Stock Market: शेयर बाजार ने लाल निशान के साथ की शुरुआत, सेंसेक्स 207 अंक टूटा




GST : माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिनियम को करदाताओं के लिए और सुगम बनाने के लिए सरकार ऐसे दंडात्मक अपराधों को इससे हटाने पर विचार कर रही है जो भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के दायरे में पहले से ही आते हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
यह प्रस्ताव जीएसटी कानून के दायरे से कुछ अपराधों को बाहर करने की कवायद के तहत लाया गया है और जीएसटी परिषद की अगली बैठक में इसे रखे जाने की संभावना है। प्रस्ताव को जीएसटी परिषद की मंजूरी मिल जाती है तो वित्त मंत्रालय जीएसटी कानून में संशोधन का प्रस्ताव देगा जिसे अगले महीने से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में रखा जाएगा।
एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया, ‘‘जीएसटी कानून के दायरे से अपराध को बाहर करने की कवायद के तहत विधि समिति ने इसकी धारा 132 में बदलावों को अंतिम रूप दे दिया है।’’ उन्होंने बताया कि जो अपराध भारतीय दंड संहिता के दायरे में आते हैं उन्हें जीएसटी कानून से हटा दिया जाएगा।
कानून में संशोधन को संसद से मंजूरी मिलने के बाद राज्यों को भी अपने जीएसटी कानून बदलने पड़ेंगे।
कर विशेषज्ञों ने बताया कि शुरुआत में फर्जी बिज के अपराधों को दायरे से बाहर किया जा सकता है। एएमआरजी एंड एसोसिएट्स में वरिष्ठ साझेदार रजत मोहन ने कहा कि ऐसा अनुमान है कि फर्जी बिल जारी करने और इन्हें स्वीकार करने से जुड़े अपराध भारतीय दंड संहिता के दायरे में लाए जा सकते हैं।
GST : माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिनियम को करदाताओं के लिए और सुगम बनाने के लिए सरकार ऐसे दंडात्मक अपराधों को इससे हटाने पर विचार कर रही है जो भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के दायरे में पहले से ही आते हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
यह प्रस्ताव जीएसटी कानून के दायरे से कुछ अपराधों को बाहर करने की कवायद के तहत लाया गया है और जीएसटी परिषद की अगली बैठक में इसे रखे जाने की संभावना है। प्रस्ताव को जीएसटी परिषद की मंजूरी मिल जाती है तो वित्त मंत्रालय जीएसटी कानून में संशोधन का प्रस्ताव देगा जिसे अगले महीने से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में रखा जाएगा।
एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया, ‘‘जीएसटी कानून के दायरे से अपराध को बाहर करने की कवायद के तहत विधि समिति ने इसकी धारा 132 में बदलावों को अंतिम रूप दे दिया है।’’ उन्होंने बताया कि जो अपराध भारतीय दंड संहिता के दायरे में आते हैं उन्हें जीएसटी कानून से हटा दिया जाएगा।
कानून में संशोधन को संसद से मंजूरी मिलने के बाद राज्यों को भी अपने जीएसटी कानून बदलने पड़ेंगे।
कर विशेषज्ञों ने बताया कि शुरुआत में फर्जी बिज के अपराधों को दायरे से बाहर किया जा सकता है। एएमआरजी एंड एसोसिएट्स में वरिष्ठ साझेदार रजत मोहन ने कहा कि ऐसा अनुमान है कि फर्जी बिल जारी करने और इन्हें स्वीकार करने से जुड़े अपराध भारतीय दंड संहिता के दायरे में लाए जा सकते हैं।

Rakesh Jhunjhunwala: भारतीय शेयर बाजार के माध्यम से पैसा कमाने में माहिर राकेश झुंझवाला को कौन नहीं जानता है। पैसा कमाने के लिए उनके बताए टिप्स आजमा कर लोग अपने सपनों का पूरा कर रहे हैं।
आपको बता दें कि राकेश ने कम पैसे से ही शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया था और जब उन्होंने आखिरी सांस ली तब तक वो हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति बना चुके थे। राकेश झुनझुनवाला की पूरी जिंदगी शेयर मार्केट को समर्पित रही है। उन्होंने शेयर बाजार से जुड़े कई अहम टिप्स भी निवेशकों को बताए हैं, जिसको अपनाकर निवेशक आज भी बाजार से पैसा बना रहे हैं।
राकेश झुनझुनवाला का कहना था कि अगर आप में नुकसान सहने की क्षमता नहीं है, तब तक आप शेयर बाजार में मुनाफा नहीं कमा सकते। हर व्यापार या हर निवेश पर मुनाफा कमाना असंभव है। किसी भी बाजार से निपटने के दौरान कुछ गलत फैसलों से नुकसान हो सकता है। कोई भी कारण स्टॉक या संपत्ति को डुबाने का कारण बन सकता है। इसे सकारात्मक रूप से लेना महत्वपूर्ण है और नुकसान को अपने मनोबल पर हावी नहीं होने देना है।
राकेश झुनझुनवाला का कहना है कि किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखने चाहिए। इसके अलावा कंपनी के मैनेजमेंट को भी विशेष रूप से देखना चाहिए। दोनों चीजों पर कोई भी गलत प्वाइंट सामने आए तो उसकी पड़ताल करनी चाहिए और फिर ही ये डिसाइड करना चाहिए कि उस कंपनी में निवेश करना है नहीं।
राकेश झुनझुनवाला का कहना था कि शेयर बाजार में अगर आप अपने इमोशंस के हिसाब से निवेश करेंगे तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। इमोशनल निवेश घाटे को निमंत्रण दे सकता है। अपनी असफलताओं से जुड़ना या बाजार की घटनाओं को व्यक्तिगत रूप से लेना एक निवेशक के रूप में आपकी मदद नहीं करेगा। ऐसे में अपने इमोशंस को साइड में रखकर ही निवेश करें।
Rakesh Jhunjhunwala: भारतीय शेयर बाजार के माध्यम से पैसा कमाने में माहिर राकेश झुंझवाला को कौन नहीं जानता है। पैसा कमाने के लिए उनके बताए टिप्स आजमा कर लोग अपने सपनों का पूरा कर रहे हैं।
आपको बता दें कि राकेश ने कम पैसे से ही शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया था और जब उन्होंने आखिरी सांस ली तब तक वो हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति बना चुके थे। राकेश झुनझुनवाला की पूरी जिंदगी शेयर मार्केट को समर्पित रही है। उन्होंने शेयर बाजार से जुड़े कई अहम टिप्स भी निवेशकों को बताए हैं, जिसको अपनाकर निवेशक आज भी बाजार से पैसा बना रहे हैं।
राकेश झुनझुनवाला का कहना था कि अगर आप में नुकसान सहने की क्षमता नहीं है, तब तक आप शेयर बाजार में मुनाफा नहीं कमा सकते। हर व्यापार या हर निवेश पर मुनाफा कमाना असंभव है। किसी भी बाजार से निपटने के दौरान कुछ गलत फैसलों से नुकसान हो सकता है। कोई भी कारण स्टॉक या संपत्ति को डुबाने का कारण बन सकता है। इसे सकारात्मक रूप से लेना महत्वपूर्ण है और नुकसान को अपने मनोबल पर हावी नहीं होने देना है।
राकेश झुनझुनवाला का कहना है कि किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखने चाहिए। इसके अलावा कंपनी के मैनेजमेंट को भी विशेष रूप से देखना चाहिए। दोनों चीजों पर कोई भी गलत प्वाइंट सामने आए तो उसकी पड़ताल करनी चाहिए और फिर ही ये डिसाइड करना चाहिए कि उस कंपनी में निवेश करना है नहीं।
राकेश झुनझुनवाला का कहना था कि शेयर बाजार में अगर आप अपने इमोशंस के हिसाब से निवेश करेंगे तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। इमोशनल निवेश घाटे को निमंत्रण दे सकता है। अपनी असफलताओं से जुड़ना या बाजार की घटनाओं को व्यक्तिगत रूप से लेना एक निवेशक के रूप में आपकी मदद नहीं करेगा। ऐसे में अपने इमोशंस को साइड में रखकर ही निवेश करें।