पटना रेलवे स्टेशन का एक कुली जो रखता है दो-दो बॉडीगार्ड...

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Patna Railway Station
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:42 AM
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Patna Railway Station पर पांच छह सौ रुपये कमाने वाला कुली कैसे रखता है दो-दो बॉडीगार्ड, जानिए! हैसियत को आप किसी के पद और काम से नहीं आंक सकते बस आपके  पास जज्बा होना चाहिए... इसका जीता जागता प्रमाण है पटना के रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 10 पर काम करने वाला कुली धर्मा... धर्म कुली सर पर वजन ढोता है , वह मुश्किल 500 या 600 रुपए दिन भर में कमा पाता है। उसके साथ दो-दो बॉडीगार्ड होते हैं ,सोच लीजिए जिसके आगे पीछे दो गार्ड होंगे.. तो आपका सामान भी सुरक्षित होगा ही । लेकिन आप जानना जरूर चाहेंगे की इतना कम पैसा कमा कर वह दो-दो बॉडीगार्ड कैसे रखता है? चलिए हम बताते हैं धर्मा कुली के बारे में... सारा सच!

2013 में आतंकवादी इम्तियाज को पकड़ने और गवाही देने में धर्मा.ने जान जोखिम में डाल कर दिखाई थी हिम्मत...

2013 में प्रधानमंत्री मोदी की एक सभा के दौरान पटना में बंम विस्फोट हुआ था और उस भगदड़ में आतंकवादी इम्तियाज अंसारी ने भागने की कोशिश की थी तब  धर्मा कुली ने उसे  धर दबोचा था ।  धर्मा नेआतंकियों की धमकी के बावजूद सरकारी गवाह बनकर राष्ट्रभक्ति और हिम्मत का काम किया था। सरकारी गवाह बनने पर धर्मा कुली को पाकिस्तान से टेलीफोन पर धमकियां मिलने लगी तब प्रशासन ने उन्हें बॉडीगार्ड दिया था।  इसके बाद भी धमकियां मिली तो पटना सरकार ने एक गार्ड उन्हें और दिया। इसे कहते हैं राष्ट्र के लिए जज्बा और बिना हथियार के भी हिम्मत दिखाना और परिवार के होते हुए भी धमकियों की परवाह न करना.... बिहार सरकार ने भी दिया बॉडी गार्ड.. धर्मा ने नहीं छोड़ा है अपना काम... धर्मा आज भी Patna Railway Station पर कुली का काम करता है । धर्मा  चाहता तो भारत सरकार की मदद से कोई और काम या व्यवसाय कर सकता था, घर बैठ सकता था लेकिन वह अपने काम के प्रति भी निष्ठावान है। और दूसरों के लिए उदाहरण भी है । व्यक्ति को अपने काम को हमेशा तरजीह देनी चाहिए और राष्ट्र के लिए जब भी उसकी जरूरत पड़े तो उसे अपनी हिम्मत और राष्ट्रभक्ति से देश की सेवा भी करनी चाहिए । प्रस्तुति मीना कौशिक

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UP News : यूपी के इस गांव में होता है अनोखा दंगल, साड़ी पहनकर महिलाएं देती है एक दूसरे को पटखनी

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UP News 
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 11:52 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जनपद से महिलाओं का एक अजीबोगरीब दंगल देखने को मिला। यहां के एक गांव की महिलाएं अपने रिश्तेनाते की महिलाओं के साथ भी दो-दो हाथ करती हैं। दरअसल, महिलाओं का यह अजीबागरीब दंगल रक्षा बंधन के पर्व पर होता है। जिसमें गांव की महिलाएं साड़ी पहनकर एक दूसरे के साथ कुश्ती लड़ती है।

UP News in hindi

यूपी के जनपद हमीरपुर लोदीपुर निवादा गांव में एक अजीबोगरीब दंगल प्रतियोगिता होती है। इसमें घरों के अंदर घूंघट में रहने वाली महिलाएं मैदान में आकर दो-दो हाथ करती नजर आती हैं। रक्षाबंधन पर्व के बाद इस प्रतियोगिता का आयोजन होता है। इस बार भी यहां दंगल प्रतियोगिता में साड़ी में महिलाओं ने कुश्ती के दांवपेच दिखाए।

पुरुषों की एंट्री होती है बंद

गांव में वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। बड़ी संख्या में साड़ी पहने घूंघट में गांव की महिलाएं दंगल में हिस्सा लेती हैं। घर में सास से लेकर बहू तक प्रतियोगिता में अपने दांव दिखाती हैं। इस दंगल में पुरुषों की एंट्री पूरी तरह से बैन रहती है।

अनोखा दंगल

हमीरपुर के बिवार थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवादा गांव में वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत यहां पर हर साल दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इस प्रतियोगिता में गांव की महिलाएं ही हिस्सा ले सकती हैं। हर साल यहां रक्षाबंधन पर महिलाओं का यह अनोखा दंगल होता है।

दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने लड़ा दंगल

इस अनोखी दंगल प्रतियोगिता में इस बार दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया। दंगल को देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलाओं की भीड़ भी जुटी। प्रतिभागियों के बीच दंगल के बीच महिलाएं एक दूसरे पटखनी देती नजर आईं तो वहीं उनके दांव पर दर्शकों ने जमकर तालियां भी बजाईं। गांव की सरपंच ने विजेता का नाम घोषित कर पुरस्कार भी दिया।

ननद-भाभी और देवरानी-जेठानी में दंगल

गांव में आयोजित इस अनूठे दंगल में गांव की ढेरों महिलाओं ने हिस्सा लिया था। ऐसे में यहां प्रतिभागियों कहीं ननद भाभी एक दूसरे को जमीन पर पटखनी देती दिखीं तो कहीं देवरानी जेठानी एक दूसरे को धोबी पछाड़ देती नजर आईं। UP News

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Trending News: मरने के 11 दिन बाद भी ताबूत के भीतर छटपटाती रही महिला, घर वालो के उडे होश

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Trending News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:49 AM
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Trending News: कार्डियक अरेस्ट से एक महिला की मौत हो गईं। जिसके बाद उसे कब्रिस्तान में दफनाया गया। लेकिन 11 दिन बाद जब कब्र से लोगों को उसकी चीखें सुनाई दीं, तो वे सहम गए। बाद में पता चला कि उसे जिंदा ही दफना दिया गया था। घरवालों ने महिला को जिंदा ही कर दिया था दफन, 11 दिन ताबूत के भीतर छटपटाती रही 37 साल की एक महिला की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो जाती है। शोक में डूबे घरवाले उसे कब्रिस्तान में दफन करते हैं। लेकिन दफनाने के 11 दिन बाद कब्र से महिला के चीखने की आवाज सुनकर लोग सहम जाते हैं। बाद में पता चलता है कि वो गलती से जिंदा ही दफनाई गई थी। आनन-फानन में कब्र खोदकर उसे निकाला गया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। दिल दहला देने वाला यह मामला ब्राजील का है।

दिल दहला देने वाला मामला

Trending News:

मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, चौंकाने वाली यह घटना नॉर्थ-ईस्ट ब्राजील के रहियाचाओ दास नेवेस में 2018 में घटी। लेकिन कहानी अब जाकर फिर से वायरल हो रही है। रोसेंगेला अल्मेडा डॉस सैंटोस की कार्डियक अरेस्ट से कथित मौत के बाद उन्हें सेन्होरा सैन्टाना कब्रिस्तान में दफनाया गया था। लेकिन जबन क्रबिस्तान के पास रहने वालों ने 11 दिन बाद उनके कब्र से चीखने की आवाजें सुनीं, तो वे दंग रह गए। उन्होंने फौरन रोसेंगेला के घरवालों को इसकी सूचना दीं।

Trending News: 11 दिन बाद भी जिंदा थी

उधर, रोसेंगेला के जिंदा होने की खबर मिलते ही घरवाले कब्रिस्तान पहुंचे। जब उन्होंने पत्थर की कब्र तोड़ी, तो महिला बेहोशी की हालत में मिली। शरीर अभी भी गर्म था। ये देखते ही परिजन उन्हें लेकर फौरन अस्पताल भागे लेकिन तब तक रोसेंगेला दम तोड़ चुकी थीं। महिला के हाथों और माथे पर चोट के निशान थे। जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि ताबूत से निकलने के लिए वह कितनी छटपटाई होगी। यही नहीं, बाहर निकलने के लिए संघर्ष करने की कोशिश में उसके कान और नाक में लगी रूई भी शरीर से बाहर आ गई थी। ताबूत के अंदर खरोंच के निशान और काफी खून था। महिला के घरवालों का कहना है कि रोसांगेला को गंभीर थकान के बाद एक सप्ताह तक बाहिया के बैरेइरास में हॉस्पिटल डो ओस्टे में एडमिट कराया गया था। उनके डेथ सर्टिफिकेट के अनुसार, सेप्टिक शॉक से मरने से पहले उन्हें दो बार कार्डियक अरेस्ट का सामना करना पड़ा।

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