मायके जाने के लिए निकली फैशन डिजाइनर की हत्या, पति सहित दो गिरफ्तार

23 10
Bihar News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:58 PM
bookmark

Bihar News : बिहार के पूर्णिया जिले से पति पत्नी के रिश्ते को शर्मसार करने वाली एक घटना का खुलासा करते हुए जलालगढ़ पुलिस ने आरोपी पति सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं हत्या में शामिल दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

Bihar News

घटना बीते गुरूवार की है। आरोपी पति ललन यादव रामबाग स्थित अपने घर से अपनी पत्नी को दुर्गा पूजा में शामिल होने के लिए मायके लेकर जाने के बहाने ऑटो से निकला था। रास्ते में जलालगढ़ के करीब ऑटो को रुकवाया। इसी बीच पीछे से आए दो बाइक सवारों गोली मारकर महिला की हत्या कर दी।

दामाद ने परिजनों को बताई झूठी कहानी

मृतका पिंकी के पिता रामानंद यादव ने बताया कि गुरुवार की शाम 7:30 बजे फोन करके कहा था कि वह मायके आ रही है। उसके थोड़ी देर बाद दामाद ने फोन करके बाताया कि किसी ने पिंकी के पेट में गोली मार दी है। वहीं मृतका की मां ने बताया कि दामाद मेरी बेटी की कमाई और जमीन को लेकर पिंकी से अक्सर मारपीट करता था, जिसका वह विरोध करती थी। अभी कुछ दिन पहले भी उसने बेटी के साथ मारपीट की थी। इसी वजह से उसके पति ने अपने भाई के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।

2009 में हुई थी शादी

अररिया जिले के काली बाजार निवासी पिंकी उर्फ किरण की शादी रामबाग निवासी ललन यादव से 2009 में हुई थी। जो अपने पति के साथ रहकर दिल्ली में फैशन डिजाइनर थी। लॉकडाउन के बाद पिंकी पति के साथ वापस ससुराल लौट आई थी।

फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस

घटना को लेकर पुलिस अधिकारी ने कहा कि महिला के पति ने साजिश के तहत उसकी हत्या की है। खुद आरोपी ने स्वीकार किया है कि जिस ऑटो से वो अपनी पत्नी को लेकर जा रहा था, उस ऑटो का चालक उसका रिश्तेदार ही था। बाइक से पीछा करने वाले भी उसके रिश्तेदार ही है। सभी ने साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया है। मामले में पति सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाइक सवार अन्य दोनों आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।

फिर लगा अखिलेश को भावी प्रधानमंत्री बताने वाला पोस्टर, हो रहा वायरल

ग्रेटर नोएडा - नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

देश के पूरे सिस्टम के गाल पर बड़ा तमाचा है नोएडा का निठारी काण्ड

फोटो 18 1
Nithari scandal
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Oct 2023 01:26 AM
bookmark
Nithari scandal नोएडा। नोएडा शहर के बीचोंबीच स्थित निठारी गाँव में हुआ 19 बच्चों का नरसंहार भारत की पूरी व्यवस्था की पोल खोल रहा है। देश के 19 परिवारों का दुखदाई रुदन हमारे सिस्टम को सुनाई नहीं पड़ रहा है। इस सिस्टम को चलाने वाले अपने कान भले ही बन्द कर लें लेकिन नोएडा का यह निठारी काण्ड पूरे सिस्टम के गाल पर ज़ोरदार थप्पड़ है। निठारी काण्ड का विस्तार से विश्लेषण किया है जाने माने पत्रकार व लेखक रवि अरोड़ा ने ध्यान से पढ़िए।

इससे बुरा और कुछ नहीं हो सकता: रवि अरोड़ा

29 दिसंबर 2006 की सुबह ग्यारह बजे मैं अखबार के कार्यालय में अपने संवाददाताओं की नियमित बैठक ले रहा था कि तभी खबर मिली की नोएडा के निठारी में कई बच्चों के नर कंकाल एक नाले से मिले हैं। खबर इतनी भयावह थी कि हम लोग तुरंत ही घटना स्थल की और दौड़ पड़े। वहां जाकर देखा तो ऐसा मंजर था जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। नाले से एक के बाद एक बच्चों के कंकाल मिल रहे थे और गुस्साए क्षेत्र के लोग पुलिस वालों को पीटने पर आमादा थे। चूंकि यह दुर्लभतम मामला था अतः महीनों तक अखबारों की सुर्खियों में रहा। वहां कुल 19 लोगों के कंकाल बरामद हुए थे और जिनमें से अधिकांश नाबालिग थे। महीनों तक रोज नई सनसनीखेज जानकारी बाहर आती रही। कभी चाइल्ड पोर्न का एंगल निकलता तो कभी शवों से बलात्कार का। कभी नर भक्षण का तो कभी मानव अंगों के व्यापार का। मामला सीबीआई के सुपुर्द हुआ और बाद में गाजियाबाद की सीबीआई अदालत में ही इसकी सुनवाई हुई। मैंने स्वयं कई बार अदालत जाकर भी सुनवाई का जायजा लिया। हर बार हत्यारों पर कसता कानून का शिकंजा देख कर बड़ा संतोष होता था। सीबीआई अदालत ने भी कोई नरमी नहीं दिखाई और नर पिशाच सुरिंदर कोली 14 और मोनिंदर सिंह पंढेर को तीन मामलों में मौत की सजा सुनाई। हालांकि कानूनी दांव पेच का लाभ उठा कर आरोपी फांसी की सजा को हमेशा टलवाते रहे और अब इन्ही दांव पेचों के बल पर उच्च न्यायालय से बरी भी हो गए। जाहिर है कि जिनके बच्चे मारे गए थे वे इस फैसले से बेहद हताश हुए होंगे मगर मुझ जैसे वे सैंकड़ों लोग भी खुद को कम छला हुआ महसूस नहीं कर रहे हैं जिन्होंने सुरिंदर कोली की अदालत में दानवी मुस्कान देखी है। Nithari scandal

निठारी के आसपास बच्चे सालों से गुम हो रहे थे

हालांकि मैं आशावादी इंसान हूं मगर सिस्टम की बात करें तो आए दिन निराशा ही हाथ लगती है। निठारी के आसपास बच्चे सालों से गुम हो रहे थे मगर पुलिस के कान पर जूं नहीं रेंगी। आरडब्ल्यूए की मशक्कत से जब कंकाल नाले से बरामद हुए तब भी पुलिस ने लीपापोती ही की। मामला सीबीआई को गया और अब इलाहाबाद हाई कोर्ट का कहना है कि उसने भी कायदे से जांच नहीं की । नतीजा आरोपी बरी हो गए। क्या यह मजाक सा नहीं लग रहा कि जिस आदमी को 14 बार फांसी की सजा सुनाई गई हो और इस सजा के लिए उसे मेरठ जेल में भी भेज दिया गया हो और वह अब बरी हो गया? मुझे भली भांति याद है कि ब्रेन मैपिंग में कोली ने स्वीकार किया था कि वह बलात्कार कर शवों के टुकड़े टुकड़े कर देता था, फिर भला वह कैसे छूट गया ?

अपराधी अपनी राजनीतिक पहुंच और कानूनी दांव पेचों के बल पर मौज उड़ा रहे

किसी भी दिन का अखबार उठा लीजिए, आपको कोई न कोई ऐसी खबर जरूर दिख जायेगी जो पूरी व्यवस्था के प्रति आपकी आस्था को डिगा देगी। बड़े बड़े अपराधी अपनी राजनीतिक पहुंच और कानूनी दांव पेचों के बल पर मौज उड़ा रहे हैं और जिनका कोई वाली वारिस नहीं वे सलाखों के पीछे यातना भुगत रहे हैं। सत्ता पर पकड़ हो तो हर कानून आपके ऊपर फूल बन कर बरसेगा और यदि आप सत्ता विरोधी गुट के हैं तो हमारे कानून से अधिक सख्त इस कायनात में कुछ और हो नहीं सकता। मगर जहां तक निठारी कांड का सवाल है तो इसमें आरोपियों के पीछे कोई राजनीतिक शक्ति भी नहीं थी। फिर कैसे वे कानून की पकड़ में नहीं आए ? चलिए माना पंढेर पैसे वाला था और एक से बढ़ कर एक नामी गिरामी वकील की सहायता ले सकता था मगर कोली कैसे छूटा ? वह तो अधिक पढ़ा लिखा भी नहीं था और पैसे के मामले में भी कमजोर था। कई बार तो अदालत में जिरह भी खुद करता था। पता नहीं ढिलाई कहां हुई। पुलिस, सीबीआई अथवा स्वयं अदालत के स्तर पर मगर निठारी जैसे दुनिया के सर्वाधिक जघन्य कांडों में से एक में किसी को सजा न मिल सके तो भला हमारी व्यवस्था के लिए इससे अधिक बुरा और क्या होगा।

बढ़ाया जाएगा जेवर एयरपोर्ट का दायरा, बनेगा एविएशन इंडस्ट्री हब

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

गाजियाबाद पुलिस ने दो अंतरराज्यीय असलाह तस्करों को गिरफ्तार किया

3 10 e1697962301217
locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Oct 2023 07:12 PM
bookmark
गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नररेंट क्राइम ब्रांच ने आज कवि नगर औद्योगिक क्षेत्र चौराहा से अंतरराज्यीय असलाह तस्करों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके कब्जे से 32 बोर के पांच तमंचे, 32 बोर की दो पिस्टल, 32 बोर के चेक कारतूस बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपी 36 वर्षीय पवन कुमार पुत्र स्वर्गीय संतोष यादव बताया गया है। अभियुक्त पवन कुमार बागपत के थाना चांदीपुर के अंतर्गत ग्राम गौना साहबानपुर निवासी है। दूसरा अभियुक्त योगेश यादव उर्फी योग पुत्र स्व.हुकम सिंह बागपत जनपद के थाना खेकड़ा पट्टी आयरन कस्बे का है इसकी उम्र 35 वर्ष बताई गई है।

अंतरराज्यीय तस्करी करते थे आरोपित अभियुक्त

पुलिस ने जानकारी दी है कि अभियुक्त उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर, हरियाणा और पंजाब में असलाह की तस्करी करते थे। पुलिस की गहन पूछताछ के बाद पता चला कि आरोपित अभियुक्त पवन बागपत उत्तर प्रदेश, दिल्ली व पंजाब तक शराब और असलाह की तस्करी करता था।

आईटीआई के बाद मैकेनिक के काम से ज्यादा आमदनी ना होने पर बना तस्कर

पवन ने 12वीं के बाद इलेक्ट्रॉनिक में आईआईटी किया था और वह बिजली मैकेनिक का काम करता था लेकिन उसमें उसका गुजारा नहीं होता था। उसके बाद उसने गलत संगत में पड़कर शराब की तस्करी और चोरी करना शुरू कर दिया। शराब की तस्करी में वह पहले भी बागपत और गाजियाबाद जेल जा चुका है। Ghaziabad News पुलिस को पवन से पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि पवन जेल से छूटने के बाद अपने ही गांव के पिस्तौल और तमंचा तस्कर जोनी यादव उर्फ बलराम और ललित, के संपर्क में आया। जानी यादव ने उसे बताया की तमंचे की तस्करी में अच्छी आमदनी हो जाती है तब बच्चा 15-20 हजार का आता था और 35 या 40 हजार तक बिक जाता है। इसके बाद गलत संगत के चलते एक के बाद एक गलत काम करते गए और फिर जानी यादव के साथ मिलकर पवन पिस्तौल की सप्लाई करने लगा। यह सप्लाई दिल्ली के ललित के साथ मिलकर की जाती थी। जॉनी यादव और ललित असलाह की तस्करी में दिल्ली पुलिस द्वारा वांछित घोषित था। बाद में इनका तस्कर साथी ललित दिल्ली पुलिस द्वारा धर दबोचा गया।

अपने शौक के खर्चे करने के लिए तमंचा सप्लाई के धंधे में बन गया तस्कर

दूसरा अभियुक्त योगेश् उर्फ योग ने पुलिस को पूछताछ में बताया वह खेती का काम करता था और इससे पहले रोड़ी का काम भी करता था लेकिन वह काम चौपट हो गया। रोड़ी डस्ट के कारोबार में घाटा होने पर वह अपने खर्चों के लिए मोहताज हो गया और पवन से उसकी दोस्ती थी वह पिस्टल बिकने में पवन की मदद करने लगा और अपना शौक खर्च पूरा करने चक्कर में वह इस तस्करी के धंधे में आ गया और जॉनी के संपर्क में भी आया। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर टीम बनाकर इन असलाह तस्करों को धर दबोचा। पुलिस द्वारा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और इनसे जुड़े अन्य तारों पर भी पुलिस टीम बनाकर कार्य करेगा। प्रस्तुति मीना कौशिक

बढ़ाया जाएगा जेवर एयरपोर्ट का दायरा, बनेगा एविएशन इंडस्ट्री हब

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।