IRCTC:10,000 रुपये से कम में 10 दिन का टूर पैकेज, राम जन्मभूमि से पूरी-गंगासागर तक करें यात्रा

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 Mar 2022 05:29 PM
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IRCTC Tour Package 2022: आजादी का अमृत महोत्सव (Aajhadi ka Amrut Mahotsav) के तहत इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (Indian Railway Catering and Tourism Corporation - IRCTC) ने अयोध्या, बैद्यनाथ गंगा सागर, गया, कोणार्क, पुरी और वाराणसी के लिए स्पेशल पैकेज शुरू किया है। इस पैकेज का नाम "Ram Janm Bhumi Darshan & Puri Ganga Sagar yatra along with Kolkata Ex Agra [कोलकाता पूर्व आगरा के साथ राम जन्म भूमि दर्शन और पुरी गंगा सागर यात्रा]" है। यह पैकेज सिर्फ 9 रात और 10 दिन का है, आप इस विशेष पैकेज का फायदा 21 मार्च से 30 मार्च 2022 के बीच ही उठा सकते हैं। इस स्पेशल यात्रा में जगन्नाथपुरी, गंगा सागर, बैद्यनाथ मंदिर, गया के दर्शन के अलावा अयोध्या में रामलला & काशी विश्वनाथ कारीडोर वाराणसी भी शामिल हैं। इस यात्रा का मुख्य आर्कषण अयोध्या राम जन्म भूमि, सरयू आरती, हनुमानगढ़ी, वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर, बैद्यनाथ मन्दिर, गंगा सागर, कोलकाता का काली मंदिर, पुरी का जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क मंदिर, गया में विष्णुपाद मंदिर आदि धार्मिक स्थल भी हैं। >> ये भी पढ़े:- कीव के बाहरी हिस्सों में जलते दिखे घर, रूसी टैंकों के 64KM लंबे काफिले ने डाला घेरा 9 रात और 10 दिन का यह पैकेज केवल Rs. 9450/- प्रति व्यक्ति है।  इस स्पेशल ट्रेन में बैठने की सुविधा ग्वालियर, आगरा कैंट, उरई, वीरांगना लक्ष्मीबाई, कानपुर एवं लखनऊ से उपलब्ध है। इस स्पेशल पैकेज में यात्रा के दौरान नाश्ता, दोपहर एवं रात्रि का केवल शाकाहारी भोजन, यात्रा बस द्वारा तथा धर्म शालाओं में ठहरने की व्यवस्था आदी सम्मिलित हैं। इस "भारत दर्शन यात्रा" के दौरान स्वच्छता के उच्च मानक रखे जाते हैं एवं कोविड-19 सेफ्टी के प्रोटेकॉल के विभिन्न उपायों का अनुपालन करते हुऐ यात्रा सम्पन्न करायी जा रही है। >> ये भी पढ़े:- यूक्रेन के पहले शहर खेरसोन पर रूस का कब्‍जा, 10 लाख लोगों ने छोड़ा यूक्रेन

आप इस तरह कराएं बुकिंग (IRCTC Tour Package 2022)-

आपको बता दू की, बुकिंग कराने के लिए आपके IRCTC Tour Package 2022 की ऑफिशियल वेब साइट irctctourism.com पर आपको विजिट करना होगा। इसके आलावा आप IRCTC के रिजनल ऑफिस में जाकर भी अपनी बुकिंग करा सकते हैं। ये बुकिंग कराते समय आपको पेमेंट के साथ-साथ आपकी डिटेल्स भी भरने होंगी आप अधिक जानकारी के लिए यहां नीचे दिये गए नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं -
  • कानपुर - 8595924298, 8287930932, 8287930934
  • आगरा- 8595924271
  • झासी- 8287930933, 8595924300
  • ग्वालियर- 8595924299
  • लखनऊ-8287930908, 8287930909, 8287930915, 8287930916
>> ये भी पढ़े:- यूक्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए रूस ने सीजफायरींग का ऐलान किया
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Train Fire- सहारनपुर से दिल्ली जा रही पैसेंजर ट्रेन के इंजन और डिब्बे में आग लगने से मची अफरातफरी

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पैसेंजर ट्रेन में लगी आग (PC- Hindustan Times)
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userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:31 AM
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Train Fire- आज सुबह सहारनपुर से दिल्ली (Fire in saharanpur to Delhi Passenger train) जा रही पैसेंजर ट्रेन में अचानक आग लग गई। यह हादसा तब हुआ जब ट्रेन मेरठ के दौराला (Daurala Station Meerut) स्टेशन पर पहुंची थी। इस हादसे में ट्रेन के इंजन सहित दो डिब्बे जलकर खाक हो गए। इस हादसे की वजह ट्रेन का ब्रेक जाम होना बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आज सुबह जैसे ही पैसेंजर ट्रेन मेरठ के दौराला स्टेशन पर पहुंची ट्रेन के इंजन में आग लग (Train Fire) गई और इंजन से सटे हुए दो और डिब्बों में सीट के नीचे से धुआं निकलने लगा। ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा तफरी मच गई। और सभी यात्री शोर मचाते हुए ट्रेन से उतरकर प्लेटफार्म की तरफ दौड़ने लगे। यात्रियों ने ड्राइवर को ट्रेन में आग लगने की बात की खबर दी। आग लगने की खबर सामने आते ही पूरी ट्रेन में सवार यात्री घबरा गए और शोर मचाने लगे। देखते ही देखते आग की लपटें तेज हो गई और इंजन के साथ साथ दो अन्य डिब्बों को आग ने पूरी तरह से चपेट में ले लिया। जब तक आग को बुझाने की व्यवस्था की गई तब तक इंजन और दो डिब्बे जलकर पूरी तरह से राख हो गए। यात्रियों और रेलवे कर्मियों की मदद से आज लगे हुए इंजन और दोनो डिब्बों को अन्य डिब्बों से काटकर अलग किया गया। इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है।
Rudra The Edge Of Darkness- अजय देवगन की रुद्र को लेकर क्या आया रिव्यू?

क्या है ट्रेन में सवार यात्रियों का कहना-

ट्रेन में सवार यात्रियों का कहना है कि देवबंद से ही उन्हें ट्रेन में दुर्गंध आ रही थी और कुछ अजीब सी आवाजें सुनाई दे रही थी हालांकि सबने इसे नजरअंदाज कर दिया। लेकिन जब सीट के नीचे से धुआं निकलने लगा तो सब ने शोर मचाना शुरू किया। परंतु ट्रेन के ड्राइवर तक शोर की आवाज नहीं पहुंची। ऐसे में जैसे ही ट्रेन दौराला स्टेशन पर रुकी तो सब ट्रेन से उतरकर प्लेटफार्म की तरफ दौड़ने लगे।
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Indian railway- आज फुल स्पीड से टकराएंगी 2 ट्रेन, रेल मंत्री भी रहेंगे सवार

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ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली का आज होगा परीक्षण
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:58 AM
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Indian railway- भारत निर्मित ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली 'कवच' का आज परीक्षण किया जाएगा। यह परीक्षण सिकंदराबाद में किया जाएगा। इस परीक्षण के दौरान विपरीत दिशा से दो ट्रेनें तेज गति से एक दूसरे की तरफ बढ़ेगी। परंतु 'कवच' की मदद से दोनों ट्रेनें आपस में टकराएंगी नहीं।

ट्रेनों में रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन होंगे सवार-

आज होने वाले 'कवच' के परीक्षण के दौरान जब दो ट्रेनें विपरीत दिशा से तेज गति से एक दूसरे की तरफ बढ़ेगी, उस समय एक ट्रेन में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) सवार होंगे वहीं दूसरी ट्रेन में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके त्रिपाठी (Railway Board Chairman VK Tripathi) सवार होंगे। इस परीक्षण के दौरान रेल मंत्री और अन्य बड़े अधिकारियों की उपस्थिति में- 'टक्कर सुरक्षा प्रणाली किन किन स्थितियों में किस तरह से दुर्घटना रोकने में सफल होती है?' का प्रदर्शन किया जाएगा।

शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बनाई गई स्वचालित ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली-

देश में बनाई गई कवच, दुनिया की सबसे सस्ती स्वचालित ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली है। इस सुरक्षा प्रणाली के निर्माण के पीछे का उद्देश्य है शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को प्राप्त करना। इस स्वचालित सुरक्षा प्रणाली को इस तरह से तैयार किया गया है कि यह निर्धारित दूरी के भीतर उसी लाइन पर दूसरी ट्रेन के आने की जानकारी मिलते ही स्वचालित रूप से ट्रेन को तुरंत रोक देगा। इस स्वचालित सुरक्षा प्रणाली की मदद से आमने-सामने की टक्कर, पीछे से होने वाले टक्कर को रोकने के अलावा खतरे का संकेत मिलते ही ट्रेन को बिना किसी नुकसान रोकने में मदद मिलेगी। इसे 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति के लिए अनुमोदित किया गया है।

इस प्रणाली को लेकर क्या है रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना -

ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली 'कवच' को लेकर रेलवे (Indian railway) के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इस डिजिटल प्रणाली की मदद से मानवीय त्रुटि हो जैसे लाल सिग्नल को नजरअंदाज कर देना या अचानक से आ गई किसी खराबी की वजह से होने वाली दुर्घटना से बचा जा सकेगा। ऐसी परिस्थितियां सामने आने पर ट्रेन खुद ही रुक जाएगी। इसके साथ ही अधिकारियों ने यह भी बताया कि इंटरनेशनल लेवल पर इस तरह की प्रणाली पहले भी आ चुकी है परंतु वहां प्रति किलोमीटर संचालन में लगभग दो करोड़ का खर्च लगता है, जबकि 'कवच' के संचालन में प्रति किलोमीटर लगभग 50 लाख का खर्च आएगा, जो तुलनात्मक रूप से काफी कम है।
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साल 2022 के केंद्रीय बजट का लक्ष्य है 2000 किलोमीटर-

आत्मनिर्भर भारत के तहत साल 2022 का जो केंद्रीय बजट पेश किया गया है, उसका लक्ष्य 2,000 किलोमीटर तक के रेल नेटवर्क को ‘कवच' के तहत लाना है। दक्षिण मध्य रेलवे में अब तक 1098 किलोमीटर मार्ग में कवच को ला दिया गया है। इसके बाद अब दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर इसे लाने की योजना है। कवच के सफलतापूर्वक परीक्षण हो जाने के बाद रेलवे दुर्घटनाओं को टालने में मदद मिलेगी। जो जन और धन दोनों के लिए लाभदायक साबित होगी।