलवा लिया। दरअसल उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज (Prayagraj) जिले के फाफामऊ इलाके की रहने वाली एक 20 वर्षीय लड़की को अपनी एक सहेली से प्यार हो गया। दोनों ने एक साथ जीने मरने की कसमें खा ली। लेकिन लड़की के माता-पिता को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। ऐसे में प्यार में पड़ी इस लड़की ने अपने प्यार को पाने के लिए अपना लिंग परिवर्तन (Girl changed her gender by surgery) कराने का फैसला किया। जेंडर चेंज कराने के लिए लड़की ने प्रयागराज में स्थित स्वरूपरानी जिला चिकित्सालय में संपर्क किया। सर्वप्रथम डॉक्टरों ने लड़की का मनोचिकित्सक द्वारा काउंसलिंग करवाया। काउंसलिंग में इस बात की पुष्टि हो गई कि लड़की दिमागी रूप से बिल्कुल स्वस्थ है। इसके बाद स्वरूप रानी अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन विभाग के डॉक्टर मोहित जैन और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमृत चौरसिया के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने लड़की के जेंडर चेंज कराने की चुनौती ली। प्लास्टिक सर्जन विभाग के डॉक्टर मोहित जैन के अनुसार उन्होंने लड़की के जेंडर चेंज करने की प्रक्रिया को शुरू करने से पहले सहमति पत्र पर लड़की का हस्ताक्षर करवाया। इसके बाद यह प्रक्रिया शुरू हुई।

शल्य चिकित्सा से किया गया बाहरी परिवर्तन -

लड़की के जेंडर चेंज करने की प्रक्रिया की शुरुआत बाहरी परिवर्तन के साथ शुरू हुई। इसके लिए सर्वप्रथम शल्य चिकित्सा की मदद से उसके स्तनों को हटाया गया, व ऑपरेशन करके उसके गर्भाशय को भी निकाला गया। लड़की को टेस्टोस्टरॉन हार्मोनल थेरेपी दी गई, जिससे उसके शरीर में पुरुष हार्मोन विकसित हो सके और जिसकी मदद से दाढ़ी, मूछ एवं अन्य परिवर्तन किए जा सके।
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फिलहाल कई महीनों के लंबी प्रक्रिया के बाद सफलतापूर्वक लड़की का लिंग परिवर्तन किया जा चुका है। यह पहला मामला नहीं है जब देश में इस तरह से सर्जरी के माध्यम से जेंडर परिवर्तन किया गया हो। दिल्ली मुंबई जैसे बड़े महानगरों में पहले भी इस तरह के केसेस देखने को मिले हैं। उत्तर प्रदेश में भी यह दूसरा केस है। इससे पहले मेरठ जिले में भी ऐसा मामला सामने आ चुका है, जहां मां बाप के बेटे के सपने को पूरा करने के लिए, पांच बहनों में सबसे बड़ी लड़की अपना लिंग परिवर्तन करवा कर लड़का बनी थी।
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Gyanvapi Case ज्ञानवापी केस की एक बार फिर होगी सुनवाई, हिंदू पक्ष ने कही ये बात 

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Gyanvapi Case
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calendar02 Dec 2025 04:40 AM
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Gyanvapi Case : वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद केस की एक बार फिर से सुनवाई होने जा रही है। आज इस मामले की सुनवाई वाराणसी कोर्ट में होगी। हिंदू पक्ष के वकील वी जैन ने कहा कि मुस्लिम पक्ष अपनी दलील कोर्ट में रखना जारी रखेगा। उनके अनुसार यह केस सुनवाई के लायक नहीं है,लेकिन हमारा मानना है कि इस केस पर सुनवाई होनी चाहिए और इसपर बहस होनी चाहिए। हमारी मांग है कि यहां पर प्रार्थना करने की इजाजत दी जाए जोकि पूरी तरह से कानूनी है।

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इससे पहले 30 मई को जिला जज एके विश्वेष ने मामले की सुनवाई को 4 जुलाई तक के लिए टाल दिया था। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि इस केस में याचिका सुनवाई के लायक नहीं है। मस्जिद कमेटी के वकील अभय नाथ यादव ने कोर्ट के सामने दो घंटे तक मुस्लिम पक्ष की दलील रखी।

मुस्लिम पक्ष के ही वकील अखलाक अहमद ने कहा कि पांच हिंदू महिलाओं ने व्यक्तिगत क्षमता से केस दायर किया था,लिहाजा यह पूरे संप्रदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं। मुस्लिम पक्ष ने वर्शिप एक्ट 1991 की धारा 4 का हवाला देते हुए कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकती है क्योंकि 15 अगस्त 1947 के बाद प्रार्थना स्थल की यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है।

माना जा रहा है कि आज कोर्ट मस्जिद के भीतर हुए सर्वे का वीडिया लीक होने वाले केस पर भी सुनवाई कर सकता है। हिंदू पक्षकारों केवकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा कि हमारे पास कई तर्क हैं यह साबित करने के लिए इस मामले पर सुनवाई जारी रहनी चाहिए, यही नहीं हमारी प्रार्थना करने की इजाजत देने की मांग भी कानूनी है।

बता दें कि इस मामले में सिविल कोर्ट में अगस्त 2021 में कुछ महिलाओं ने याचिका दायर की थी और मस्जिद की बाहरी दीवार पर बनी देवी-देवताओं की मूर्ति की पूजा करने की प्रतिदिन इजाजत मांगी थी।

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Banda : 14 साल बाद मिली जाबांज सिपाहियों के हत्यारों को सजा

Banda : 14 साल बाद मिली जाबांज  सिपाहियों के हत्यारों को सजा
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userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:07 AM
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Banda: बाँदा। 14 साल पहले घात लगाकर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) टीम पर हमला करके छह कमांडो और एक मुखबिर की सामूहिक हत्या में दोषी ठोकिया गिरोह के सभी 13 अभियुक्तों को अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही 20-20 हजार रुपये जुर्माने भी लगाया है। घटना के 14 साल 11 माह बाद विशेष न्यायाधीश ( दस्यु प्रभावित क्षेत्र अधिनियम) की अदालत से फैसला सुनाया गया। नामजद 16 आरोपियों में मुख्य आरोपी दस्यु ठोकिया घटना के एक वर्ष बाद मुठभेड़ में मारा जा चुका है। दो अन्य आरोपियों की भी मौत हो चुकी है। एसटीएफ पुलिस उपाधीक्षक धीरेंद्र राय ने फतेहगंज थाने में दस्यु सरगना ठोकिया सहित उसके गिरोह के 16 सदस्यों पर हत्या, हत्या का प्रयास, क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट एक्ट, विस्फोटक अधिनियम, शस्त्र अधिनियम आदि के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद रोजाना हो रही सुनवाई के बाद विशेष न्यायाधीश नूपुर ने फैसला सुनाया। 151 पेज के आदेश में न्यायाधीश ने जीवित सभी 13 अभियुक्तों को दोषी पाते हुए उम्रकैद और 20-20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। जुर्माना न देने पर तीन माह की अतिरिक्त कैद होगी। कुछा दोषियों को अन्य धाराओं में 3-3 व 2-2 वर्ष की कैद और दो हजार से दो हजार तक जुर्माना किया गया है। सभी सजाएं एक साथ चलेगी।